"मोटापा": अवतरणों में अंतर

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* बाल्यावस्था और युवावस्था के समय का मोटापा व्यस्क होने पर भी रह सकता है।
* बाल्यावस्था और युवावस्था के समय का मोटापा व्यस्क होने पर भी रह सकता है।
* [[हाइपोथाइरॉयडिज़्म| हाइपोथाइरॉयडिज़्म (अवटु अल्पक्रियता)]]
* [[हाइपोथाइरॉयडिज़्म| हाइपोथाइरॉयडिज़्म (अवटु अल्पक्रियता)]]

== मोटापे के लक्षण ==
मोटापा शारीरिक और मानसिक स्तर पर जीवन में कई सारे परिवर्तन लाता है। जिनके कारण व्यक्ति में इसके लक्षण परिलक्षित होते हैं। किन्तु कई बार लोग इन्हें महत्त्व नहीं देते और इसके बारे में कोई चिकित्सकीय परामर्श नहीं लेते जो आगे चलकर उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। <ref name=":0">ओबेसिटी  सिम्प्टमस. हेल्थदीरेक्ट अगस्त २०१६[https://www.healthdirect.gov.au/obesity-symptoms]</ref>

मोटापे के प्रमुख्य लक्षण निम्न प्रकार से हैं। :

'''• सांस फूलना –''' बार-बार साँस फूलने की समस्या का होना मोटापे का लक्षण है जो कई कारणों से हो सकता है और कई रोगों का कारण बनता है।<ref name=":0" />

'''• पसीना में वृद्धि –''' अचानक से बार-बार पसीना आना और वह भी बहुत, यह दर्शाता है कि व्यक्ति मोटापे से ग्रसित है।<ref name=":0" />

'''• खर्राटे -''' आमतोर पर मोटापे से बेहाल लोगों को नींद में बहुत खर्राटे लेते देखा जा सकता है मोटापा बढ़ने के साथ-साथ यह समस्या और भी बढ़ती जाती है। <ref name=":0" />

'''• शारीरिक गतिविधि के साथ सामंजस्य करने में अचानक असमर्थता का   अनुभव करना –''' सामान्य रूप से कोई भी शारीरिक गतिविधि करने में असमर्थ होते जाने का संबध भी मोटापे से है और ये मोटापे का सबसे प्रमुख्य लक्षण भी हैं। <ref name=":0" />

'''• प्रतिदिन बहुत थकान महसूस करना-''' आमतौर पर बिना किसी अतिरिक्त कार्यभार के लगातार थकान का अनुभव करना भी मोटापे का ही एक लक्षण है। <ref name=":0" />

'''• पीठ और जोड़ों में दर्द –''' मोटापे की समस्या से ग्रसित लोगों में पीठ और जोड़ों के दर्द सामान्य रूप से देखा जा सकता है। <ref name=":0" />

'''• आत्मविश्वास और आत्मसम्मान में कमी का अनुभव –''' शारीरिक समस्याओं के कारण किसी भी काम को करने की क्षमता में कमी आ जाती है और स्वयं पर विश्वास भी नहीं होता जिसके चलते आत्मसम्मान में भी कमी आ जाती है। <ref name=":0" />

'''• अकेला महसूस करना –''' मोटापे में अकेलापन अनुभव करना एक आम बात है। शारीरिक परिवर्तनों के चलते लोग स्वयं को सबसे अलग और एकाकी महसूस करते हैं। <ref name=":0" />


== उचित वजन ==
== उचित वजन ==

09:07, 14 मार्च 2017 का अवतरण

मोटापा
वर्गीकरण एवं बाह्य साधन
सिल्हौटे और कमर के घेरे के नाप के द्वारा सामान्य, भारी और मोटे व्यक्ति का अंकन
आईसीडी-१० E66.
आईसीडी- 278
ओएमआईएम 601665
डिज़ीज़-डीबी 9099
मेडलाइन प्लस 003101
ईमेडिसिन med/1653 
एम.ईएसएच C23.888.144.699.500

मोटापा (अंग्रेज़ी: Obesity) वो स्थिति होती है, जब अत्यधिक शारीरिक वसा शरीर पर इस सीमा तक एकत्रित हो जाती है कि वो स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव डालने लगती है।[1][2] यह आयु संभावना को भी घटा सकता है।[3][4] शरीर भार सूचकांक (बी.एम.आई), मानव भार और लंबाई का अनुपात होता है, जब २५ कि.ग्रा./मी. और ३० कि.ग्रा/मी के बीच हो, तब मोटापा-पूर्व स्थिति; और मोटापा जब ये ३० कि.ग्रा/मी. से अधिक हो।[5]

मोटापा बहुत से रोगों से जुड़ा हुआ है, जैसे हृदय रोग, मधुमेह, निद्रा कालीन श्वास समस्या, कई प्रकार के कैंसर और अस्थिसंध्यार्ति[4] मोटापे का प्रमुख कारण अत्यधिक कैलोरी वाले खाद्य पदार्थों का सेवन, शारीरिक गतिविधियों का अभाव, आनुवांशिकी का मिश्रण हो सकता है। हालांकि मात्र आनुवांशिक, चिकित्सकीय या मानसिक रोग के कारण बहुत ही कम संख्या में पाये जाते हैं।


कारण

मोटापे के कई कारण हो सकते है। इनमें से प्रमुख है:-

  • मोटापा और शरीर का वजन बढ़ना, ऊर्जा के सेवन और ऊर्जा के उपयोग के बीच असंतुलन के कारण होता है।
  • अधिक चर्बीयुक्त आहार का सेवन करना भी मोटापे का कारण है।
  • कम व्यायाम करना और स्थिर जीवन-यापन मोटापे का प्रमुख कारण है।
  • असंतुलित व्यवहार औऱ मानसिक तनाव की वजह से लोग ज्यादा भोजन करने लगते हैं, जो मोटापे का कारण बनता है।
  • शारीरिक क्रियाओं के सही ढंग से नहीं होने पर भी शरीर में चर्बी जमा होने लगती है।
  • बाल्यावस्था और युवावस्था के समय का मोटापा व्यस्क होने पर भी रह सकता है।
  • हाइपोथाइरॉयडिज़्म (अवटु अल्पक्रियता)

मोटापे के लक्षण

मोटापा शारीरिक और मानसिक स्तर पर जीवन में कई सारे परिवर्तन लाता है। जिनके कारण व्यक्ति में इसके लक्षण परिलक्षित होते हैं। किन्तु कई बार लोग इन्हें महत्त्व नहीं देते और इसके बारे में कोई चिकित्सकीय परामर्श नहीं लेते जो आगे चलकर उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। [6]

मोटापे के प्रमुख्य लक्षण निम्न प्रकार से हैं। :

• सांस फूलना – बार-बार साँस फूलने की समस्या का होना मोटापे का लक्षण है जो कई कारणों से हो सकता है और कई रोगों का कारण बनता है।[6]

• पसीना में वृद्धि – अचानक से बार-बार पसीना आना और वह भी बहुत, यह दर्शाता है कि व्यक्ति मोटापे से ग्रसित है।[6]

• खर्राटे - आमतोर पर मोटापे से बेहाल लोगों को नींद में बहुत खर्राटे लेते देखा जा सकता है मोटापा बढ़ने के साथ-साथ यह समस्या और भी बढ़ती जाती है। [6]

• शारीरिक गतिविधि के साथ सामंजस्य करने में अचानक असमर्थता का   अनुभव करना – सामान्य रूप से कोई भी शारीरिक गतिविधि करने में असमर्थ होते जाने का संबध भी मोटापे से है और ये मोटापे का सबसे प्रमुख्य लक्षण भी हैं। [6]

• प्रतिदिन बहुत थकान महसूस करना- आमतौर पर बिना किसी अतिरिक्त कार्यभार के लगातार थकान का अनुभव करना भी मोटापे का ही एक लक्षण है। [6]

• पीठ और जोड़ों में दर्द – मोटापे की समस्या से ग्रसित लोगों में पीठ और जोड़ों के दर्द सामान्य रूप से देखा जा सकता है। [6]

• आत्मविश्वास और आत्मसम्मान में कमी का अनुभव – शारीरिक समस्याओं के कारण किसी भी काम को करने की क्षमता में कमी आ जाती है और स्वयं पर विश्वास भी नहीं होता जिसके चलते आत्मसम्मान में भी कमी आ जाती है। [6]

• अकेला महसूस करना – मोटापे में अकेलापन अनुभव करना एक आम बात है। शारीरिक परिवर्तनों के चलते लोग स्वयं को सबसे अलग और एकाकी महसूस करते हैं। [6]

उचित वजन

एक युवा व्यक्ति के शरीर का अपेक्षित वजन उसकी लंबाई के अनुसार होना चाहिए, जिससे कि उसका शारीरिक गठन अनुकूल लगे। शरीर के वजन को मापने के लिए सबसे साधारण उपाय है बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआइ) और यह शरीर के व्यक्ति की लंबाई को दुगुना कर उसमें वजन किलोग्राम से भाग देकर निकाला जाता है।

एक अत्यधिक मोटे व्यक्ति, जिसका भार/लंबाई अनुपात ४६ कि.ग्रा/मी: भार:१४६ ki.grA (३२२ पाउण्ड), ऊँचाई १७७ से.मी (५ फीट १० इंच)
भार/लंबाई अनुपात वर्गीकरण
< 18.5 कम भार
18.5–24.9 सामान्य भार
25.0–29.9 अधिक भार
30.0–34.9 श्रेणी-१ मोटा
35.0–39.9 श्रेणी-२ मोटा
> 40.0   श्रेणी-३ मोटा  

वजन कम करने के लिए लिये उपभोग की जाने वाले खाद्य पदार्थों में यह ध्यान रखना चाहिए कि उनमें प्रोटीन की मात्रा अधिक हो और चर्बी तथा कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम हो।

विश्व भर के पुरुषों में मोटापा[7]
██ <५% ██ ५–१०% ██ 10–15% ██ 15–20% ██ 20–25% ██ 25–30% ██ 30–35% ██ 35–40% ██ 40–45% ██ 45–50% ██ 50–55% ██ >55%
विश्व भर की स्त्रियों में मोटापा[7]
██ <5% ██ 5–10% ██ 10–15% ██ 15–20% ██ 20–25% ██ 25–30% ██ 30–35% ██ 35–40% ██ 40–45% ██ 45–50% ██ 50–55% ██ >55%

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

  1. एच३-शब्दकोष पर मोटापा देखें
  2. ओबेसिटी एंड ओवर वेट फैक्ट शीट  N°311".WHO.जनुअरी २०१५[1]
  3. विश्व स्वास्थ्य संगठन २०००, पृ.६
  4. हस्लैम डी.डब्ल्यू, ज्म्स डब्ल्यु पी (२००५). "ओबीज़िटी". लैन्सेट. ३६६ (9492): ११९७-२०९. PMID 16198769. डीओआइ:10.1016/S0140-6736(05)67483-1.
  5. विश्व स्वास्थ्य संगठन २०००, पृ.९
  6. ओबेसिटी  सिम्प्टमस. हेल्थदीरेक्ट अगस्त २०१६[2]
  7. "ग्लोबल प्रिवेलैन्स ऑफ एडल्ट ओबीज़िटी" (PDF). इंटरनेशनल ओबीज़िटी टास्कफोर्स. अभिगमन तिथि २९ जनवरी. |accessdate= में तिथि प्राचल का मान जाँचें (मदद)

बाहरी कड़ियाँ