सात्वत संहिता

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सात्वत संहिता या सात्त्वत संहिता एक पञ्चरात्र संहिता है। सात्वतसंहिता, पौस्करसंहिता तथा जयाख्यासंहिता को सम्मिलित रूप से 'त्रिरत्न' कहा जाता है। सात्त्वत संहिता की रचना ५०० ई के आसपास हुई मानी जाती है। अतः यह सबसे प्राचीन पंचरात्रों में से एक है।

सातत्व का शाब्दिक अर्थ
  • संज्ञा पुं० [सं०] (१) बलराम (२) श्रीकृष्ण (३) विष्णु (५) यदुवंशी । यादव (५) मनुसंहिता के अनुसार एक वर्ण संकर जाति । जातिच्युत वैश्य और त्यक्त क्षत्रिय पत्नी से उत्पन्न संतान (६) सात्वत के अनुयायी । वैष्णव (को०) (७) एक प्राचीन देश का नाम ।

सन्दर्भ[संपादित करें]

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]