पिलखुवा
पिलखुवा Pilkhuwa | |
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निर्देशांक: 28°42′43″N 77°39′14″E / 28.712°N 77.654°Eनिर्देशांक: 28°42′43″N 77°39′14″E / 28.712°N 77.654°E | |
देश | भारत |
राज्य | उत्तर प्रदेश |
ज़िला | हापुड़ ज़िला |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 83,736 |
भाषाएँ | |
• प्रचलित | हिन्दी |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30) |
पिनकोड | 245304 |
वाहन पंजीकरण | उ.प्र. 37 |
पिलखुवा (Pilkhuwa) भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के हापुड़ ज़िले में स्थित एक नगर है।[1][2]
इतिहास
[संपादित करें]कस्बा पिलखुआ लगभग 300 साल पुराना इतिहास रखता है पिलखुआ की सबसे पुरानी आबादी चंडी माता मंदिर, जामा मस्जिद के इर्द-गिर्द बसी हुई है जिनमें आर्य नगर, बाज़ार बजाजा, शुक्लान, चाह डिब्बा, राणा पट्टी, छीपीवाड़ा, नामक मुहल्ले पुराने हैं बाकी मौहल्ले बाद में जाकर बसे हैं।
विवरण
[संपादित करें]पिलखुवा अपने कपड़ा उत्पाद और हथकरघा उद्योग के लिए जाना जाता है। यह पहले एक गाँव था लेकिन बाद में एक कस्बे के रूप में विकसित हुआ। पिलखुवा क़स्बा पहले गाज़ियाबाद जिले का भाग था मगर सन २०११ में तत्कालीन बसपा सरकार के कार्यकाल में इसे हापुड़ जिले में शामिल कर दिया गया। यहाँ की आबादी एक लाख से अधिक है इसके पूर्व में हापुड़ , पश्चिम में ग़ाज़ियाबाद, उत्तर में मोदीनगर व दक्षिण में बुलंदशहर स्थित है। यह नगर दिल्ली-मुरादाबाद रेलवे लाइन पर स्थित है व् जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर की दूरी पर है। वर्तमान में पिलखुवा धौलाना विधान सभा व् ग़ाज़ियाबाद लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है। पहले यहाँ की आबादी कन्खली झील के आस पास ही हुआ करती थी और मोहल्ला गढ़ी एक अलग बस्ती थी, मगर बढ़ते बढ़ते दो-तीन गाँव रमपुरा, पबला, जठ्पुरा और मोहल्ला गढ़ी भी पिलखुवा में ही समां गए ! आज के समय में पिलखुवा की आबादी N.H. 9 के दोनों तरफ बढती जा रही है।
पिलखुवा की इंडस्ट्री और कारोबार
[संपादित करें]पिलखुवा भारत की हथकरघा और छापे हुए कपडे की सबसे बड़ी मंडियों में से एक है, पिलखुवा में खास तौर से कपडे की बुनाई, छपाई, रंगाई, धुलाई, सिलाई आदि का ही कारोबार होता है और यहाँ की ज़्यादातर आबादी इसी कारोबार से जुडी है I पिलखुवा का बना हुआ कपडा भारत के कोने कोने में भेजे जाता है। यहाँ की हैण्ड ब्लाक प्रिंट की चादरें भारत के बहार एक्सपोर्ट भी की जाती हैं।
नगर प्रशासन
[संपादित करें]पिलखुवा पहले नगर पालिका हुआ करती थी मगर अब एक नगर परिषद है, इस वक़्त पिलखुवा नगर परिषद् में 25 वार्ड हैं, पिलखुवा नगर परिषद्, N.H. 9 पर स्थित एक शानदार ईमारत में मौजूद है जो कि नगर परिषद् की ही संपत्ति है।
ट्रांसपोर्ट कंपनियाँ
[संपादित करें]पिलखुवा में देश की बड़ी बड़ी ट्रांसपोर्ट कंपनियां मौजूद हैं, इनमे ज़्यादातर के कार्यालय मोदीनगर रोड पर स्थित हैं। हालाँकि हापुड़ पिलखुवा विकास प्राधिकरण द्वारा N.H. 9 पर ट्रांसपोर्ट नगर बनाया जाना भी प्रस्तावित है मगर अभी उस पर काम चल रहा है, फ़िलहाल सभी ट्रांसपोर्ट कंपनियां शहर में मौजूद हैं।
पिलखुवा की कारोबारी मंडियाँ
[संपादित करें]- टेक्सटाइल सिटी
- शमशाद रोड
- उमराव सिंह मार्केट
- अग्रसेन मार्केट
- बाबा मार्केट
- जवाहर बाजार
- गांधी बाजार
- रेलवे रोड
पिलखुवा के आस पास के गाँव
[संपादित करें]पिलखुवा के आस पास बहुत से गाँव स्थित है और इन गांवों के अधिकतर लोग खेती बाड़ी ही करते हैं। इनमे कुछ प्रमुख गाँव हैं: अनवरपुर, खैरपुर खैराबाद
कुचेसर रोड चौपला, सिखैडा, हावल, अचपल गढ़ी, नया गांव, मदापुर, दह्पा, कमालपुर, आज़मपुर, परतापुर, मीरापुर, जटपुरा, शामली, अतरौली, मुकीमपुर, डूहरी, छिजारसी, कलौंदा, खेडा, गालन्द इत्यादि।
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "Uttar Pradesh in Statistics," Kripa Shankar, APH Publishing, 1987, ISBN 9788170240716
- ↑ "Political Process in Uttar Pradesh: Identity, Economic Reforms, and Governance Archived 2017-04-23 at the वेबैक मशीन," Sudha Pai (editor), Centre for Political Studies, Jawaharlal Nehru University, Pearson Education India, 2007, ISBN 9788131707975