जॉन ओकीफ़
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जॉन ओकीफ़ | |
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जन्म |
18 नवम्बर 1939 न्यूयॉर्क नगर |
क्षेत्र | तंत्रिका विज्ञान |
संस्थान | यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन |
शिक्षा |
सिटी कॉलेज ऑफ़ न्यूयॉर्क मैकगिल विश्वविद्यालय |
डॉक्टरी सलाहकार | रोनाल्ड मेलज़ैक |
प्रसिद्धि | प्लेस कोशिकाओं की खोज |
उल्लेखनीय सम्मान | चिकित्सा में नोबेल पुरस्कार (२०१४) |
जॉन ओकीफ़ (जन्म १९ नवम्बर १९३९) एक अमेरिकी तंत्रिका-विज्ञानी और इंस्टिट्यूट ऑफ़ कॉग्निटिव न्यूरोसाइंस तथा डिपार्टमेंट ऑफ़ एनाटोमी (यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन) में प्रोफेसर हैं। उन्हें प्लेस कोशिकाओं की हिपोकैम्पस में प्लेस कोशिकाओं एवं थीटा चरण पुरस्सरण में सामयिक कोडिंग के लिए जाना जाता है। उन्हें २०१४ में एडवर्ड मोजर और मे-ब्रिट मोजर के साथ चिकित्सा के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन्हें अमेरिका व ब्रिटेन दो देशों की नागरिकता प्राप्त है।[1][2] [3]
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ जेम्स गॉलाघर (६ अक्टूबर २०१४). "दिमाग का 'जीपीएस' खोजने वालों को नोबेल". बीबीसी हिन्दी. मूल से 7 अक्तूबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ७ अक्टूबर २०१४.
- ↑ "Press Release: The 2014 Nobel Prize in Physiology or Medicine" [प्रेस विज्ञप्ति: २०१४ के चिकित्सा के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार] (अंग्रेज़ी में). नोबेल प्राइज़ डॉट ओर्ग. ६ अक्टूबर २०१४. मूल से 7 अक्तूबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ७ अक्टूबर २०१४.
- ↑ विष्णुप्रसाद चतुर्वेदी. "नोबेल के नवरत्न : नोबेल पुरस्कार 2014 से सम्मानित वैज्ञानिक". =साइंटिफिक वर्ल्ड. मूल से 21 जनवरी 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ८ जनवरी २०१५.
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