प्रवेशद्वार:धर्म और आस्था/चयनित सूक्ति

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चयनित सूक्ति सूची[संपादित करें]

सूक्ति 1 – 20[संपादित करें]

प्रवेशद्वार:धर्म और आस्था/चयनित सूक्ति/1

यदि तू सिद्ध होना चाहता है, तो जा अपनी संपत्ति बेचकर कंगालों को देदे
ὁ εὑρὼν τὴν ψυχὴν αὐτοῦ ἀπολέσει αὐτήν,καὶ ὁ ἀπολέσας τὴν ψυχὴν αὐτοῦ ἕνεκεν ἐμοῦ εὑρήσει αὐτήν.
यीशु का कथन, बाइबल, मत्ती द्वारा शुभसंदेश (१९;२१) में

प्रवेशद्वार:धर्म और आस्था/चयनित सूक्ति/2

मेरे पिता सहज-चेतना ज्ञान हैं।
मेरी माता सदाउत्तम जननी पूरी वसुधा है।
मैं द्वैत की अवधारणाओं का उपभोग करके जीवित हूं।
मेरा उद्देश्य व्याकुल भावनाओं का पतन है।
पद्मसंभव (गुरु रिनपोचे), ८ वीं सदी के बौद्ध आचार्य

प्रवेशद्वार:धर्म और आस्था/चयनित सूक्ति/3

“मैं न हूँ, ना मैं रहूँगा।
मेरे पास नहीं है, मेरे पास नहीं होगा।”
यह सभी बच्चों को डराता है
और ज्ञानी के भय को बुझाता है।

प्रवेशद्वार:धर्म और आस्था/चयनित सूक्ति/4

यदा यदा हि धर्मस्य, ग्लानिर्भवति भारत
अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्या
परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृतां
धर्मसंस्थापनार्थाय संभवामि युगे युगे

जब जब धर्म की हानि होती है और अधर्म का प्रचार होता है,
तब तब दुष्टों का नाश करने और शिष्ट व्यक्तियों का उत्थान करने, मैं इस संसार में अवतार लेता हूँ
भगवद्गीता (४:७-८) में, श्रीकृष्ण द्वारा कथित वचन

प्रवेशद्वार:धर्म और आस्था/चयनित सूक्ति/5

कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।
मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते सङ्गोऽस्त्वकर्मणि॥

कर्म पर ही तुम्हारा अधिकार है, लेकिन कर्म के फलों में कभी नहीं,
अतः कर्म को फल के लिए मत करो और न ही काम करने में तुम्हारी आसक्ति हो।
भगवद्गीता (२;४७) में, श्रीकृष्ण द्वारा कथित वचन (यह कर्मयोग दर्शन का मूल आधार है।)

प्रवेशद्वार:धर्म और आस्था/चयनित सूक्ति/6

सब से अच्छा शासक लोगों को एक छाँव ही लगता है
उसे से कम अच्छा शासक लोगों को प्रिय और प्रशंसनीय होता है
उस से भी कम अच्छा वह है जिस से लोगों को भय हो
और सब से बुरा वह है जिस से लोग नफ़रत करें
लाओ त्ज़ू, प्राचीन चीनी दार्शनिक, राज्यशास्त्र पर ताओ-ते-चिंग में

प्रवेशद्वार:धर्म और आस्था/चयनित सूक्ति/7 प्रवेशद्वार:धर्म और आस्था/चयनित सूक्ति/7


प्रवेशद्वार:धर्म और आस्था/चयनित सूक्ति/8 प्रवेशद्वार:धर्म और आस्था/चयनित सूक्ति/8


प्रवेशद्वार:धर्म और आस्था/चयनित सूक्ति/9 प्रवेशद्वार:धर्म और आस्था/चयनित सूक्ति/9


प्रवेशद्वार:धर्म और आस्था/चयनित सूक्ति/10 प्रवेशद्वार:धर्म और आस्था/चयनित सूक्ति/10


प्रवेशद्वार:धर्म और आस्था/चयनित सूक्ति/11 प्रवेशद्वार:धर्म और आस्था/चयनित सूक्ति/11


प्रवेशद्वार:धर्म और आस्था/चयनित सूक्ति/12 प्रवेशद्वार:धर्म और आस्था/चयनित सूक्ति/12


प्रवेशद्वार:धर्म और आस्था/चयनित सूक्ति/13 प्रवेशद्वार:धर्म और आस्था/चयनित सूक्ति/13


प्रवेशद्वार:धर्म और आस्था/चयनित सूक्ति/14 प्रवेशद्वार:धर्म और आस्था/चयनित सूक्ति/14


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प्रवेशद्वार:धर्म और आस्था/चयनित सूक्ति/16 प्रवेशद्वार:धर्म और आस्था/चयनित सूक्ति/16


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प्रवेशद्वार:धर्म और आस्था/चयनित सूक्ति/19 प्रवेशद्वार:धर्म और आस्था/चयनित सूक्ति/19


प्रवेशद्वार:धर्म और आस्था/चयनित सूक्ति/20 प्रवेशद्वार:धर्म और आस्था/चयनित सूक्ति/20