प्लान (2004 फ़िल्म)
प्लान | |
---|---|
निर्देशक | हृदय शेट्टी |
लेखक |
मिलाप झावेरी (संवाद) |
पटकथा | यश -विनय |
कहानी | संजय गुप्ता |
निर्माता |
संजय गुप्ता धरम ओबेरॉय |
अभिनेता |
संजय दत्त प्रियंका चोपड़ा डीनो मोरिया संजय सूरी समीरा रेड्डी रिया सेन रोहित रॉय |
संगीतकार |
आनन्द राज आनन्द विशाल-शेखर |
प्रदर्शन तिथियाँ |
9 जनवरी, 2004 |
भाषा | हिन्दी |
प्लान 2004 की हिन्दी फ़िल्म है। इसमें संजय दत्त, प्रियंका चोपड़ा, डीनो मोरिया, समीरा रेड्डी और महेश मांजरेकर ने अभिनय किया है।[1] इसका निर्माण संजय गुप्ता ने किया और निर्देशन हृदय शेट्टी ने किया।
संक्षेप
[संपादित करें]जीवन के विभिन्न क्षेत्रों से आए चार व्यक्ति मुंबई की ओर जाने वाली एक ट्रेन में मिलते हैं। वे हैं बॉबी (डीनो मोरिया), ओमी (रोहित रॉय), लकी (संजय सूरी) और जय (बिक्रम सलूजा)। वे तुरंत दोस्त बन जाते हैं। बॉबी का सपना अमिताभ बच्चन जैसा अभिनेता बनने का है। ओमी को उस व्यक्ति से कुछ पैसे वापस लेने हैं जिसने उसके पिता से पैसे उधार लिए थे। लकी अपने गाँव में एक जुआरी था और मुंबई में अपनी किस्मत आज़माने का इरादा रखता था। जय अपना खोया हुआ प्यार वापस पाना चाहता है। यह पता चलता है कि ओमी ने उस उधारकर्ता के साथ 50% पैसे के लिए सौदा कर लिया है। वहां जुए में लकी को किस्मत का साथ मिलने लगा है। वहीं बॉबी को फिल्म उद्योग में बहुत कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। जय को पता चलता है कि उसके प्यार, शालिनी (रिया सेन) ने जानबूझकर उसे छोड़ दिया था और वह उसे वापस नहीं चाहती है। जय को शालिनी को भूलाने के लिए, उसके दोस्त उसे नाइट-क्लब की वेश्या तान्या (पायल रोहतगी) से मिला देते हैं। बाद में वह उसके प्यार में पड़ जाता है। इसके तुरंत बाद, लड़के अपने गांव नहीं लौटने और शहर के जीवन का आनंद लेने का फैसला करते हैं।
वे मुंबई में जीवन का आनंद लेते हैं, लेकिन अंततः उन्हें पता चलता है कि उनके पास पैसे की कमी है। इस वजह से लकी बड़ा जुआ खेलने का फैसला करता है। अन्य सभी उनके पास जो बचा है उसमें योगदान देते हैं। हालाँकि, लकी के विपरीत खेल रहा व्यक्ति धोखे से खेलता है, जिसके परिणामस्वरूप लकी को 7,00,000 रुपए उसे चुकाने होते हैं। उन्हें 2 सप्ताह में पैसे लौटाने और शहर न छोड़ने की चेतावनी दी जाती है। उनकी समस्याओं का एकमात्र समाधान एक बिजनेस टाइकून का अपहरण करना होता है, जिसे लकी ने हाल ही में नाइट क्लबों में देखा था। सफलतापूर्वक उसका अपहरण करने के बाद, उन्हें पता चलता है कि वह वास्तव में मूसा भाई (संजय दत्त) है। मूसा भाई मुंबई की अंडरवर्ल्ड आपराधिक गतिविधियों का प्रमुख है और सबसे खूंखार गैंगस्टर है। हालाँकि, किस्मत उनका साथ देती है जब मूसा भाई को पता चलता है कि अगर उन्होंने उसका अपहरण नहीं किया होता, तो वह मर गया होता। मूसा भाई के आदमियों को उसके प्रतिद्वंद्वी सुल्तान (महेश मांजरेकर) ने उसे मारने के लिए रिश्वत दी थी। लड़के मूसा भाई को उसके विश्वासघाती आदमियों को खत्म करने में मदद करते हैं। बदले में, मूसा भाई बॉबी को उसकी प्रेमिका सपना (समीरा रेड्डी) के साथ एक फिल्म दिलाने में मदद करता है। साथ ही उस जुए के विजेता के साथ एक सौदा करता है कि अगर उसके लड़के एक और गेम जीतते हैं, तो उन्हें कुछ नहीं चुकाना होगा। इस बार जब प्रतिद्वंद्वी धोखा देने की कोशिश करता है तो मूसा उसे ऐसा करने से रोकता है। नतीजा ये होता है कि लड़के 7,00,000 रुपये देने के बोझ से मुक्त हो जाते हैं। हालाँकि जय तान्या के लिए अपनी भावना व्यक्त करता है, लेकिन वह उससे कहती है कि वह उसके जैसे अच्छे लड़के के लिए उपयुक्त नहीं है और उसे अपने गाँव लौट जाना चाहिए।
जब सुल्तान से लड़ने की बात आती है, तो मूसा भाई लड़कों को अपने गांवों में वापस जाने का आदेश देते हुए कहत है कि वह खुद ऐसा करना चाहता है लेकिन ऐसा नहीं कर सकता। क्योंकि उसके अपराध बहुत अधिक हैं। हालाँकि लड़के सुल्तान को पीटने में मूसा भाई की मदद करने के लिए वापस आ जाते हैं और मूसा भाई उसे मार डालते हैं। अंत में, सभी लड़के अपने गाँव वापस चले जाते हैं। मूसा भाई उन्हें विदा करते हैं और उन्हें ईमानदार जीवन जीने की सलाह देते हैं। एक छोटी सी उप-कथा में रानी (प्रियंका चोपड़ा) शामिल है, जो पेशे से एक बार-डांसर है और मूसा भाई से प्यार करती है। वह उससे शादी करना चाहती है। मूसा भाई भी रानी से प्यार करता है लेकिन शादी करने से इंकार कर देता है। इसके बजाय वह सुझाव देता है कि उन्हें गैर-वैवाहिक संबंध बनाना चाहिए, जिससे रानी इनकार कर देती है। अंत में, मूसा भाई उससे शादी करने के लिए सहमत हो जाता है।
मुख्य कलाकार
[संपादित करें]- संजय दत्त — मूसा भाई
- प्रियंका चोपड़ा — रानी
- डीनो मोरिया — बॉबी
- समीरा रेड्डी — सपना
- संजय सूरी — लकी
- रोहित रॉय — ओमि
- बिक्रम सलूजा — जय
- रिया सेन — शालीनी
- पायल रोहतगी — तान्या
- संजय मिश्रा — जग्गी
- महेश मांजरेकर — सुल्तान
- रज़ाक ख़ान — आत्मा
- मुकेश खन्ना — अली भाई
संगीत
[संपादित करें]क्र॰ | शीर्षक | गीतकार | संगीतकार | गायक | अवधि |
---|---|---|---|---|---|
1. | "प्यार आया" | देव कोहली | आनन्द राज आनन्द | अलीशा चिनॉय, आनन्द राज आनन्द | 4:37 |
2. | "होता है होता है" | कुमार | विशाल-शेखर | कुमार शानू, सुनिधि चौहान | 5:16 |
3. | "कैसे कैसे" | देव कोहली | आनन्द राज आनन्द | अदनान सामी, सुनिधि चौहान | 6:22 |
4. | "आने वाला पल" | देव कोहली | आनन्द राज आनन्द | अभिजीत, उदित नारायण, आनन्द राज आनन्द, जुबिन गर्ग | 5:20 |
5. | "कल रात से" | प्रवीण भारद्वाज | आनन्द राज आनन्द | कुमार शानू, श्रेया घोषाल | 4:44 |
6. | "महबूब मेरे" | देव कोहली | आनन्द राज आनन्द | अलीशा चिनॉय | 4:43 |
7. | "एम केम" | देव कोहली | आनन्द राज आनन्द | संजय दत्त, आनन्द राज आनन्द, शान, अभिजीत | 5:26 |
8. | "आने वाला पल (दूसरा संकरण)" | देव कोहली | आनन्द राज आनन्द | अभिजीत, उदित नारायण, आनन्द राज आनन्द, जुबिन गर्ग, बाबुल सुप्रियो | 2:14 |
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "'मूसाभाई' से 'कांचा चीना' तक, संजय दत्त की वो 8 फिल्में, पर्दे पर विलेन बनकर डराया और छा गए". News18 हिंदी. 25 फरवरी 2023. अभिगमन तिथि 23 जनवरी 2024.