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चहलारी घाट सेतु

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चहलारी घाट सेतु

Chahlari Ghat Bridge
चहलारी घाट सेतु का एक दृश्य
निर्देशांक27°32′42.7″N 81°20′40.7″E / 27.545194°N 81.344639°E / 27.545194; 81.344639निर्देशांक: 27°32′42.7″N 81°20′40.7″E / 27.545194°N 81.344639°E / 27.545194; 81.344639
आयुध सर्वेक्षण राष्ट्रीय ग्रिड[1]
वहनसड़क मार्ग की 2 लाईनें और हर तरफ पैदल यात्री पथ
पारसरयू नदी (घाघरा नदी)
स्थानबहराइच - सीतापुर
उत्तर प्रदेश
 भारत
आधिकारिक नामचहलारी घाट सेतु
नामस्रोतचहलारी गाँव
मालिकउत्तर प्रदेश सरकार
रखरखावउत्तर प्रदेश राज्य ब्रिज कार्पोरेशन लिमिटेड
लक्षण
सामग्रीकंक्रीट और स्टील
कुल लम्बाई3.26 कि॰मी॰ (10,700 फीट)
चौड़ाई10 मी॰ (33 फीट)
सेतु फर्श के नीचे265
लेन संख्या2 लेन
इतिहास
निर्माण आरम्भ2006
निर्माण पूर्ण2017
खुला5 फरवरी 2017
सांख्यिकी
टोलनहीं (निरस्त)

चहलारी घाट सेतु (Chahlari Ghat Bridge) उत्तर प्रदेश के पश्चिम में सीतापुर से पूर्व में बहbराइच को जोड़ने वाला सरयू नदी (घाघरा नदी) पर बना एक पुल है। इसकी लंबाई 3,260 मीटर (10,700 फीट) है। और यह भारत का दसवाँ सबसे लम्बा नदी पुल और उत्तर प्रदेश में नदी पर सबसे लंबा सड़क पुल है[1]2006 में पीडब्लूडी मंत्री यूपी, शिवपाल सिंह यादव ने इस पुल का शिलान्यास किया, एक पुराने समाजवादी नेता मुख्तार अनीस के वादे को पूरा किया, जिसने इस पुल के लिए रेउसा से लखनऊ तक हजारों लोगों का नेतृत्व किया। [2]पुल 2017 में पूरा हो गया था जब तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मुख्तार अनीस ने इसका उद्घाटन किया था। यह बहराइच और सीतापुर जिले को आपस में जोड़ता है। यह पुल स्टेट हाईवे 30बी पर बहराइच शहर से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, और इस पुल से सीतापुर शहर की दूरी 70 किमी है।[3]

इन्हें भी देखें

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सन्दर्भ

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  1. "उत्तर प्रदेश का सबसे लम्बा पुल". patrika.com. मूल से 7 अक्तूबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 30 जुलाई 2020.
  2. "मुख्तार अनीस पूर्व सांसद सीतापुर के प्रयासों से बना था पुल". livehindustan.com. अभिगमन तिथि 30 जुलाई 2020.
  3. "चहलारी घाट पुल का हुआ उद्घाटन". amarujala.com. मूल से 12 फ़रवरी 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 5 फरवरी 2017.