"तेजपाल सिंह धामा": अवतरणों में अंतर

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* [http://www.punjabkesari.in/tags/तेजपाल-सिंह-धामा‎ एक बालक की दलील पर जिन्ना डूब गए थे सोच में]
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* https://books.google.co.in/books?id=m3DjCgAAQBAJ&pg=PA22&lpg=PA22&dq=tejpal+singh+dhama+prithviraj&source=bl&ots=5PnciiHTTU&sig=KWLT7JizfJjOa_SqKjTyAQU7Ang&hl=hi&sa=X&ved=0ahUKEwiUmtH5ubHMAhUCUI4KHQIgBDIQ6AEIOTAG#v=onepage&q=tejpal%20singh%20dhama%20prithviraj&f=false कैंब्रिज विश्वविद्यालय के शोध ग्रंथ में तेजपाल सिंह धामा के ग्रंथ का उल्लेख
* https://books.google.co.in/books?id=m3DjCgAAQBAJ&pg=PA22&lpg=PA22&dq=tejpal+singh+dhama+prithviraj&source=bl&ots=5PnciiHTTU&sig=KWLT7JizfJjOa_SqKjTyAQU7Ang&hl=hi&sa=X&ved=0ahUKEwiUmtH5ubHMAhUCUI4KHQIgBDIQ6AEIOTAG#v=onepage&q=tejpal%20singh%20dhama%20prithviraj&f=false कैंब्रिज विश्वविद्यालय के शोध ग्रंथ में तेजपाल सिंह धामा के ग्रंथ का उल्लेख
* http://huntnews.in/p/detail/2912529923459457?uc_param_str=dnfrpfbivesscpgimibtbmntnijblauputoggdnw&pos=1478167740001&channel=en
* http://www.univarta.com/news/states/story/674576.html


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10:38, 17 दिसम्बर 2016 का अवतरण

हमारी विरासत, तेजपाल सिंह धामा

तेजपाल सिंह धामा (जन्म: 2 जनवरी 1971) हिन्दी के पत्रकार, लेखक एवं सामाजिक कार्यकर्ता हैं। हमारी विरासत (शोध-ग्रंथ) उनकी प्रसिद्ध रचना है। अब तक उनके 16 ऐतिहासिक उपन्यास, 5 काव्य संग्रह, 1 महाकाव्य और विविध विषयों की कुछ अन्य पुस्तकें छप चुकी हैं। इन्हें अनेक साहित्यिक एवं सामाजिक पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं। मुख्य रूप से उनका रूझान ऐतिहासिक विषयों के लेखन पर है।

2 जनवरी 1971 को उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के खेकड़ा ग्राम में जन्मे तेजपाल मुख्यत: इतिहासकार हैं जिनकी इतिहास से सम्बन्धित अनेकों पुस्तकें छप चुकी हैं। इतिहास पर आधारित कई उपन्यास भी विभिन्न प्रकाशनों से प्रकाशित हुए हैं। 'हमारी विरासत' के अतिरिक्त पृथ्वीराज चौहान एक पराजित विजेता इनका सर्वाधिक बिकने वाला उपन्यास है। ये भारत माता की विवादित पेंटिंग बनाने पर एम एफ हुसैन से एक पत्रकार वार्ता के दौरान उलझ बैठे थे, बाद में 2006 में हुसैन ने हिन्दुस्तान छोड़ दिया था।

लेखन

धामा ने जहाँ आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानंद सरस्वती तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के निर्माता डॉ॰ केशव बलिराम हेडगेवार के सामाजिक कार्यों से प्रेरित होकर समाज के लिये कुछ कर गुजरने का संकल्प लिया, वहीं उपन्यासकार गुरुदत्त के साहित्य में निहित वेद, उपनिषद् व दर्शन ने इन्हें सामाजिक बुराइयों के विरुद्ध, विज्ञान, तर्क व प्रमाण सहित लेखनी उठाने को विवश भी किया।

उनकी प्रथम काव्य रचना आँधी और तूफान बच्चों के साथ-साथ बड़ों में भी अत्यन्त लोकप्रिय हुई। तत्पश्चात् उन्होंने एक उपन्यास शान्ति मठ लिखा, जो एक सम्पादक को इतना पसन्द आया कि उन्होंने अपने साप्ताहिक पत्र में उसे श्रृंखलाबद्ध प्रकाशित किया।[1] गायत्री कमलेश्वर के अनुरोध पर प्रख्यात लेखक कमलेश्वर की अंतिम एवं अधूरी पुस्तक इन्होंने ही पूरी की, जो हिन्द पाकेट बुक्स से अंतिम सफर के नाम से प्रकाशित हुई और बेस्ट सैलर रही। इन्होंने राजस्थान की दस प्रमुख रानियों पर खोजपरक उपन्यासों की एक श्रंृखला भी लिखी है, जिसमें रानी पद्मिनी पर अग्नि की लपटें, रानी कर्मदेवी पर अजेय अग्नि, रानी चंपा पर ठंडी अग्नि इत्यादि हैं। इनकी ये पुस्तकें देशभर खासकर राजस्थान में काफी चर्चित रही हैं।

समाजोत्थान

दुर्व्यसन, अस्पृश्यता, पशु पक्षी हत्या, परावलम्बन और प्रकृति के साथ छेड़छाड़ - ये कुछ ऐसी बुराइयाँ हैं जिनके कारण सम्पूर्ण समाज को आर्थिक, सामाजिक व प्राकृतिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। समाज में व्याप्त इन व्याधियों को जड़ से मिटाने के लिये तेजपाल सिंह ने अच्छी-खासी नौकरी छोड़ कर समाज सेवा को ही अपना मुख्य ध्येय बनाया। कृषि विज्ञान में स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने वाले धामा जाति प्रथा के नाम पर फैलाई जा रही कुरीतियों के घोर विरोधी हैं।[2][3]

उन्होंने स्वयं भी अन्तर्जातीय विवाह किया। इसके अतिरिक्त उन्होंने बच्चों के लिये वैदिक बाल संस्था और युवाओं के लिये युवा विकास परिषद जैसी स्वयंसेवी संस्थाओं की स्थापना की। युवा विकास परिषद् के माध्यम से उन्होंने दुर्व्यसन, पशु पक्षी संरक्षण व अस्पृश्यता मुक्ति जैसे आन्दोलन भी चलाये हैं।

सम्मान

  • वीरांगना लक्ष्मीबाई गौरव सम्मान[4]
  • ‘रेड ऐंड व्हाइट गोल्ड अवॉर्ड’, ‘दीनदयाल उपाध्याय सम्मान’, ‘साहित्यश्री सम्मान’, ‘देवगुरु बृहस्पति सम्मान’ सहित इन्हें अनेक सामाजिक एवं साहित्यिक पुरस्कारों से विभूषित किया जा चुका है।[5]
  • इम्वा अवार्ड 2016[6]

सन्दर्भ

  1. हिन्दी साहित्य का गौरवशाली इतिहास, लेखिका फरहाना ताज, प्रकाशक हिन्दी साहित्य सदन नई दिल्ली-5, पृष्ठ 76, ISBN 81-88388-44-0
  2. साहित्यकार और समाजसेवा, लेखक: रामरतन, हिंदी साहित्य सदन, करोल बाग, नई दिल्ली-5, पृष्ठ 123
  3. तेजपाल धामा की साहित्य साधना, लेखक:अवधेश कुमार चौबे, सागर प्रकाशन, मुकेश नगर, शाहदरा, दिल्ली-32
  4. http://www.jagran.com/uttar-pradesh/bagpat-10487483.html
  5. http://bookerscafe.com/authors/Tejpal%20Singh%20Dhama%20
  6. http://www.azadmedia24.com/news/101/reporters-got-the-value-of-respect-imwa-award

बाहरी कड़ियाँ