सुहाग (1979 फ़िल्म)
सुहाग | |
---|---|
सुहाग का पोस्टर | |
निर्देशक | मनमोहन देसाई |
लेखक | कादर ख़ान (संवाद) |
पटकथा | के. के. शुक्ला |
कहानी | प्रयाग राज |
अभिनेता |
शशि कपूर, अमिताभ बच्चन, रेखा, परवीन बॉबी, निरूपा रॉय, अमज़द ख़ान |
संगीतकार | लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल |
प्रदर्शन तिथियाँ |
16 नवंबर, 1979 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
सुहाग 1979 में बनी हिन्दी भाषा की नाट्य एक्शन फिल्म है। यह फिल्म वर्ष 1979 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी थी।[1]
संक्षेप
[संपादित करें]दुर्गा (निरूपा रॉय) और विक्रम कपूर (अमजद ख़ान) कई साल पहले शादी कर चुके होते हैं। विक्रम अपराध के रास्ते कदम रखता है और उसी के साथ उसकी एक गुंडे, जग्गी के साथ दुश्मनी हो जाती है। दुर्गा दो बच्चों को जन्म देती है, पर उनमें से एक को जग्गी चुरा कर पास्कल को बेच देता है। दुर्गा अपने एक बच्चे के लापता होने के कारण दुःखी रहती है कि उसका पति भी उसे छोड़ देता है। बड़े मुश्किलों के बाद दुर्गा अपने बच्चे किशन (शशि कपूर) को बड़ा करती है। किशन बड़ा हो कर एक अच्छा पुलिस अफसर बन जाता है। वहीं पास्कल उस बच्चे, अमित (अमिताभ बच्चन) को अशिक्षित ही रखता है और एक गुंडे के साथ साथ शराबी भी बना देता है। किशन और अमित आपस में मिलते हैं तो वे काफी अच्छे दोस्त बन जाते हैं।
विक्रम को न तो अपने दो बच्चों के बारे में पता होता है और न तो उसकी पत्नी के जीवित होने के बारे में कोई जानकारी रहती है। वो बिना अपनी पहचान बताए ही अमित को नवरात्रि के दिन मंदिर में किशन को मारने की सुपारी दे देता है। अमित ये बात अपने दोस्त, किशन को बता देता है। वे लोग असल अपराधी को पकड़ने के लिए योजना बनाते हैं, पर हर चीज उनके योजना के अनुसार नहीं होती और किशन के आँखों की रोशनी चली जाती है। अब इस अपराध के पीछे असल अपराधी के तलाश करने का काम अमित के ऊपर आ जाता है।
मुख्य कलाकार
[संपादित करें]- शशि कपूर - किशन कपूर
- अमिताभ बच्चन - अमित कपूर
- रेखा - बसंती
- परवीन बॉबी - अनु
- निरूपा रॉय - दुर्गा कपूर
- रंजीत - गोपाल
- कादर ख़ान - जग्गी
- अमज़द ख़ान - विक्रम कपूर
- जीवन - पास्कल
- हरक्यूलीस - रघु दादा
- जगदीश राज - पुलिस
संगीत
[संपादित करें]सभी गीत आनंद बख्शी द्वारा लिखित; सारा संगीत लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल द्वारा रचित।
क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
---|---|---|---|
1. | "अठरा बरस की तू होने को" | मोहम्मद रफी, लता मंगेशकर | 4:12 |
2. | "आज इम्तहान है" | लता मंगेश्कर | 5:10 |
3. | "तेरी रब ने बना दी जोड़ी" | मोहम्मद रफी, आशा भोंसले, शैलेन्द्र सिंह | 5:33 |
4. | "ऐ यार सुन यारी तेरी" | मोहम्मद रफी, शैलेन्द्र सिंह, आशा भोंसले | 6:51 |
5. | "ओ शेरोंवाली" | मोहम्मद रफी, आशा भोंसले | 6:12 |
6. | "मैं तो बेघर हूँ" | शशि कपूर, आशा भोंसले | 5:06 |
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "क्या रेखा और अमिताभ के ये गाने बयान करते हैं उनका इश्क ?– News18 हिंदी". न्यूज़ 18 इंडिया. 10 अक्तूबर 2018. मूल से 25 नवंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 25 नवम्बर 2018.jug