नवाब तालाब
नवाब तालाब | |
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शामली जिला का भाग | |
उत्तर प्रदेश, भारत | |
निर्देशांक | 29°23′28.09″N 77°11′57.72″E / 29.3911361°N 77.1993667°Eनिर्देशांक: 29°23′28.09″N 77°11′57.72″E / 29.3911361°N 77.1993667°E |
प्रकार | तालाब, झील |
स्थल जानकारी | |
नियंत्रक | उत्तर प्रदेश सरकार |
जनप्रवेश | हाँ, सार्वजनिक |
दशा | दुर्दशा, दयनीय स्थिति |
स्थल इतिहास | |
निर्मित | मुग़ल राजवंश |
निर्माता | मुक़र्रब खान (मन्त्री, सम्राट जहाँगीर) |
प्रयोगाधीन | |
सामग्री | दूधी पत्थर |
नवाब तालाब: शामली जिला, उत्तर प्रदेश के नगर कैराना में स्थित है। मुग़ल बादशाह जहांगीर (1569–1627) ने अपनी आत्मकथा "तुज़्क-ए-जहाँगीरी" में नवाब तालाब का वर्णन किया है।
विवरण
[संपादित करें]उत्तर प्रदेश के बड़े तालाबों (झीलों) में से एक कहा जाता है जिसकी लंबाई 220 गज और चौड़ाई 200 गज है। ये एक ऐतिहासिक धरोहर है।
इतिहास
[संपादित करें]बादशाह जहांगीर के मंत्री नवाब मुकर्रब खां ने 'नोलखा बाग़' अर्थात नो लाख फलदार वृक्षों के बाग के मध्य में नवाब तालाब का निर्माण कराया था। तालाब में जल निकट ही यमुना नदी से आता था।[1]आसपास कई दयनीय अवस्था में अवशेष देखे जा सकते हैं।[2]
इस तालाब वाले बाग़ के 'आम' अकबर और जहांगीर को पसंद थे।[3]
सम्राट जहांगीर ने कुछ समय इस बाग़ और तालाब पर बिताया था। अपनी आत्मकथा "तुज़्क-ए-जहाँगीरी" में लिखते हैं कि:
रविवार तारीख 16 को मैंने दिल्ली से प्रयाण (प्रस्थान) किया और शुक्रवार तारीख 21 को मैं परगना केराना (कैराना, सरकार सहारनपुर) में ठहरा। यह परगना मुकर्रब खां का पुराना स्थान है। यहां की आबो हवा न ठण्डी है और न गरम है। यहां की भूमि अच्छी है। मुकर्रब खां ने यहां बाग और इमारतें बनाई थी। शनिवार तारीख 22 को मैं और महिलायें इसमें घूमी यह वास्तव में आनन्ददायक बाग है। एक सौ चालीस बीधा फूलों की क्यारियां हैं। बाग के बीचों बीच एक तालाब है वह 220 गज लम्बा और 200 गज चौड़ा है। तालाब के बीच में चांदनी के समय बैठने के लिए एक समचतुष्कोण महताब बना हुआ है इसकी एक भुजा 22 गज है। यहां सब प्रकार के वृक्ष हैं ईरान में पैदा होने वाले वृक्षों में मैंने यहां पिस्ता का वृक्ष देखा और एक बहुत ही मनोहर साइप्रस (सरो) का वृक्ष देखा इस बाग में साइप्रस के 300 वृक्ष थे। तालाब के चारों ओर उपयुक्त इमारतें बन रही हैं। [4]
"तुज़्क-ए-जहाँगीरी" इंग्लिश, दूसरे वॉल्यूम में भी यह विवरण मिलता है।[5]
बाहरी कड़ियाँ
[संपादित करें]- नवाब तालाब, गूगल मेप पर
- तुजुक-ए-जहाँगीरी अंग्रेजी में
- आज भी खरे हैं तालाब (एक कालजयी पुस्तक) (अभिव्यक्ति (२००८))
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ मुहम्मद उमर कैरानवी (2007). कैराना का नवाब तालाब. पृ॰ 22.
- ↑ "nawab talab polutaded on kairaina". Cite journal requires
|journal=
(मदद) - ↑ Tuzuk-i-Jahangiri or memoirs of Jahangir,Tanslated by Alexander Rogers, Atlantic publisher, Drya ganj, New delhi-2, page 332, v2 https://archive.org/details/tuzukijahangirio00jahauoft
- ↑ अनुवादक: डॉक्टर मथुरालाल शर्मा. तुजक -ए- जहाँगीरी. राधा पब्लिकेशन्स, नई दिल्ली. पृ॰ पृष्ठ 293 से 294. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 8174871950.
- ↑ Or Memoirs Of Jahangir Vol II. The Tuzuk-i-jahangiri. https://archive.org/details/in.ernet.dli.2015.282464/page/n117/mode/2up . पृ॰ 112.सीएस1 रखरखाव: स्थान (link)