गविलघुर का कब्जा

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१५ दिसंबर १८०३ को द्वितीय आंग्ल-मराठा युद्ध के दौरान सर आर्थर वेलेज़्ली की कमान के तहत ब्रिटिश ईस्ट इण्डिया कम्पनी की सेना द्वारा पश्चिमी भारत में गविलघुर किले पर कब्ज़ा, बरार के राजा, राघोजी द्वितीय भोंसले की सेना की हार में अंतिम कार्य था। . गविलघुर की ३००० की चौकी की कमान बेनी सिंह राजपूत ने संभाली, उनकी सहायता मनु बापू ने की, जो नागपुर के राजे भोसले के चचेरे भाई थे और किलेदार राणा शिवसिंह, नारनाला के राजपूत कमांडर और गविलगढ़ और आसपास के किलों के गवर्नर भी थे। राणा शिवसिंह राजपूत जमादार बेनी सिंह राजपूत के बहनोई थे। [a] [1]


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  1. Naravane, M.S. (2014). Battles of the Honorourable East India Company. A.P.H. Publishing Corporation. पपृ॰ 72–73. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9788131300343.