"वरदान": अवतरणों में अंतर
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* प्रेमचंद के उपन्यास वरदान के विषय में जानने के लिए [[वरदान (प्रेमचंद का उपन्यास)| यहाँ]] देखें। |
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'''वरदान''' का अर्थ होता है देवी देवताओं या ईश्वर के द्वारा किया गया अनुग्रह। |
'''वरदान''' का अर्थ होता है देवी देवताओं या ईश्वर के द्वारा किया गया अनुग्रह। |
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09:34, 26 जून 2008 का अवतरण
- प्रेमचंद के उपन्यास वरदान के विषय में जानने के लिए यहाँ देखें।
वरदान का अर्थ होता है देवी देवताओं या ईश्वर के द्वारा किया गया अनुग्रह।
उदाहरण
- माता जानकी जी ने हनुमान जी को अजर, अमर और गुणनिधि होने का वरदान दिया था।
- लता मंगेषकर जी को मधुर आवाज वरदान में मिला है।
- हिरण्यकश्यपु की बहन होलिका को अग्नि में न जलने का वरदान प्राप्त था।
मूल
- वरदान संस्कृत मूल का शब्द है।
अन्य अर्थ
- वर
संबंधित शब्द
हिंदी में
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