भीमताल (नगर)
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भीमताल | |||||||
— नगर — | |||||||
समय मंडल: आईएसटी (यूटीसी+५:३०) | |||||||
देश | ![]() | ||||||
राज्य | उत्तराखण्ड | ||||||
ज़िला | नैनीताल | ||||||
जनसंख्या • घनत्व |
७,७२२ (२०११ के अनुसार [update]) | ||||||
क्षेत्रफल • ऊँचाई (AMSL) |
३.९५ कि.मी² • १३७० मीटर | ||||||
विभिन्न कोड
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आधिकारिक जालस्थल: nainital.nic.in/pages/display/186-bhimtal |
निर्देशांक: 29°20′56″N 79°32′10″E / 29.3489227°N 79.5360265°E भीमताल उत्तराखण्ड राज्य के नैनीताल जनपद में स्थित एक नगर है।
नाम की उत्पत्ति[संपादित करें]
नगर का नाम भीमताल भीमताल झील के ऊपर पड़ा है, जो नगर के मध्य में स्थित है। 'भीमाकार' होने के कारण शायद इस ताल को भीमताल कहते हैं। परन्तु कुछ विद्वान इस ताल का सम्बन्ध पाण्डु-पुत्र भीम से जोड़ते हैं।
इतिहास[संपादित करें]
माना जाता है कि अज्ञातवास के समय पांडव इस क्षेत्र में आये थे, तथा भीमताल के किनारे भीम ने भगवान शिव की तपस्या की थी। तेरहवीं शताब्दी में यह क्षेत्र कुमाऊँ राज्य के अंतर्गत आया, और सत्रहवीं शताब्दी में यहां अल्मोड़ा के राजा बाज़ बहादुर चन्द ने भीमेश्वर महादेव मन्दिर की स्थापना की थी। चन्द काल में यह छखाता परगना का मुख्यालय हुआ करता था।
जलवायु[संपादित करें]
== भूगोल ==काठगोदाम से 10km उत्तर और नैनीताल से 22km पूर्व नैनीताल जिले में स्थित यह झील कुमाऊं क्षेत्र का सबसे बड़ा झील है। इसकी लंबाई,1,674 मीटर और चौड़ाई 447 मीटर और गहराई 26 मीटर है। त्रिभुज के आकार का यह ताल तीन तरफ से पर्वतों से घिरा है। इसमें पर्यटकों हेतु नौकाविहर की सुविधा है। इसमें जल का रंग गहरा नीला है। यह कमल और कमल कड़ी के लिए प्रसिद्ध है। इस झील के बीच में टापू है, जिस पर रेस्टोरेंट है। इस झील से सिंचाई हेतु छोटी-छोटी नेहरे निकली गई है।
जनसांख्यिकी[संपादित करें]
२०११ की जनगणना के अनुसार, भीमताल की जनसंख्या ७,७२२ थी, जो २००१ की तुलना में ३१.४६% अधिक थी। नगर का लिंग अनुपात ८८५ महिलाएं प्रति १००० पुरुष है। भीमताल की औसत साक्षरता दर ९३.६७% है, जो राष्ट्रीय औसत ७४.०४% से अधिक है; पुरुष साक्षरता ९५.२८% और महिला साक्षरता ९१.७९% है। जनसंख्या के ११% की उम्र ६ साल से कम है।
अर्थव्यवस्था[संपादित करें]
अस्सी के दशक के आखिर में उत्तर प्रदेश स्टेट डेवलपमैंट काॅरपोरेशन द्वारा भीमताल में औद्योगिक परिक्षेत्र तैयार किया गया था। इसमें एपिक (एक्वामाॅल वाटर साॅल्यूशन लिमिटेड, उषा रेक्टिफायर, जिंदल फिल्म फैक्ट्री, माचिस फैक्ट्री इत्यादि) फैक्ट्रियां लगायी गईं। सरकार ने उद्योगपतियों को सब्सिडी, बिक्री कर में छूट प्रदान की और सस्ते दामों पर जमीनें मुहय्या भी करायीं लेकिन एक्वामॉल फैक्ट्री को छोड़ कोई भी फैक्ट्री अपने पांच साल पूरे नहीं कर पायी।
शिक्षा[संपादित करें]
भीमताल में कई सरकारी और निजी शैक्षणिक संस्थान हैं, जिनमें तसर क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र (वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार), राष्ट्रीय शीत जल मत्स्य संस्थान, जन शिक्षा संस्थान, बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ एप्लाइड साइंसेज, कुमाऊँ विश्वविद्यालय का परिसर (प्रबंधन, फार्मेसी और जैव प्रौद्योगिकी संकाय) और डिस्ट्रिक्ट इंस्टिट्यूट ऑफ़ टीचर्स (डीईटीई) शामिल हैं।
राजकीय आदर्श विद्यालय, भीमताल इस क्षेत्र का सबसे पुराना स्कूल है, जो ब्रिटिश काल से ही चल रहा है। लीलावती पंत इंटर कॉलेज और राजकीय बालिका इंटर कॉलेज भीमताल के अन्य सरकारी शैक्षणिक संस्थान हैं।
आवागमन[संपादित करें]
पर्यटन[संपादित करें]
यह भी देखें[संपादित करें]
सन्दर्भ[संपादित करें]
विस्तृत पठन[संपादित करें]
- क्ले, जे एम (१९२७). Nainital: A Historical and Descriptive Account [नैनीताल: एक ऐतिहासिक और वर्णनात्मक वर्णन] (अंग्रेज़ी में). इलाहाबाद: द सुपरिंटेंडेंट, गवर्नमेंट प्रेस, यूनाइटेड प्रॉविन्सेस.