विकिपीडिया:पृष्ठ हटाने हेतु चर्चा/लेख/साकेत कुशवाहा
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परिणाम: हटाया --SM7--बातचीत-- 04:23, 4 अक्टूबर 2020 (UTC)[उत्तर दें]
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साकेत कुशवाहा (संपादन|वार्ता|इतिहास|कड़ियाँ|ध्यान रखें|लॉग)
साकेत कुशवाहा -विकिपीडिया -wikipedia के लिये गूगल परिणाम: खोज • समाचार • पुस्तक • विद्वान •
नामांकन के लिये कारण: पर्याप्त रूप से उल्लेखनीय नहीं। ☆★संजीव कुमार (✉✉) 15:15, 29 अगस्त 2020 (UTC)[उत्तर दें]
- ┌─────────────────────────────────┘
@संजीव कुमार: यह पृष्ठ विकिपीडिया के लिए आवश्यक सभी महान आवश्यक मानदंडों विकिपीडिया:उल्लेखनीयता (लोग) विकिपीडिया:सामान्य उल्लेखनीयता दिशानिर्देश को पूरा करता है।☆★DEVEGOWDA S R (✉✉) 15:14, 31 अगस्त 2020 (UTC)[उत्तर दें]
- मैंने अंग्रेजी में कई वाइस-चांसलर के प्रोफाइल को खोजा। मुझे नहीं लगता कि इस लेख को हटा दिया जाना चाहिए क्योंकि कई उप-कुलपति लेख पहले से ही हिंदी और अंग्रेजी में भी उपलब्ध हैं। वह केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति हैं इसलिए केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति पर बहुत सारे लेख उपलब्ध हैं।उदाहरण के लिए [[1]] [[2]] [[3]] [[4]] ☆★DEVEGOWDA S R (✉✉) 03:21, 30 अगस्त 2020 (UTC)[उत्तर दें]
- मुझे लगता है कि विकिपीडिया पृष्ठ बनाने के लिए सत्यापित वेबसाइटों से पर्याप्त जानकारी उपलब्ध है।04:16, 30 अगस्त 2020 (UTC) — इस अहस्ताक्षरित संदेश के लेखक हैं -2409:4071:d9a:dffe:bdd:f90b:3456:df8c (वार्ता • योगदान)
- I don’t think that this page should be deleted. It provides information about the person who is doing well enough to bring the Indian academic Environment at par with international standards. Kindly review the decision and ensure the availability of this page. Thanks — इस अहस्ताक्षरित संदेश के लेखक हैं -112.79.154.206 (वार्ता • योगदान)
- इस पृष्ठ को हटाया नहीं जाना चाहिए क्योंकि साकेत कुशवाहा जी का शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान है और वह कईयों के लिए प्रेरणा के स्रोत हैं — इस अहस्ताक्षरित संदेश के लेखक हैं -47.29.150.1 (वार्ता • योगदान)
- यह पेज delate नहीं किया जाना चाहिए ,,इस लेख को delete करने का nomination दुराभाव एवम पक्षपात से प्रेरित लगता है। प्रोफेसर साकेत कुशवाहा एक प्रतिषिठत एवम विद्वत व्यक्तित्व है वह एक विशिष्ट शिक्षाविद एवम अर्थशास्त्री तथा एक सफल कुलपति के रूप में स्थापित है। उनके नेतृत्व में राजीव गांधी विश्वविद्यालय ने निरन्तर ऊचाईयों को छुआ है और उच्च स्थान प्राप्त किया है। वह पहले भी मिथिला विश्वविद्यालय बिहार के कुलपति के रूप में कार्य कर चुके है तथा अपनी कार्यकुशलता एवम विद्वता का परिचय दे चुके है। ऐसे व्यक्ति का विकिपीडिया पेज को delete करने का अनुमोदन यह दर्शाता है है यह कार्यवाही उनके विरोधियों द्वारा विद्वेषपूर्ण एवम दुर्भावना से प्रेरित होकर की गई है। तथा उसको स्वीकार कर लेना इस विकिपीडिया के कार्यकारी अधिकारी की मंशा पर भी संदवः उत्पन्न करती है जोकि विकिपीडिया की ख्याति एवम कार्यप्रणाली के विपरीत है। विकिपीडिया हमेशा सही एवम सच्ची सूचनाओं को प्रकाशित करता है। विकिपीडिया को इस लेख को delete करने का nomination निरस्त करने चाहिए एवं इस सूचनावर्धक पृष्ठ को बनाये रखना चाहिए। साभार डॉ आदेश कुमार — इस अहस्ताक्षरित संदेश के लेखक हैं -2405:204:a5ae:9718:e8ce:bcd:bb44:64c3 (वार्ता • योगदान)
- यह पेज delate नहीं किया जाना चाहिए ,, — इस अहस्ताक्षरित संदेश के लेखक हैं -Umakant prasad (वार्ता • योगदान)
- इस लेख को delete करने का nomination दुराभाव एवम पक्षपात से प्रेरित लगता है। प्रोफेसर साकेत कुशवाहा एक प्रतिषिठत एवम विद्वत व्यक्तित्व है वह एक विशिष्ट शिक्षाविद एवम अर्थशास्त्री तथा एक सफल कुलपति के रूप में स्थापित है। उनके नेतृत्व में राजीव गांधी विश्वविद्यालय ने निरन्तर ऊचाईयों को छुआ है और उच्च स्थान प्राप्त किया है। वह पहले भी मिथिला विश्वविद्यालय बिहार के कुलपति के रूप में कार्य कर चुके है तथा अपनी कार्यकुशलता एवम विद्वता का परिचय दे चुके है। ऐसे व्यक्ति का विकिपीडिया पेज को delete करने का अनुमोदन यह दर्शाता है है यह कार्यवाही उनके विरोधियों द्वारा विद्वेषपूर्ण एवम दुर्भावना से प्रेरित होकर की गई है। तथा उसको स्वीकार कर लेना इस विकिपीडिया के कार्यकारी अधिकारी की मंशा पर भी संदवः उत्पन्न करती है जोकि विकिपीडिया की ख्याति एवम कार्यप्रणाली के विपरीत है। विकिपीडिया हमेशा सही एवम सच्ची सूचनाओं को प्रकाशित करता है। विकिपीडिया को इस लेख को delete करने का nomination निरस्त करने चाहिए एवं इस सूचनावर्धक पृष्ठ को बनाये रखना चाहिए। साभार डॉ आदेश कुमार — इस अहस्ताक्षरित संदेश के लेखक हैं -Dr adesh kumar (वार्ता • योगदान)
- बिल्कुल भी डिलीट नहीं करना चाहिए किसी भी शिक्षाविद को इस तरीके से सोशल प्लेटफार्म से हटाने का मतलब असम्मानित करना है और यह बिल्कुल भी नहीं होना चाहिए — इस अहस्ताक्षरित संदेश के लेखक हैं -2409:4043:311:1eb0::2211:10a5 (वार्ता • योगदान)
- प्रो साकेत कुशवाहा सर जैसा शिक्षाविद एवं प्रशासक को विकीपीडिया पेज से हटाना बहुत ही दुखद है सर राजीव गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय को फर्श से अर्श पर पहुंचाया सर भारत के जाने-माने वैज्ञानिकों में से हैं — इस अहस्ताक्षरित संदेश के लेखक हैं -श्याम बाबू मौर्य (वार्ता • योगदान)
- He is a great Vice chancellor. His Wikipedia page should not be removed.He is our youth icon.His journey inspires us.He does great work in field of education and research.My humble request to Wikipedia, don't delete his page.. Km.RUCHI MAURYA — इस अहस्ताक्षरित संदेश के लेखक हैं -Km. RUCHI MAURYA (वार्ता • योगदान)
- हटाओ मत -- उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में जाना जाता है। सार्वजनिक डोमेन पर उपलब्ध जानकारी द्वारा बनाया गया लेख। बहुत जानकारी प्रदान करने वाला यह लेख। मुझे नहीं लगता कि इस लेख को हटा दिया जाना चाहिए।☆★Manasa Agriculture (✉✉) 09:45, 31 अगस्त 2020 (UTC)[उत्तर दें]
- सम्माननीय प्रो साकेत कुशवाह जी एक नामी शिक्षाविद् हैं। भारतीय शिक्षा जगत में उनका विशिष्ट योगदान रहा है। उन्होंने एक कुलपति के रूप में दो दो विश्वविद्यालय की जिम्मेदारी बड़ी ही कुशलता से संपन्न किए हैं। इसलिए मेरा प्रतिवेदन है कि सम्माननीय प्रो साकेत कुशवाहा जी के आलेख को नहीं हटाया जाना चाहिए। इससे भारतीय समाज ही नहीं, इंटरनेशनल सोसायटी को भी लॉस होगा।— इस अहस्ताक्षरित संदेश के लेखक हैं -117.248.224.50 (वार्ता • योगदान) 13:38, 31 अगस्त 2020 (UTC)[उत्तर दें]
- प्रो.साकेत कुशवाहा देश-विदेश में प्रख्यात शिक्षाविद, वैज्ञानिक व कुशल प्रशासक हैं, वे यूथ आइकॉन है और देश-समाज में जो प्रगतिपथ पर चलकर मंज़िलों की ऊँचाइयों को छूना चाहते हैं उनसभी के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। ऐसे गरिमामय प्रभावशाली व्यक्तित्व का प्रोफाइल विकिपीडिया जैसे प्लेटफॉर्म पर होना हर जागरुक व्यक्ति के लिए लाभकारी है। इनके प्रोफाइल आलेख को हटाने का प्रयास निंदनीय एवं दुर्भावपूर्ण है। मेरा प्रतिवेदन है कि प्रो. साकेत कुशवाहा का आलेख नहीं हटना चाहिए।— इस अहस्ताक्षरित संदेश के लेखक हैं -वैशाली कुशवाहा (वार्ता • योगदान) 14:29, 31 अगस्त 2020 (UTC)[उत्तर दें]
- @DEVEGOWDA S R और Manasa Agriculture: आप काशी हिन्दू विश्वविद्यालय अथवा जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के कुलपतियों की तुलना एक राज्य स्तर के विश्वविद्यालय से नहीं कर सकते। इसके अतिरिक्त अंग्रेज़ी विकिपीडिया पर "क" का लेख है अतः हम यहाँ "ख" का लेख बनायेंगे, यह नहीं किया जा सकता। आप चाहें तो अंग्रेज़ी विकिपीडिया पर साकेत कुशवाहा का लेख निर्मित कर सकते हैं। मैं वहाँ आपका विरोध नहीं करूँगा लेकिन हिन्दी विकिपीडिया को प्रचार का माध्यम बनाने का प्रयास न करें।☆★संजीव कुमार (✉✉) 07:20, 1 सितंबर 2020 (UTC)[उत्तर दें]
- @संजीव कुमार: राजीव गांधी विश्वविद्यालय भी बनारस हिंदू विश्वविद्यालय और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की तरह एक केंद्रीय विश्वविद्यालय है। यह लेख केवल ज्ञान के उद्देश्य के लिए पदोन्नति का उद्देश्य नहीं है।☆★DEVEGOWDA S R (✉✉) 09:41, 1 सितंबर 2020 (UTC)[उत्तर दें]
- संजीव जी, ये बड़ी ही हास्यपद बात है कि आपकी समझ इतनी छोटी है जो आपने कुलपतियों के बीच तुलना की बात कही। और क्योंकि आप ने ये जिक्र लाया है तो आपको ये पता होना चाहिए कि राजीव गाँधी विश्वविद्यालय राज्य स्तर का नहीं अपितु केन्द्रीय विश्वविद्यालय है। प्रो. साकेत कुशवाहा भारत के 51केन्द्रीय विश्वविद्यालयों के 51 कुलपतियो में से एक हैं। प्रो. साकेत कुशवाहा के उर्जावान नेतृत्व, कुशल प्रशासनिक गतिविधियों व प्रगतिपूर्ण कार्यपद्धति की वजह से ही राजीव गाँधी विश्वविद्यालय ने उत्कर्षटता में जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय व बनारस हिन्दु विश्वविद्यालय को पीछे छोड़कर भारत की वर्ष 2020 केन्द्रीय विश्वविद्यालयों की रैंकिंग में 83% के साथ द्वितीय स्थान प्राप्त करने का गौरव हासिल किया है। प्रो. साकेत कुशवाहा ने कुलपति रूप में दो विश्वविद्यालयों को जिसप्रकार उत्कर्ष फलक पर लाने का कार्य किया है एवं कर रहे हैं यह अतुलनीय है।
साथ ही इनका पूरा कैरियर जितना प्रभावशाली है वह एक अलग पहचान छोड़ता है जो हर किसी के लिए प्रेरणापुंज है। प्रो. साकेत कुशवाहा जैसा व्यक्तित्व किसी प्रचार का मोहताज नहीं हैं। आप अपनी जानकारी सही करें और दुर्भावनावश कदम उठाने से बचें। प्रो. कुशवाहा का प्रोफाइल आलेख हर प्लेटफॉर्म पर होना चाहिए। देश-विदेश में प्रो. कुशवाहा के तमाम अचीवमेंट्स उनको सम्मानीय, प्रसिद्ध व प्रभावशाली व्यक्ति की श्रेणी में जगह देते हैं। आपका विरोध पूरी तरह से गलत है। हर जागरुक व्यक्ति की तरह हम प्रो. साकेत कुशवाहा के आलेख को हिंदी विकिपीडिया पर बनाए रखने का अनुमोदन करते हैं।— इस अहस्ताक्षरित संदेश के लेखक हैं -वैशाली कुशवाहा (वार्ता • योगदान) 09:15, 1 सितंबर 2020
- हाँ वैशाली जी, आप सही कह रही हैं कि यह विश्वविद्यालय वर्ष 2007 से केन्द्रीय विश्वविद्यालय बन गया है। मैं साकेत कुशवाहा के बारे में जानकारी नहीं रखता और न ही इस विषय में मेरी कोई खास रूचि है। अतः बेहतर होगा कि आप लेख को प्रचार शैली से हटाकर विकि-प्रारूप में लिखें। इसके लिए आप स्वशिक्षा ले सकते हैं। कृपया अपने सन्देश लिखते समय हस्ताक्षर भी करें। DEVEGOWDA S R और Manasa Agriculture कठपुतली जाँच में पकड़े गये हैं अतः इनकी टिप्पणियाँ यहाँ पर अमान्य रहेंगी।☆★संजीव कुमार (✉✉) 11:30, 1 सितंबर 2020 (UTC)[उत्तर दें]
- ये बिल्कुल भी प्रचार संबंधित नहीं है। मुद्दा सिर्फ इतना है कि प्रो. साकेत कुशवाहा ऐसे लोगों में आते हैं जिन लोगों के बारे में जानकारी लेना अगर कोई चाहे तो वह इस विकिपीडिया प्लेटफॉर्म पर प्राप्त कर सके, इसलिए उनका आलेख यहाँ होना ही चाहिए। किसी एक की इच्छा जानने की होना या ना होना सोशल प्लेटफॉर्म पर महत्वहीन है। प्रो. साकेत कुशवाहा से संबंधित तथ्य प्रेषित करना यहाँ अत्यंत आवश्यक है ताकि ये समझ में आये कि उनका आलेख यहाँ होना पूरी तरह से उल्लेखनीय है।
प्रो. साकेत कुशवाहा ने अबूबकर तफावा बालेवा विश्वविद्यालय, नाइजीरिया में कृषि अर्थशास्त्र विभाग के हेड एवं प्रबंधन संकाय के डीन के रूप में 14 वर्षों तक कार्य किया है। वर्ष 2006 से वे बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के रूप में स्थायी संकाय हैं। 2014 से 2017 तक ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, बिहार के कुलपति रहे हैं। इन्होंने राजीव गाँधी साउथ कैंपस बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में प्रोफेसर इंचार्ज के रूप में कार्य किया हैं।वर्तमान में केन्द्रीय विश्वविद्यालय राजीव गाँधी विश्वविद्यालय, अरुणाचल प्रदेश में कुलपति के रूप में सेवारत हैं।जिनकी मेहनत व कुशल नेतृत्च व संचालन से वर्ष2020 की भारत के केन्द्रीय विश्वविद्यालयों की रैंकिंग में इस विश्वविद्यालय को 83% के साथ द्वितीय स्थान प्राप्त करने का गौरव है।
प्रो. साकेत कुशवाहा कुलपति पद की नियुक्ति हेतु बननेवाली सर्च कमेटी के मेम्बर हैं।
देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों के एकज्यूटिव कॉन्सिल, बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट, फाइनेंस कमेटी एवं यूनिवर्सिटी कोर्ट के मेम्बर हैं।
अफ्रीका के अबूबाकर तफेवा बलेवा विश्वविद्यालय, नाईजीरिया में विभागाध्यक्ष व मैनेजमेंट फैकेल्टी के डीन रहते हुए प्रो. साकेत कुशवाहा ने NAS National Agricultural Scientist) का दर्जा हासिल किया तथा 1996 से 2006 तक के 10 वर्षों के लंबे समय में USAID/Michigan University एवं Purdue University के सहयोग से CRSP (Cowpea Research Support Programme) के तहत वेस्ट अफ्रीका में प्रोटीन संबंधित समस्याओं को लेकर प्रभावकारी शोध किया जिसके फलस्वरूप हजारो परिवार जो गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे थे उनके जीवन स्तर में प्रशंसनीय सकारात्मक सुधार आया। ऐसे उल्लेखनीय कार्य से लाभांवित होकर वेस्ट अफ्रीका के समाज ने उनको अपना अंग मानकर सम्माननीय सदस्य के रूप में गौरवान्वित किया।
प्रो. साकेत कुशवाहा के नेतृत्व में साउथ अफ्रीका के काज़ूनटाल विश्वविद्यालय, डरबन में वर्ष 2009 व वर्ष 2010 में हुई बी.एम.सी.( International Business Management Conference) में हुई चर्चा के आधार पर आधारित अनेक शोधकार्य कार्बन फुटप्रिंट पर संपादित किये गए।
प्रो. साकेत कुशवाहा अकादमिक क्षेत्र में विश्व में प्रख्यात शिक्षाविद एवं प्रसिद्ध कृषि वैज्ञानिक हैं। अपने 27 सालों के कैरियर में इन्होने देश-विदेश (नाईजीरिया, अमेरिका) में अपने रिसर्च व प्रशासनिक कार्यों द्वारा शिक्षा जगत में एक अनुकरणीय पहचान बनाई है।
इन्हें 17 राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हैं।
इनके 110 राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय शोधपत्रों के आधार पर 22 अफ्रीकी शोधार्थियों एवं 3 भारतीय शोधार्थियों को पी एच. डी उपाधि प्राप्त हुई है, जो सभी उच्च पदों पर कार्य कर रहें हैं। जिनमें से प्रो. एस. ए. मूसा कानो स्टेट विश्वविद्यालय, नाइजीरिया के 2 बार कुलपति रहते हुए पद को सुशोभित कर चुके हैं।
प्रो. साकेत कुशवाहा ने खुद 2 विश्वविद्यालयों के कुलपति रहते हुए हरकदम व कुशल कार्यप्रणाली से इनको प्रगति के पथ पर आगे बढ़ाया है। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, बिहार को कुलपति रहते हुए प्रो. साकेत कुशवाहा ने NAAC में सफल रेंकिग में लाकर भ्रष्टाचारमुक्त, सुंदर व स्वच्छ वातावरण में उस शिक्षण संस्थान को ऊँचाइयों पर पहुँचाया।
हरित एवं सम्पोष्य( Green Farm Planning & Sustainable Development) पर लिखी गई इनकी 6 पुस्तकों तथा शोधकार्यों से प्रभावित होकर 12 प्रोफेशनल बॉडीज़ ने आपको लाईफ मेंमबरशिप प्रदान की है।
प्रो. साकेत कुशवाहा 22 शिक्षण संस्थानों के लिए रिसोर्स पर्सन रहे हैं।
विज़िटिंग साइंटिस्ट -
(a) US Army Research Lab, Aberdeen, Maryland.
(b) Rice University, Houston, Texas.
(c) Air Force Research Lab(AFRL), Dayton, Ohio.
(d) Michigan Tech. University, Houghton, Michigan, USA.
विज़िटिंग प्रोफेसर -
(a) Kano University Of Science & Tech., Nigeria.
(b) National Open University Of Nigeria (NOUN), Nigeria.
प्रो. साकेत कुशवाहा कई विश्वविद्यालयों के लिए UGC विजीटेशन टीम के चेयरमैन रहे हैं जिसने यूनिवर्सिटीज़ को डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा, 2F & 12B देने का कार्य किया।
प्रो. साकेत कुशवाहा पीयर रिव्यू कमेटी NAAC टीम के मेम्बर रहे हैं।
प्रो. साकेत कुशवाहा कई देशों के विभिन्न विश्वविद्यालयों में International High End Skill Modelling For Higher Research Under Multilaterd Train the Trainer Course के ऑर्गनाइज़र रहे हैं।
प्रो. साकेत कुशवाहा विभिन्न शैक्षिक एवं शोध पदों के लिए विभिन्न विश्वविद्यालयों (16) में सेलेक्शन कमेटी के मेम्बर रहे हैं।
असोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज़ (AIU) के गवर्निंग कॉन्सिल के मेम्बर रह चुके हैं।
प्रो. साकेत कुशवाहा 6 पुस्तकों के ऑथर हैं। वे 11 पुस्तकों के कोऑथर हैं। 6 जनरल्स के एडिटर-इन-चीफ हैं। 5 जनरल्स के पीयर रिव्यूअर हैं एवं 5 जनरल्स के अंतर्राष्ट्रीय एडवाइसरी बोर्ड के मेम्बर हैं। — इस अहस्ताक्षरित संदेश के लेखक हैं -वैशाली कुशवाहा (वार्ता • योगदान)
- I totally support that Prof.Saket Kushwaha name should be remain included in this list because he had contributed in education system on national and international basics, even now being vice chancellor of Rajiv Gandhi University Arunachal Pradesh, he's taking this university to another milestone under his command and supervision. — इस अहस्ताक्षरित संदेश के लेखक हैं -203.192.215.7 (वार्ता • योगदान)
- मेरा यह मानना है कि प्रोफेसर साकेत कुशवाहा जी का नाम इस सूची में अवश्य होना चाहिए क्योंकि इनका ना केवल शिक्षा के क्षेत्र में अपितु अन्य क्षेत्रों में भी अविश्वसनीय योगदान रहा है इन्होंने अपने पिछले कार्यकाल और वर्तमान कार्यकाल हर जगह नए-नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं और शिक्षा के नए आयाम निर्धारित किए हैं।
इस नाम को हटाने का मतलब है आकाश से चांद को हटान। — इस अहस्ताक्षरित संदेश के लेखक हैं -203.192.215.7 (वार्ता • योगदान)
- प्रो. साकेत कुशवाहा ने अबूबकर तफावा बालेवा विश्वविद्यालय में प्रबंधन संकाय के डीन के रूप में कार्य किया है।[39].कृषि विज्ञान संस्थान, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में वे प्रोफेसर के रूप में स्थायी संकाय हैं।[40][41]. 2014 से 2017 तक वे ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा, बिहार के कुलपति[42][43][44][45][46][47][48][49][50]रहे हैं। इन्होंने राजीव गाँधी साउथ कैंपस, बरकछा (बनारस हिंदू विश्वविद्यालय), में प्रोफेसर इंचार्ज के रूप में कार्य किया है।[51], वर्तमान में अक्टूबर 2018 राजीव गाँधी विश्वविद्यालय, (केन्द्रीय विश्वविद्यालय), दोईमुख, अरुणाचल प्रदेश में कुलपति के रूप में सेवारत हैं।[52][53][54][55][56]। इनकी मेहनत, कुशल नेतृत्व व संचालन से वर्ष 2020 की भारत के केन्द्रीय विश्वविद्यालयों की रैंकिंग में इस विश्वविद्यालय को 83% अंकों के साथ द्वितीय स्थान प्राप्त करने का गौरव प्राप्त हुआ है।
अफ्रीका के अबूबाकर तफेवा बलेवा विश्वविद्यालय, नाईजीरिया में विभागाध्यक्ष व मैनेजमेंट फैकेल्टी के डीन रहते हुए प्रो. साकेत कुशवाहा ने National Agricultural Scientist (NAS) का दर्जा हासिल किया तथा 1996 से 2006 तक, 10 वर्षों के लंबे समय में USAID/Michigan University एवं Purdue University के सहयोग से Cowpea Research Support Programme (CRSP) के तहत वेस्ट अफ्रीका में प्रोटीन संबंधित समस्याओं को लेकर प्रभावकारी शोध किया, जिसके फलस्वरूप हजारों परिवार जो गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे थे उनके जीवन स्तर में प्रशंसनीय सकारात्मक सुधार आया। ऐसे उल्लेखनीय कार्य से लाभांवित होकर वेस्ट अफ्रीका के समाज ने उनको अपना अंग मानकर सम्माननीय सदस्य के रूप में गौरवान्वित किया।
प्रो. साकेत कुशवाहा के नेतृत्व में साउथ अफ्रीका के क्वाज़ू नटाल विश्वविद्यालय, डरबन में वर्ष 2009 व वर्ष 2010 में हुई International Business Management Conference (आई.बी.एम.सी.) में हुई चर्चा पर आधारित कार्बन फुटप्रिंट पर अनेक शोधकार्य संपादित किये गए।
प्रो. साकेत कुशवाहा अकादमिक क्षेत्र में विश्व में प्रख्यात शिक्षाविदों में से एक प्रसिद्ध कृषि वैज्ञानिक हैं। अपने 27 सालों के शोध, शिक्षण व अकादमिक प्रशासन के क्षेत्र में इन्होने देश-विदेश (नाईजीरिया, अमेरिका व भारत) में अपने रिसर्च व प्रशासनिक कार्यों द्वारा शिक्षा जगत में एक अनुकरणीय पहचान बनाई है। इन्हें 17 राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हैं। इनके 110 राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय शोधपत्रों के आधार पर 22 अफ्रीकी शोधार्थियों एवं 3 भारतीय शोधार्थियों को पी एच. डी उपाधि प्राप्त हुई है, जो सभी उच्च पदों पर कार्य कर रहें हैं। जिनमें से प्रो. एस. ए. मूसा, कानो स्टेट विश्वविद्यालय, नाइजीरिया के 2 बार कुलपति रहते हुए पद को सुशोभित कर चुके हैं।
प्रो. साकेत कुशवाहा ने खुद 2 विश्वविद्यालयों के कुलपति रहते हुए हरकदम पर अपने कुशल कार्यप्रणाली से इन विश्विद्यालयों को प्रगति के पथ पर आगे बढ़ाया है। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा, बिहार के कुलपति रहते हुए प्रो. साकेत कुशवाहा ने NAAC में सफल रेंकिग लाकर भ्रष्टाचारमुक्त, सुंदर व स्वच्छ वातावरण में उस शिक्षण संस्थान को ऊँचाइयों पर पहुँचाया।
हरित एवं सम्पोष्य (Green Farm Planning & Sustainable Development) पर लिखी गई इनकी 6 पुस्तकों तथा शोधकार्यों से प्रभावित होकर 12 प्रोफेशनल बॉडीज़ ने आपको आजीवन सदस्यता प्रदान की है।
प्रो. साकेत कुशवाहा 22 शिक्षण संस्थानों के लिए रिसोर्स पर्सन रहे हैं।
विज़िटिंग साइंटिस्ट -
(a) US Army Research Lab, Aberdeen, Maryland.
(b) Rice University, Houston, Texas.
(c) Air Force Research Lab (AFRL), Dayton, Ohio.
(d) Michigan Tech. University, Houghton, Michigan, USA.
विज़िटिंग प्रोफेसर -
(a) Kano University Of Science & Tech., Nigeria.
(b) National Open University Of Nigeria (NOUN), Nigeria.
प्रो. साकेत कुशवाहा कई विश्वविद्यालयों के लिए UGC विजीटेशन टीम के चेयरमैन रहे हैं, जिसने यूनिवर्सिटीज़ को डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा, 2F & 12B देने का कार्य किया।
प्रो. साकेत कुशवाहा, पीयर रिव्यू कमेटी NAAC टीम के मेम्बर रहे हैं।
प्रो. साकेत कुशवाहा कई देशों के विभिन्न विश्वविद्यालयों में International High End Skill Modelling For Higher Research Under Multilaterd Train the Trainer Course के ऑर्गनाइज़र रहे हैं।
प्रो. साकेत कुशवाहा विभिन्न शैक्षिक एवं शोध पदों के लिए विभिन्न विश्वविद्यालयों (16) में सेलेक्शन कमेटी के मेम्बर रहे हैं।
असोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज़ (AIU) के गवर्निंग कॉन्सिल के मेम्बर रह चुके हैं।
प्रो. साकेत कुशवाहा कुलपति पद की नियुक्ति हेतु बननेवाली सर्च कमेटी के मेम्बर हैं।
देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों के एकज्यूटिव कॉन्सिल, बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट, फाइनेंस कमेटी एवं यूनिवर्सिटी कोर्ट के मेम्बर हैं।
प्रो. साकेत कुशवाहा 6 पुस्तकों के ऑथर हैं। वे 11 पुस्तकों के कोऑथर हैं। 6 जनरल्स के एडिटर-इन-चीफ हैं। 5 जनरल्स के पीयर रिव्यूअर हैं एवं 5 जनरल्स के अंतर्राष्ट्रीय एडवाइसरी बोर्ड के मेम्बर हैं। प्रोफेसर साकेत कुशवाहा निरन्तर आगे बढ़ते हुए प्रतिदिन नई ऊंचाइयों को छूते जा रहे हैं। उन्हें बहुत-2 बधाई व शुभकामनाएं। इतनी ख्याति लब्ध व्यक्ति, युवाओं के प्रेरणाश्रोत एवम कुशल शैक्षिक प्रशाशक का विकिपीडिया पेज हटाया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। कृपया जनहित में इनके पेज को न हटाया जाए बल्कि नित नई जानकारियों से इस पेज को समृद्ध किया जाय। उनके विषय में लिखी बातें प्रचार के उद्देश्य से नहीं बल्कि उनके कृत्यों से जन सामान्य को अवगत कराने हेतु प्रस्तुत किया गया है, विशेषकर हिंदी में। डॉ. सुमिन प्रकाश* — इस अहस्ताक्षरित संदेश के लेखक हैं -Sumin Prakash (वार्ता • योगदान) 13:57, 1 September 2020 (UTC)
- प्रोफेसर साकेत कुशवाहा एक माने जाने शिक्षाविद है और शिक्षा के क्षेत्र में इनका बहुत बड़ा योगदान है इस योगदान को कैसे इस विकिपीडिया फॉर्म से हटाने की कोशिश की जा सकती है जबकि इस तरह के कई वाइस चांसलर के प्रोफाइल और योगदान की चर्चा दूसरी भाषा में मौजूद है अतः इसे हटाने की कोशिश न की जाए क्योंकि इससे इनके किए गए योगदान को प्रेरणादायक बनाने से तथा दूसरों को इससे सीखने को बहुत कुछ मिलने से वंचित किया जा सकता है अतः मेरा अनुरोध है की इनके द्वारा किए गए योगदान को विकिपीडिया द्वारा सम्मानित किया जाना चाहिए तथा बनाए रखना चाहिए — इस अहस्ताक्षरित संदेश के लेखक हैं -2405:204:309d:4809:4a7d:b5c6:78bb:ff61 (वार्ता • योगदान) 16:23, 1 September 2020 (UTC)
प्रो.साकेत कुशवाहा की उपलब्धियाँ किसी भी प्रकार से सिर्फ निजी की श्रेणी में घोषित करके हल्के नजरिये से साबित नहीं की जा सकती हैं। क्योंकि उनके कार्य व उपलब्धियाँ पूरे समाज, समुदायों के लिए लाभकारी हैं। उनके आलेख में उनके देश/विदेश में किये कार्यों व उपलब्धियों का सिलसिलेवार तथ्यपूर्ण ब्यौरा प्रेषित किया है जिसको देखकर समझा जा सकता है कि उनके कार्य कृषि व शिक्षा के क्षेत्र में पूरी तरह से देश/विदेश में समुदायों के विकास के लिए हैं। इसीलिए ही उनकी उपलब्धियों के लिए उन्हे तमाम सम्माननीय पुरस्कारों से नवाजा गया है। इस आलेख का उद्देश्य सिर्फ किसी पद पर बैठे व्यक्ति का या उनकी उपलब्धियों को गिनाकर उनका अभिनंदन करने का नहीं है, बल्कि जब ऐसे व्यक्ति के कार्यों द्वारा प्रगतिपथ का निर्माण हो तो उसके बारे में सभी को जानकारी हो, लोग प्रेरित हों, ज्ञान बढ़ाएँ, उनके जरिए जीवन में आगे बढ़ने के रास्ते समझ सकें जैसे ध्येय के लिए है। अगर किसी व्यक्ति विशेष ने किन्ही कारणवश इस आलेख को उल्लेखनीय नहीं समझा तो वह अपने कारण प्रकाशित करे। उन्होने लिखा कि उल्लेखनीय नहीं है सिर्फ यही लिख देना काफी नहीं है। मान्य नहीं है। विकिपीडिया जैसे प्लेटफार्म पर सर्च करने वाले तमाम लोगों को यह आलेख उल्लेखनीय लगता है अत: ऐसे वे लोग अपना पक्ष रख रहें हैं, तो सिर्फ ये कहकर कि वे प्रशंसा में लिख रहे हैं या वोट कर रहे हैं कहकर नकारने का भाव रखना बिल्कुल भी तर्कसंगत नहीं है। सबका प्रयास पूरी तरह से इस आलेख को इस प्लेटफार्म पर रहने हेतु ही है। ये डिस्कशन सेक्शन बना भी इसीलिए है कि लोग इसमें अपना तर्क या मत रख सकें और वही हो रहा है तो ये कहाँ से गलत है। अगर किसी को ये लगता है कि प्रो. कुशवाहा के बारे में सही जानकारी नहीं दी गई है तो वो जानकारी ले विभिन्न स्त्रोतों से क्योंकि सारी जानकारी तटस्थ व असम्बद्ध स्त्रोतों पर उपलब्ध हैं। परंतु संजीव जी ने तो ये लिख दिया कि वे प्रो. कुशवाहा को नहीं जानते हैं, ना जानने में इच्छुक है तो सवाल उठता है कि फिर वो किस बिनाह पर कुशवाहा जी के आलेख के विरुद्ध कुछ कह रहे हैं। प्रो. साकेत कुशवाहा का प्रोफाइल देखकर कोई भी यह बता सकता है कि यह शख्सियत किसी प्रचार या किसी प्लेटफार्म के जरिये प्रमोशन की मोहताज नहीं है। अत: इसप्रकार की छोटी बातें ना ही करी जाएँ तो सही रहेगा। विकिपीडिया एक ज्ञानकोश है इसीलिए इसपर ज्ञान बढ़ाने हेतु प्रभावशाली व्यक्तित्वों का पृष्ठ होना ही चाहिए और प्रो. साकेत कुशवाहा का आलेख यह साबित करता है कि उनका पृष्ठ ज्ञानवर्धक, प्रेरणावर्धक है इसलिए इसे यहाँ विकिपीडिया पर रहना ही चाहिए। किसी भी टिप्पणी को किस आधार पर निरर्थक समझा जाएगा इसका भी तर्कसंगत जवाब होना चाहिए। सिर्फ निजी लगाव या प्रशंसा या पब्लिसिटी जैसी निर्रथक बातें कह देने से ये साबित नहीं हो जाता है। उपलब्धियाँ हैं तो गिनाई भी जाएँगी। विकिपीडिया को ये संज्ञान में लेना ही चाहिए। वैशाली कुशवाहा
- यह लेख तो साफ़ प्रचार के तहत अब तक हटा दिया जाना चाहिए था। ट्विटर, फ़ेसबुक, एकेडमिया और निजी वेबसाइटों से भरपूर प्रचारात्मक सामग्री भर दी गई है। एक भी संदर्भ ऐसा नहीं है जो व्यक्ति की ज्ञानकोशीय उल्लेखनीयता को प्रमाणित करता हो। बिज़नस स्टैंडर्ड और इंडियन एक्सप्रेस जैसे संदर्भ भी प्रकारांतर से प्रयुक्त हैं, जिसका व्यक्ति की उल्लेखनीयता से कोई सीधा संबंध नहीं। अन्य संदर्भ भी तटस्थ स्रोत की श्रेणी में नहीं गिने जा सकते। जैसा कि ऊपर की टिप्पणियों में कहा जा चुका है कि व्यक्ति की उल्लेखनीयता द्वितीयक और तृतीयक स्रोतों से प्रमाणित कर लेख विकिशैली में लिखा होना चाहिए जो कि नहीं है। लेख नामांकन अनुसार हटा दिया जाय। --अजीत कुमार तिवारी बातचीत 17:40, 2 सितंबर 2020 (UTC)[उत्तर दें]
@अजीत कुमार तिवारी: कृपया आवश्यक कार्यवाही करें। यदि अवांछित भाग को हटाने की आवश्यकता है, तो करें।2409:4071:2481:583A:BDDD:4768:4955:5F27 (वार्ता) 07:44, 13 सितंबर 2020 (UTC)[उत्तर दें]
- टिप्पणी
यहाँ चर्चा में भागीदार होने वाले सदस्यों और आइपी (IP) मात्र से संपादन करने वालों के प्रति अनुरोध है। लेख को उल्लेखनीयता साबित करने हेतु नामांकित किया गया है। इसका एक सीधा सा मापदंड है कि लेख में वर्णित विषय (या व्यक्ति) के बारे में तटस्थ और असम्बद्ध स्रोतों पर इसके बारे में कितनी लिखित सामग्री उपलब्ध है, उसे आधार बनाते हुए और उसका संदर्भ देकर लेख में उचित सुधार किया जाय यदि आप लेख को रखने के पक्ष में हैं। व्यक्ति का किसी पद पर आसीन होना अथवा उसकी निजी उपलब्धियाँ गिनाना इस चर्चा का विषय नहीं है। विकिपीडिया एक ज्ञानकोश है कोई सोशल मीडिया प्लेटफार्म या प्रोफाइल बनाने की जगह नहीं जहाँ हर वो चीज उल्लिखित की जाय जो व्यक्ति या उसके चाहने वालों अथवा प्रशंसकों को उल्लेख योग्य लगे।
न ही यहाँ कोई मतगणना हो रही न कोई जनरल रायशुमारी हो रही कि कितने लोग खाते या IP से इसे रखने का समर्थन कर रहे और इनके लिए प्रशंसात्मक दृष्टिकोण रखते हैं।
जितने लोगों ने इस चर्चा अभी तक अपनी बात रखी उनमें से लगभग सभी या तो केवल इस लेख को रखे जाने के लिए खाता बना के संपादन कर रहे अथवा बिना लॉग इन किये IP से संपादन कर रहे। ऐसे संपादन जिनमें व्यक्ति की उपलब्धियां गिनाने, "मेरी राय में" ऐसा है, "डिलीट नहीं करना चाहिए" जैसी बातों के इतर कुछ भी नहीं। जबकि किसी भी खाताधारी का विकिपीडिया पर इस लेख के इतर कोई अन्य उल्लेखनीय योगदान नहीं है जिससे स्पष्ट है कि इतने सारे संपादन और खाते केवल इस एक लेख को बचाने के उद्देश्य से निर्मित किये जा रहे। यही नहीं दुर्भावना के आरोप और नामांकनकर्ता पर भी टिप्पणियाँ की जा चुकीं।
इतना पर्याप्त है यह मानने के लिए कि इस व्यक्ति के प्रोमोशन या प्रचार मात्र के लिए यह लेख निर्मित किया गया है और इतनी आपाधापी और इतने फालतू प्रशंशात्मक संपादन स्पष्ट करते हैं कि यहाँ चर्चा में हिस्सा लेने वाले व्यक्ति के लेख को बचाने मात्र के उद्देश्य से कार्य कर रहे। ऐसे व्यक्ति, जिन्हें न तो विकिपीडिया के बारे में कोई जानकारी है, न यहाँ चर्चा करने कि शैली की, न ही हस्ताक्षर करने की।
यह चर्चा अबी भी खुली रखी जा रही ताकि अन्य विकिपीडियन सदस्य अपनी राय दे सकें। लेख में, इसे रखने के हामी लोग उचित सुधार करके उसकी उल्लेखनीयता साबित कर सकें।
आगे से इस चर्चा में कोई भी संपादन, "मेरी राय में...", "नहीं हटाना चाहिए..." अथवा केवल प्रशंसा और उपलब्धियाँ गिनाने के लिए किया जाएगा तो उसे हटा दिया जाएगा। कृपया विकिपीडिया की प्रवृत्ति को समझते हुए लेख में यथोचित सुधार करें और उसके उपरांत तर्कपूर्ण ढंग से अपनी बात रखें कि व्यक्ति की उल्लेखनीयता साबित करने वाले कौन से सुधार आपने लेख में किये हैं जिनके कारण इस लेख को रखा जाना उचित है।
केवल इस लेख को रखने हेतु मत व्यक्त करने के लिए निर्मित खातों अथवा IP संपादनों का इस चर्चा में कोई मूल्य नहीं है सिवाय स्वयं यह साबित करने के कि सदस्य अथवा IP संपादक केवल इस लेख को रखने की भावना और व्यक्ति के प्रति अपने निजी लगाव की वज़ह से संपादन कर रहा। आगे से कोई भी निरर्थक टिप्पणी इस चर्चा से हटा दी जायेगी। --SM7--बातचीत-- 18:48, 1 सितंबर 2020 (UTC)[उत्तर दें]
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