बौधायन के सूत्र
दिखावट
बौधायन सूत्र वैदिक संस्कृत ग्रंथों का एक समूह है जिसमें धर्म, दैनिक अनुष्ठान, गणित आदि सम्मिलित है। यह हिंदू धर्म के सबसे पुराने धर्म-संबंधी ग्रंथों में से एक है जो पहली सहस्राब्दी ईसा पूर्व से लेकर आधुनिक युग तक में जीवित है। वे कृष्ण यजुर्वेद की तैत्तिरीय शाखा से संबंधित हैं।
बौधायन सूत्र में छह ग्रंथ शामिल हैंः
- बौधायन श्रौतसूत्र, संभवतः 19 प्रश्नों में
- बौधायन कर्मान्तसूत्र, 20 अध्यायों में
- 4 प्रश्नो में द्वैधसूत्र,
- 4 प्रश्नों में गृह्यसूत्र,
- 4 प्रश्नों में धर्मसूत्र और
- 3 अध्याय में शुल्बसूत्र [1]
बौधायन शुल्बसूत्र में कई प्रारंभिक गणितीय विधियाँ मिलती हैं जिसमें 2 के वर्गमूल का अनुमान और पायथागोरस के प्रमेय का कथन शामिल है।[2]
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ Sacred Books of the East, vol.14 – Introduction to Baudhayana
- ↑ Nanda, Meera (16 September 2016). "Hindutva's science envy". मूल से 17 July 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 October 2016.