भूगोल ज्ञान की एक अन्तर्विषयक शाखा है। यही वज़ह है कि यह लगभग सभी अन्य विषयों से कुछ न कुछ जानकारी और विधियाँ अपनाता है और इन विषयों से सामग्री लेकर उन्हें भौगोलिक अध्ययन का विषय बनाता है। प्रकृति के अध्ययन के तीन आयाम हैं जिनमें प्रकृति की अवघटनाओं (फेनोमेना) का अध्ययन प्राकृतिक विज्ञान करते हैं, समय के सापेक्ष परिवर्तनों का अध्ययन इतिहास करता है, और वहीं उनके स्थानिक तन्त्र के रूप में निबद्ध होने के कारण वे सभी भूगोल के अध्ययन का विषय भी बनती हैं।
यही कारण है कि भूगोल अवघटनाओं के स्थानिक अध्ययन पर बाल देते हुए सभी प्राकृतिक विज्ञानों एवं मानविकी के विषयों से संबद्ध हो जाता है। इनमें से कुछ विषय भूगोल से बहुत ही निकट सम्बन्ध रखते हैं जिनकी एक सूची निम्नवत है: