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15 सितंबर 2021

  • 14:1914:19, 15 सितंबर 2021 अन्तर इतिहास +148 रामभगवान श्री राम जी का जन्म क्षत्रिय कुल में हुआ इस क्षत्रिय वर्ण को आधुनिक युग में राजपूत भी कहा जाता है।। टैग: Reverted मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
  • 14:0614:06, 15 सितंबर 2021 अन्तर इतिहास +803 गुर्जर-प्रतिहार राजवंशसम्राट मिहिर भोज को गुर्जर नरेश की उपाधि मिली थी क्योंकि उन्होंने गुर्जरात्रा देश पर राज किया था यह एक स्थान सूचक उपाधि थी जैसे कि मगध नरेश अवध नरेश गंधार नरेश यह सब स्थान सूचक उपाधि है।। भारत देश के अंदर किसी भी महापुरुष को जातिसूचक उपाधि आज तक नहीं मिली।। अगर जाति और वर्ण की बात की जाए टैग: Reverted मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
  • 13:4513:45, 15 सितंबर 2021 अन्तर इतिहास −70 फ़िरोज़ शाह तुग़लक़फिरोजशाह तुगलक की मां एक हिंदू थी और फिरोज शाह तुगलक ने एक हिंदू गुजरी के साथ निगाह किया था।। टैग: Reverted मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन
  • 13:4013:40, 15 सितंबर 2021 अन्तर इतिहास +82 फ़िरोज़ शाह तुग़लक़फिरोज शाह की मां एक हिन्दू थी और फिरोज शाह का निगाह एक हिन्दू गुजरी महिला से हुआ था। टैग: Reverted मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन

20 अगस्त 2021

  • 08:4008:40, 20 अगस्त 2021 अन्तर इतिहास +887 सदस्य वार्ता:Kapil salwanगुर्जर सम्राट मिहिर भोज राजपूत जाति से थे और यह जो गुर्जर शब्द है यह स्थान वाचक है क्योंकि उन्होंने गुर्जरात्रा देश पर राज किया जो कि वर्तमान में गुजरात प्रदेश है जिसके कारण उन्हें गुर्जर सम्राट की उपाधि मिली।। जैसे अवधनरेश मगधनरेश गंधार नरेश, लंकापति रावण, यह सब उपाधि है इस तरह गुर्जर शब्द का गुजर जाति से कोई संबंध नहीं है।। और जिस समय काल में मिहिरभोज प्रतिहार ने राज किया और उसके वंशजों ने राज किया उस समय को भारत के इतिहास में राजपूत काल के नाम से जाना जाता है टैग: मोबाइल संपादन मोबाइल वेब संपादन