लावारिस (1981 फ़िल्म)
लावारिस | |
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लावारिस का पोस्टर | |
निर्देशक | प्रकाश मेहरा |
लेखक | कादर ख़ान (संवाद) |
पटकथा |
शशि भूषण दीनदयाल शर्मा प्रकाश मेहरा |
निर्माता | प्रकाश मेहरा |
अभिनेता |
अमिताभ बच्चन, ज़ीनत अमान, राखी, अमज़द ख़ान, रंजीत, बिन्दू, जीवन, सुरेश ओबेरॉय, मुकरी |
संगीतकार | कल्याणजी-आनंदजी |
प्रदर्शन तिथियाँ |
22 मई, 1981 |
लम्बाई |
189 मिनट |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
लावारिस 1981 में बनी हिन्दी भाषा की नाट्य फ़िल्म है। इसमें अमिताभ बच्चन, ज़ीनत अमान, अमज़द ख़ान और राखी हैं। इसका एक गीत "मेरे अंगने में" बहुत लोकप्रिय हुआ जिसका एक संस्करण छोटी अलका याज्ञिक ने और एक अमिताभ ने गाया। बाद वाला अमिताभ के औरतों के कपड़े पहन के नाचने के लिये मशहूर हुआ।
संक्षेप
[संपादित करें]धनवान राजकुमार रणवीर सिंह (अमज़द ख़ान) प्रसिद्ध गायिका विद्या (राखी) के साथ गुप्त रूप से संबंध में रहता है। जब रणवीर को पता चलता है कि विद्या उसके बच्चे के साथ गर्भवती है, तो वह रिश्ता छोड़ दूर चला जाता है। बरबाद हुई विद्या एक बच्चे को जन्म देती है और उसका निधन हो जाता है, जिससे गंगू गनपत (श्रीराम लागू) नाम के एक शराबी द्वारा बच्चे की देखभाल की जाती है।
लड़का खराब माहौल में बड़ा होता है और उसका नाम एक आवारा कुत्ते के उपर हीरा रखा जाता है। हीरा एक शराब की दुकान में काम करता है और वो उससे खुश है; लेकिन उसकी गाढ़ी कमाई गंगू शराब पर उड़ा देता है। वह महेन्द्र सिंह (रंजीत)) के लिए काम करता है और मोहिनी (ज़ीनत अमान) से प्यार करता है, जो उसके लावारिस होने के कारण उससे कोई लेना-देना नहीं चाहती। इससे हीरा तंग होकर चला जाता है और अब अपने पिता के यहाँ नौकरी करने लगता है। लेकिन सवाल यह है कि जब वह अपने पिता से मिलेगा तो हीरा की क्या प्रतिक्रिया होगी और वह अपने पिता को कैसे पहचान पाएगा?
मुख्य कलाकार
[संपादित करें]- अमिताभ बच्चन — हीरा
- ज़ीनत अमान — मोहिनी
- राखी — विद्या
- अमज़द ख़ान — रणवीर सिंह
- बिन्दू — कामिनी
- रंजीत — महेन्द्र सिंह
- जीवन — लाला
- मुकरी — गफूर भाई
- मुमताज़ बेग़म — मोहिनी की दादी
- ओम प्रकाश — डॉ गोयल
- सुरेश ओबेरॉय — राम सिंह
- गोगा कपूर — फूगा
- सत्येन्द्र कपूर — कैलाशनाथ
- श्रीराम लागू — गंगू गनपत
- मनोरमा — आंटी
- मयूर — कवि हीरा
- नीलम मेहरा — पद्मा
- युनुस परवेज़
- प्रीती सप्रू — चन्नो / चंचल
- राम पी सेठी
- हरी शिवदेसानी — सेठ जी
- अलका नूपुर - अतिथि कलाकार - अपनी तो जैसे तैसे
संगीत
[संपादित करें]सभी कल्याणजी-आनंदजी द्वारा संगीतबद्ध।
क्र॰ | शीर्षक | गीतकार | गायक | अवधि |
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1. | "अपनी तो जैसे तैसे" | प्रकाश मेहरा | किशोर कुमार | 8:04 |
2. | "कब के बिछडे हुए" | अंजान | किशोर कुमार, आशा भोंसले | 6:13 |
3. | "काहे पैसे पे" | अंजान | किशोर कुमार | 5:18 |
4. | "जिसका कोई नहीं" (II) | अंजान | किशोर कुमार | 4:18 |
5. | "जिसका कोई नहीं" | अंजान | मन्ना डे | 3:21 |
6. | "मेरे अंगने में" (स्त्री) | अंजान | अलका याज्ञिक | 4:57 |
7. | "मेरे अंगने में" (पुरुष) | अंजान | अमिताभ बच्चन | 5:18 |
कुल अवधि: | 37:29 |
नामांकन और पुरस्कार
[संपादित करें]पुरस्कार व विभाग | कलाकर | स्थिति | टिप्पणी | |
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सर्वश्रेष्ठ अभिनेता | अमिताभ बच्चन | नामित | ||
सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता | सुरेश ओबेरॉय | नामित | ||
सर्वश्रेष्ठ पर्श्वगायिका | अलका याज्ञनिक | नामित | मेरे अंगने में गाने के लिए |