सरोजा वैद्यनाथन
सरोजा वैद्यनाथन | |
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जन्म |
19 सितंबर 1937 बेल्लारी |
मौत |
21 सितंबर 2023 |
नागरिकता | भारत, ब्रिटिश राज, भारतीय अधिराज्य |
पेशा | नृत्य-परिकल्पक |
पुरस्कार | संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, पद्म भूषण, कला में पद्मश्री श्री, संगीत नाटक अकादमी फेलोशिप[1] |
सरोजा वैद्यनाथन (जन्म: 19 सितंबर 1937) कोरियोग्राफर, गुरु और भरतनाट्यम की उल्लेखनीय प्रतिपादक हैं। उन्हें भारत सरकार द्वारा 2002 में पद्म श्री और 2013 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
[संपादित करें]सरोजा का जन्म 1937 में बेल्लारी, कर्नाटक में हुआ था। उन्होंने भरतनाट्यम में अपना प्रारंभिक प्रशिक्षण चेन्नई के सरस्वती गण निलयम में प्राप्त किया और बाद में तंजावुर के गुरु कट्टुमनार मुथुकुमारन पिल्लई के यहाँ अध्ययन किया। उन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय में प्रोफेसर पी. सम्बामूर्ति के तहत कर्नाटक संगीत का भी अध्ययन किया है और इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय, खैरागढ़ से नृत्य में डी.लिट किया है।[2]
भरतनाट्यम करियर
[संपादित करें]सरोजा ने शादी के बाद सार्वजनिक स्थानों पर उनके प्रदर्शन पर प्रतिकूल और रूढ़िवादी प्रतिक्रियाओं के बाद नृत्य छोड़ दिया और बच्चों को घर पर नृत्य सिखाने लग गईं। 1972 में अपने पति के दिल्ली स्थानांतरित होने के बाद उन्होंने 1974 में गणेशा नाट्यलय की स्थापना की। नृत्य के अलावा, गणेशा नाट्य विद्यालय में छात्रों को तमिल, हिंदी और कर्नाटक संगीत भी सिखाया जाता है, ताकि उन्हें भरतनाट्यम की समग्र समझ मिल सके।[3]
परिवार
[संपादित करें]सरोजा (पूर्व नाम: धर्मराजन) के माता-पिता दोनों लेखक थे और उनकी मां कनाकम धर्मराजन तमिल में जासूसी कथा की लेखिका थीं। सरोजा का विवाह बिहार कैडर के एक आईएएस अधिकारी वैद्यनाथन से हुआ है। इस दंपति का एक बेटा, कमेश है और उनकी बहू रमा वैद्यनाथन अंतरराष्ट्रीय ख्याति की प्रसिद्ध भरतनाट्यम कलाकार हैं।[4]
पुस्तकें
[संपादित करें]सरोजा वैद्यनाथन ने भरतनाट्यम और कर्नाटक संगीत पर कई किताबें लिखी हैं जिनमें द क्लासिकल डांस ऑफ इंडिया, भरतनाट्यम - अ इन-डेप्थ स्टडी, कार्नाटक संगीतम, और द साइंस ऑफ भरतनाट्यम शामिल हैं।[5]
पुरस्कार
[संपादित करें]सरोजा को भारत सरकार द्वारा 2002 में पद्म श्री और 2013 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।[6] वह दिल्ली सरकार के साहित्य कला परिषद सम्मान और संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार भी प्राप्त कर चुकी हैं। उन्हें 2006 में 'भारत कला सुडार' की उपाधि से सम्मानित किया गया।
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ (PDF) https://www.sangeetnatak.gov.in/public/uploads/annoucement/1669376088_Akademi%20Main%20Awards%20for%20the%20year%202019,%202020%20&%202021.pdf. गायब अथवा खाली
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(मदद) - ↑ "SAROJA VAIDYANATHAN Akademi Award: Bharatanatyam". Sangeet Natak Akademi. मूल से 16 एप्रिल 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जनवरी 2013.
- ↑ "ONE HUNDRED TAMILS OF THE 20TH CENTURY : Saroja Vaidyanathan". मूल से 17 अगस्त 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 January 2013.
- ↑ "Char Minar in the City of Qutb!". द हिन्दू. 26 December 2002. मूल से 8 नवंबर 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 January 2013.
- ↑ "सरोजा वैद्यनाथन ने सिखाया भरतनाट्यम". नव भारत टाइम्स.
- ↑ "Padma for Roddam, Dravid". डेक्कन हेराल्ड (अंग्रेज़ी में). 25 January 2013. मूल से 4 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 January 2013.