पंजाब विश्वविद्यालय
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| ध्येय | संस्कृत: तमसो मा ज्योतिर्गमयत |
|---|---|
| प्रकार | सार्वजनिक |
| स्थापित | 1882, सन् 1956 में पुनः दूसरी जगह स्थापित |
| कुलाधिपति | भारत के उपराष्ट्रपति |
| उपकुलपति | रेणु विग |
| छात्र | 14000[1] |
| स्थान | चण्डीगढ़, भारत |
| परिसर | नगरीय |
| संबद्धताएं | यूजीसी, नैक, एआईयू |
| जालस्थल | Puchd.ac.in |

पंजाब विश्वविद्यालय (अंग्रेज़ी: Panjab University, पंजाबी:ਪੰਜਾਬ ਯੂਨੀਵਰਸਿਟੀ) भारत के प्राचीन विश्वविद्यालयों में से एक है। यह चंडीगढ में स्थित हैं। इसकी स्थापना 1882 में लाहौर में हुई थी और विभाजन के बाद भारत में कुछ समय के लिए यह दिल्ली तथा शिमला से कार्यरत रही थी। 1958 ई. से यह वर्तमान में चण्डीगढ़ शहर के दो सेक्टर में लगभग 450 एकड़ भूमि में फैली है।।[2]
प्रसिद्ध भूतपूर्व छात्र-छात्राएँ
[संपादित करें]- डॉ॰ मनमोहन सिंह - भारत के चौदहवें प्रधानमंत्री
- सुषमा स्वराज - दिल्ली की मुख्यमंत्री, भारत की विदेश मंत्री
- रणदीप सुरजेवाला - काँग्रेस नेता
- आदित्य पुरी- एच डी एफ सी बैंक के प्रमुख कार्यकारी अधिकारी
- दीपक शर्मा हिंदी कथाकार
- सुषम बेदी हिंदी कथाकार, उपन्यासकार, अमरीका में हिंदी की प्रोफेसर
- अतुल गुर्टु - उच्च ऊर्जा भौतिक विज्ञानी
बाहरी कड़ियाँ
[संपादित करें]- pu.ac.in - आधिकारिक वेबसाइट
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "Over 14,000 PU students to decide fate of 14 candidates today". हिंदुस्तान टाइम्स. 26 अगस्त 2015. मूल से से 26 अगस्त 2015 को पुरालेखित।. अभिगमन तिथि: 26 अगस्त 2015.
- ↑ pu.ac.in Archived 2006-03-08 at the वेबैक मशीन - आधिकारिक वेबसाइट
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