सदस्य:Surendra Kumar Thakkar/प्रयोगपृष्ठ

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हमारा खरगोन[संपादित करें]

              भारत का ह्रदय स्थल मध्यप्रदेश का खरगोन जिला पश्चिम निमाड़ के रूप में जाना जाता है. खरगौन जिला मध्यप्रदेश की दक्षिणी पश्चिमी सीमा पर स्थित है। इसका क्षेत्रफल लगभग 8030 वर्ग कि.मी. है। इस जिले के उत्तर में धार, इंदौर व देवास, दक्षिण में महाराष्ट्र, पूर्व में खण्डवा, बुरहानपुर तथा पश्चिम में बड़वानी जिला है। जिले के उत्तर में विंध्याचल एवं दक्षिण में सतपुड़ा पर्वत श्रेणियां हैं।

इतिहास[संपादित करें]

                 ऐसा अनुमान है कि यह जिला आर्य एवं अनार्य सभ्यताओं की मिश्रित भूमि है इस कारण यह क्षेत्र "निमार्य" नाम से जाना जाने लगा जो कालांतर में अपभृंष हो कर "निमार" एवं फिर "निमाड़" में परिवर्तित हो गया । जिले में नीम वृक्षों की प्रचूरता के कारण इसे निमाड़ नाम से जाना जाने लगा पड़ा। 
                 जिले की मुख्य नदी नर्मदा है . नर्मदा घाटी की सभ्यता अत्यंत प्राचीन है . इतिहासकारों के मतानुसार यह क्षेत्र रामायण, महाभारत, सातवाहन, कनिष्क, अभिरोहर्ष, चालुक्य, भोज, होलकर, सिंधिया, मुगल तथा ब्रिटिश काल से  जुड़ा हुआ है। इस क्षेत्र में  जैन, यदुवंशी, सिद्धपंथी, नागपंथी आदि का प्रभाव रहा है।  
                 भारत के उत्तर व दक्षिण प्रदेशों को जोड़ने वाले प्राकृतिक मार्ग पर बसा यह क्षेत्र सदैव ही महत्वपूर्ण रहा है। इतिहास के विभिन्न कालखण्डों मे यह क्षेत्र - महेश्वर के हैहय, मालवा के परमार असीरगढ़ के अहीर, माण्डू के मुस्लिम शासक, मुगल तथा पेशवा व अन्य मराठा सरदारों - होल्कर, शिंदे, पवार - के साम्राज्य का हिस्सा रहा है। 
                स्वतंत्रता पश्चात् 1 नवंबर 1956 को मध्यप्रदेश राज्य के गठन के साथ ही यह जिला "पश्चिम निमाड़" के रूप में अस्तित्व में आया । प्रशासनिक आवश्यकताओं के कारण दिनांक 25 मई 1998 को "पश्चिम निमाड़" को दो जिलों - खरगौन एवं बड़वानी में विभाजित किया गया। 

...प्रशासनिक

        प्रशासनिक दृष्टि से जिले को 5 अनुविभाग,खरगोन,बडवाह,भीकनगाव,मंडलेश्वर तथा कसरावद, 9 तहसील,क्रमशः खरगोन,बडवाह,महेश्वर,भिकनगाव,झिरन्या,कसरावद,करही,भगवानपुरा 9 जनपद पंचायत (विकासखण्ड) खरगोन,गोगावा, बडवाह, महेश्वर, भिकनगाव,झिरन्या,कसरावद,करही,भगवानपुरा तथा 1407 राजस्व ग्रामों में बांटा गया है । यह जिला एक आदिवासी जिला है जिसमें 600 ग्राम पंचायतें,  3 नगर पालिकाएं,खरगोन,बडवाह,सनावद 4 नगर पंचायतें महेश्वर, भिकनगाव, कसरावद, करही तथा 7 कृषि उपज मण्डियां हैं। 
        जिले के 2 मुख्यालय हैं - प्रशासन, पुलिस व अन्य सभी शासकीय कार्यालयों के लिये खरगौन तथा न्यायिक व्यवस्था के लिये मण्डलेश्वर । खरगौन, कसरावद, भीकनगांव, बड़वाह, सनावद, मण्डलेश्वर तथा महेश्वर जिले के प्रमुख नगर हैं।

आवागमन के साधन[संपादित करें]

सडक मार्ग ....खरगोन जिला इंदौर, खण्डवा, बड़वानी, धार, झाबुआ, बुरहानपुर, धुळै (धूलिया), महाराष्ट्र , जळगाव (जलगांव) महाराष्ट्र से सड़क मार्ग द्वारा जुड़ा है। जिले के मध्य से मुंबई -आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 3 तथा राज्य मार्ग खंडवा -बड़ोदा एवं चित्तोडगढ -भुसावल गुज़रता है।

जिले के पूर्वी भाग से मीटर गेज रेल्वे मार्ग जाता है जो कि दिल्ली - जयपुर - इंदौर - खण्डवा - हैदराबाद मार्ग है। इस रेल्वे मार्ग पर महत्वपूर्ण स्टेशन बड़वाह एवं सनावद हैं। खण्डवा ब्रॉड गेज का सबसे पास का स्टेशन तथा इंदौर सबसे पास का हवाई अड्डा है। काश कि इस जिले में रेल की सुविधा होती तो यह क्षेत्र प्रगति का शिखर चूम रहा होता |

 Surendra Kumar Thakkar (वार्ता) 11:33, 22 दिसम्बर 2016 (UTC)सुरेन्द्र ठक्कर