नरनाला दुर्ग
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नरनाला दुर्ग | |
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Narnala Fort नरनाळा किल्ला | |
अकोला ज़िला, महाराष्ट्र | |
निर्देशांक | 21°14′10″N 77°01′23″E / 21.236°N 77.023°Eनिर्देशांक: 21°14′10″N 77°01′23″E / 21.236°N 77.023°E |
प्रकार | पहाड़ी दुर्ग |
स्थल जानकारी | |
स्वामित्व | भारत सरकार |
जनप्रवेश | हाँ |
दशा | खण्डहर |
स्थल इतिहास | |
निर्मित | 10वीं शताब्दी |
निर्माता | राजगोंड राजवंश के शासक |
सामग्री | पत्थर |
नरनाला दुर्ग (Narnala Fort) भारत के महाराष्ट्र राज्य के अकोला ज़िले में सतपुड़ा पर्वतमाला की पहाड़ियों में स्थित एक दुर्ग है।[1][2] जिसे राजगोंड राजवंशों ने बनवाया था।
इतिहास
[संपादित करें]इसका निर्माण 10वीं शताब्दी में राजगोंड राजवंश के शासकों ने करवाया था। 15वीं से 16वीं शताब्दी में इसपर कुछ सुल्तानों का लघुकालीन नियंत्रण हुआ और उन्होंने इसका नाम बदलकर "शाहनूर" रखा लेकिन 16वीं शताब्दी में इसपर राजगोंड राजाओं और फिर मराठा साम्राज्य का कब्ज़ा हो गया। दुर्ग का नाम सोलंकी वंश के राजा नरनाल सिंह पर पड़ा है।
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "RBS Visitors Guide India: Maharashtra Travel Guide Archived 2019-07-03 at the वेबैक मशीन," Ashutosh Goyal, Data and Expo India Pvt. Ltd., 2015, ISBN 9789380844831
- ↑ "Mystical, Magical Maharashtra Archived 2019-06-30 at the वेबैक मशीन," Milind Gunaji, Popular Prakashan, 2010, ISBN 9788179914458