ट्राफलगर स्क्वायर

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ट्राफलगर स्क्वायर, केन्द्रीय लन्दन, इंग्लैड में स्थित एक चौक है। लन्दन के बीचोंबीच स्थित होने के कारण, यह सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र है और ब्रिटेन तथा विश्व के प्रसिद्ध चौकस्थलों में से एक है। इसके केंद्र में नेल्सन स्तम्भ है, जो अपने आधार पर स्थित चार शेरों द्वारा सुरक्षित रहता है। इस चौक में प्रतिमाएं और नक्काशीदार मूर्तियां प्रदर्शन के लिए लगी रहती हैं, जिसमे एक चौथा स्तम्भ भी सम्मिलित है जो कि समकालीन कला की कृतियों को प्रदर्शित करता है और उन्हें समय-समय पर बदला भी जाता है। इस चौक का प्रयोग राजनीतिक प्रदर्शनों और सामुदायिक सभाओं के लिए एक स्थल के रूप में भी किया जाता है, जैसे लन्दन में नए साल की पूर्व संध्या का समारोह.

यह नाम बैटल ऑफ ट्राफलगर (1805) की स्मृति में रखा गया है जिसमें नेपोलियन के साथ हुए युद्ध में ब्रिटिश नौसेना ने विजय प्राप्त की थी। वास्तव में इसका नाम "किंग विलियम द फोर्थ्स स्क्वायर" रखा जाना था, लेकिन जॉर्ज लेडवेल टेलर ने सुझ्हाव दिया की इसका नाम "ट्राफलगर स्क्वायर" रखा जाये.[1]

चौक का उत्तरी क्षेत्र एडवर्ड प्रथम के काल से राजा के घुड़साल के रूप में प्रयोग किया जाता था, जबकि इसका दक्षिणी क्षेत्र मूल चेरिंग क्रॉस था जहां शहर का तट, वेस्टमिन्स्टर से उत्तर की ओर आते हुए व्हाइटहॉल से मिलता था। इन दोनों शहरों का मध्य बिंदु के रूप में चेयरिंग क्रॉस आज तक लन्दन का केंद्र माना जाता है, जहां से सभी स्थानों की दूरियां मापी जाती हैं।

1820 के दशक में द प्रिंस रीजेंट ने भूदृश्य वास्तुकार जॉन नैश को इस क्षेत्र के पुनर्विकास में संलग्न कर दिया। नैश ने चेयरिंग क्रॉस के सुधार के लिए अपनी योजना के अंतर्गत चौक को खाली करवा दिया। इस चौक की वर्तमान वास्तुकला का श्रेय सर चार्ल्स बैरी को जाता है और यह 1845 में पूरी की गयी थी।

ट्राफलगर स्क्वायर का स्वामित्व राजपद के अधिकार के अंतर्गत महारानी को प्राप्त है और इसका प्रबंधन ग्रेटर लन्दन अथॉरिटी द्वारा किया जाता है।[2]

संक्षिप्त विवरण[संपादित करें]

नेल्सन के स्तम्भ में चार सिंहों में से एक

इस चौक में एक बड़ा केन्द्रीय क्षेत्र है जो तीन तरफ से सड़क मार्गों द्वारा घिरा है और चौथी ओर से सीढियां हैं जो नैश्नल गैलरी की ओर जाती है। वे सड़कें जो चौक से होकर गुजरती हैं, वे A4 सड़क के एक भाग का निर्माण करती हैं और 2003 से पहले तह यह चौक एकतरफा यातायात प्रणाली से घिरा था। चेरिंग क्रॉस ट्यूब स्टेशन से जुड़े उपमार्ग पैदल चलने वालों को यातायात से बचने का एक मार्ग प्रदान करते हैं। हाल में हुए कार्यों के फलस्वरूप सडकों की चौड़ाई कम हो गयी है और चौक के उत्तरी सिरे का यातायात बंद कर दिया है।

नेल्सन स्तम्भ चौक के केंद्र में स्थित है और सर एडविन लैंडसियर द्वारा बनाये गए कांस्य के चार बड़े शेरों तथा फव्वारों से घिरा है जिसकी डिजाइन सर एडविन लुटिंस द्वारा 1939 में बनायी गयी थी (इनका निर्माण पीटरहेड ग्रेनाइट के दो पूर्व फव्वारों के स्थान पर किया गया था, जो अब कनाडा में वास्काना सेंटर और कन्फेडरेशन पार्क में हैं). इन शेरों की ढलाई मॉरिस सिंगर फाउन्ड्री (ढलाईखाना) में की गयी थी, इसमें जो धातु प्रयोग में लायी गयी थी वह फ़्रांसिसी बेड़े की तोपों के पुनर्चक्रण से प्राप्त की गयी थी। इस स्तम्भ के ऊपर होरेशियो नेल्सन की एक प्रतिमा है जो ट्राफलगर में ब्रिटिश बेड़े का नेतृत्व करने वाले उप-नौसेना अध्यक्ष थे।

1890 में वर्ड्सवर्थ डोनिसथोर्प द्वारा ट्राफलगर स्क्वायर के दस फ्रेम का प्रदर्शन

यह फव्वारे लॉर्ड जेलिको (पश्चिमी ओर से) और लॉर्ड बीटी (पूर्वी ओर से) के स्मारक हैं, इनमे से जेलिको वरिष्ठ अधिकारी थे।[3]

चौक के उत्तरी सिरे पर नैश्नल गैलरी है और पूर्व में सेंट-मार्टिन-इन-द-फील्ड्स चर्च है। यह चौक एड्मायरैल्टी आर्क द्वारा द मॉल को दक्षिणपूर्व से जोड़ता है। इसके दक्षिण में व्हाइटहॉल है, पूर्व में स्ट्रैंड और साउथ अफ्रीका हाउस हैं, उत्तर में चेरिंग क्रॉस रोड और पश्चिम में कनाडा हाउस है।

नैश्नल गैलरी के सामने वाले उद्यान में दो मूर्तियां हैं, जेम्स II की मूर्ति प्रवेश पोर्टिको के पश्चिम में है और जॉर्ज वाशिंगटन की मूर्ति पूर्व में है। जॉर्ज वाशिंगटन की मूर्ति, स्टेट ऑफ वर्जीनिया से उपहार के रूप में मिली है जोकि संयुक्त राज्य अमेरिका से आयातित मिट्टी पर खड़ी है। ऐसा वाशिंगटन की उस घोषणा के सम्मान के किया गया था जिसमें उन्होंने कहा था कि वह फिर कभी ब्रिटेन की धरती पर अपने पैर नहीं रखेंगे.[4]

1888 में जनरल चार्ल्स जॉर्ज गौर्डन की मूर्ति भी वहां स्थापित की गयी। 1943 में यह मूर्ति हटा दी गयी, 1953 में इसे विक्टोरिया इम्बैंक्मेंट में पुनः स्थापित किया गया। द्वीतीय विश्व युद्ध के प्रथम सी लॉर्ड एडमिरल कनिंघम की फ्रंटा बेल्स्की द्वारा बनायी गयी अर्धप्रतिमा का अनावरण ट्राफलगर स्क्वायर पर एडिनबर्ग के ड्यूक प्रिंस फिलिप द्वारा 2 April1967 को किया गया था।[5]

यह चौक दर्शनार्थियों और लंदनवासियों दोनों के लिए ही समान रूप से एक सामाजिक और राजनीतिक स्थल बन चुका है, जिसका इतिहास "राष्ट्रीय नायकों की प्रतिमाओं से आबाद एक खुला मैदान जो देश के सर्वप्रमुख राजतान्त्रिक स्थान पर है", के आधार पर विकसित हुआ है, यह तथ्य इतिहासकार रौड्नी मेस द्वारा लिखित है। 1940 में इसकी प्रतीकात्मक महत्ता का प्रदर्शन किया गया था जब एक अपेक्षित जर्मन आक्रमण के बाद नाज़ी एसएस ने नेल्सन स्तम्भ को बर्लिन में स्थानांतरित की गुप्त योजना बनायी थी, जैसा कि इफ ब्रिटेन हैड फालेन (1972) में नॉरमैन लाँगमेट ने बताया है।

ट्राफलगर स्क्वायर, 1908
ट्राफलगर स्क्वायर का 360 डिग्री दृश्य, 2009

विशेषताएं[संपादित करें]

स्तंभ[संपादित करें]

चौक के कोनों में चार स्तम्भ हैं; उत्तरी दिशा के दो खम्भे अश्वारोही प्रतिमाओं के लिए निर्धारित किये गए थे और इसीलिए वह दोनों दक्षिणी स्तंभों की अपेक्षा अधिक चौड़े हैं। इनमें से तीन पर प्रतिमाएं हैं: जॉर्ज IV (उत्तरपूर्व में, 1840 के दशक में), हेनरी हैवलॉक (दक्षिण पूर्व में, 1861, विलियम बेह्नेस द्वारा) और सर चार्ल्स जेम्स नेपियर (दक्षिण पश्चिम में, 1855). पूर्व में लन्दन के मेयर रहे केन लिविन्गस्टोन ने विवादस्पद ढंग से यह इच्छा जाहिर की कि वे दोनों जनरलों के स्थान पर प्रतिमाएं देखना चाहते हैं जिन्हें "साधारण लंदनवासी जानते हों".[6]

चौथा स्तम्भ[संपादित करें]

उत्तर पश्चिम कोने में स्थित चौथा स्तम्भ वास्तव में विलियम IV की प्रतिमा लगाये जाने के लिए निर्धारित किया गया था लेकिन कुछ हद तक विलियम IV के अधिक प्रसिद्द नहीं होने के कारण इस प्रतिमा के लिए कभी कोष एकत्रित नहीं किया गया। तब से ही यह स्तम्भ विभिन्न प्रकार से प्रयोगों में लाया गया है - वर्तमान में इसपर एक विशाल कांच की शीशी में एचएमएस (HMS) विक्ट्री की 1:30 माप की एक प्रतिकृति लगायी गयी है।

फव्वारे[संपादित करें]

फव्वारे में नया एलईडी (LED) प्रकाश व्यवस्था

जब 1845 में पहली बार यह चौक बनी थी तब फव्वारे का प्रमुख उद्देश्य सुन्दरता नहीं बल्कि उपलब्ध खुली जगह और राजद्रोही सभाओं की सम्भावना को कम करना था। वास्तव में इस फव्वारे को नैशनल गैलरी के पीछे स्थित एक भाप के इंजन द्वारा ऊर्जा मिलती थी जो भूमि के न्द्र स्थित बहते हुए कुएं से ऊर्जा प्राप्त करता था। हालांकि, साधारण मत यह था कि इंजन को पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिल पाती है इसलिए 1930 के दशक के पूर्वार्द्ध में यह निर्णय लिया गया कि उसके स्थान पर ईंट के बेसिन और एक नया पम्प लगाया जायेगा. लगभग 50,000 पाउंड की लागत से फव्वारे के स्थान पर सर एडविन लुटिंस के डिजाइन प्रतिस्पथित किये गए और पुराने फव्वारे को दानियों को बेच दिया गया और वह कनाडा को दिया गया एक उपहार हो गया जिसे अंततः ओटावा और रेजिना में लगाया गया, जहां वे आज भी उपयोग में हैं।[7][8] लुटिंस के डिजाइन अब ग्रेड II में अनुसूचित हैं।

इसके बाद कुछ जीर्णोद्धार आवश्यक हो गया जिसे May 2009 तक पूरा कर लिया गया। पम्प प्रणाली को प्रतिस्पथित कर दिया गया क्योंकि तीन में से केवल एक पम्प कार्य कर रहा था। नया पम्प 80-फुट (24 मी॰) की पानी का धार हवा में भेजने में की क्षमता रखता था।[9] एक नयी एलइडी (LED) प्रकाश प्रणाली भी जीर्णोद्धार के दौरान लगायी गयी थी जिससे कि प्रकाश व्यवस्था की लागत घटायी जा सके क्योंकि पुराने अत्यधिक चमकीले बल्बों को प्रतिस्पथित करने की लागत 1,000 पाउंड थी और वे नियमित रूप से ख़राब होते रहते थे। नयी प्रकाश प्रणाली की डिजाइन लन्दन 2012 समर ओलंपिक्स के आधार पर विकसित की गयी है और यह पहली बार फव्वारे पर रंगों के अनेकों विभिन्न संयोजोनो को प्रक्षिप्त करेगी। [7] इसके अतिरिक्त, नयी प्रकाश प्रणाली में बहुत ही कम ऊर्जा की आवश्यकता होती है और यह प्रकाश के कार्बन फुटप्रिंट को 90 प्रतिशत तक घटाती है।[9]

कबूतर[संपादित करें]

लंदन के ट्राफलगर स्क्वायर में कबूतर एकत्र हुए, 20062008 में कबूतर काफी हद तक चले गए थे।
2007 में सब में से एक प्रशिक्षित स्येनपक्षी

यह चौक अपने वन्य कबूतरों के लिए प्रसिद्ध है और उनको दाने डालना लंदनवासियों और पर्यटकों के बीच एक प्रिय कार्य है। नैश्नल पोर्ट्रेट गैलरी में एलिज़ाबेथ टेलर का 1948 का एक चित्र है जिसमें वह पक्षियों के दाने के साथ खड़ी हैं जिससे कि पक्षी उन्हें घेर लें. पक्षियों की उपस्थिति प्राचीन समय से ही विवाद का विषय रहा है: उनके द्वारा किया गया मलत्याग इमारतों पर गन्दा दिखता है और पत्थरों की नक्काशी को ख़राब करता है और झुण्ड की अधिकतम संख्या जिसका आंकलन किया गया है वह 35,000 है, इसे स्वास्थ्य की दृष्टि से घातक माना जा रहा है। 1996 में, पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में ले लिया जिस पर लगभग 1,500 पक्षियों को जाल में फंसा कर किसी अन्य बिचौलिए को बेचने का आरोप था; यह माना जा रहा था कि पक्षियों को खाने के उद्देश्य से जाल में फंसाया गया है।[उद्धरण चाहिए]

2005 में, इस चौक में पक्षियों के दाने की बिक्री विवादास्पद रूप से बंद कर दी गयी और कबूतरों को वहां आने से रोकने के लिए अन्य साधनों का प्रयोग किया गया, जिसमें प्रशिक्षित बाजों का प्रयोग भी शामिल था। पक्षियों के समर्थकों - जिसमें सेव द ट्राफलगर स्क्वायर पीजंस शामिल थे - साथ ही साथ कुछ पर्यटक भी शामिल थे जिन्होंने पक्षियों को दाना डालना जारी रखा, लेकिन 2003 में तत्कालीन मेयर, केन लिविंगस्टोन ने चौक के अन्दर कबूतरों कोई दाना डालने पर प्रतिबन्ध लगाने के लिए उपनियम लागू किये। [10] इन उपनियमों के बहुधा उल्लंघन के कारण 10 September 2007 को वेस्टमिन्स्टर सिटी काउंसिल द्वारा चौक के उत्तरी चबूतरे के पैदलपथ पर, चौक की पूरी परिधि में, सेंट मार्टिन-इन-द-फील्ड्स चर्च के चारों ओर के क्षेत्र में, नैश्नल गैलरी के ठीक सीध में पड़ने वाली जगह पर, कनाडा हाउस, साउथ अफ्रीका हाउस और द मॉल, चेरिंग क्रॉस रोड व द स्ट्रैंड के कुछ भागों में, पक्षियों को दाना डालने पर प्रतिबन्ध लगाने के लिए कुछ और उपनियम लागू किये गए।[11] अब ट्राफलगार स्क्वायर में कुछ ही पक्षी हैं और अब इसका उपयोग त्योहारों तथा फिल्म कंपनियों द्वारा किराये पर लिए जाने में होता है, इस प्रयोग की शैली ऎसी है कि यह 1990 के दशक में संभव नहीं था।

पुनर्विकास[संपादित करें]

चौक के कुछ हिस्से को पैदलपथ के रूप में बनाने के लिए पब्लिक रीड प्लान्स के सदस्य, [32]

2003 में चौक के उत्तरी सिरे का पुनर्विकास पूरा हो गया। इस कार्य के अंतर्गत प्रमुख पूर्वाभिमुख सड़क को हमेशा के लिए बंद कर दिया गया - इसे शेष चौक के मार्ग से ले जाया गया और दीवार के कुछ हिस्से को नष्ट किया गया तथा चौड़ी सीढ़ियों का निर्माण किया गया। इस निर्माण में, विकलांग लोगों के पहुंचने के लिए, सार्वजनिक शौचालय और एक छोटे से कैफे के लिए दो सैक्सन सीज़र लिफ्ट भी शामिल हैं। चौड़ी सीडियों की योजना पर काफी समय से विचार चल रहा था, यहां तक कि चौक की मूल योजना में भी इस पर विचार किया गया था। नयी सीढ़ियां नैश्नल गैलरी के सामने एक विशाल छत पर या पियाज्ज़ा तक ले जाती हैं, जहां पहले एक सड़क थी। पहले चौक तथा नैश्नल गैलरी के बीच आवागमन दो व्यस्त क्रौसिंगों के द्वारा होता था जोकि चौक के उत्तर पूर्व और उत्तर पश्चिम कोनों पर स्थित थीं। पैदलपथ निर्माण की योजना को, सड़क को उपयोग करने वालों और पैदल चलने वालों, दोनों के द्वारा किये गए विरोध के फलस्वरूप आगे बढ़ाया गया, जो इस बात के लिए चिंतित थे कि यातायात के पथांतरण से लन्दन में किसी और स्थान पर अधिक भीड़ होने लगेगी. हालांकि, यह नहीं प्रतीत होता कि ऐसा वास्तव में हुआ;[उद्धरण चाहिए] लन्दन कंजेशन चार्ज के कारण यातायात में कमी इसका एक कारण हो सकता है।

उपयोग[संपादित करें]

नए साल के कार्यक्रम[संपादित करें]

कई वर्षों तक, नए वर्ष के आरम्भ को मनाने वाले मौजी लोग नागरिक समारोह की व्यवस्था नही हो पाने के बावजूद भी इस चौक पर एकत्र हो जाते थे। चौक में आधिकारिक कार्यक्रमों के अधिक न मनाये जाने के लिए कुछ हद तक कारण यह था कि अधिकारियों का ऐसा मानना था कि सक्रीय रूप से और अधिक पार्टी मनाने वालों को प्रोत्साहित करने से इस क्षेत्र में भीड़भाड़ और भी बढ़ जायेगी.

2005 से, लन्दन आई और चौक के समीप थेम्स के दक्षिणी किनारे पर की जाने वाली आतिशबाजी दर्शकों को नए वर्ष का ज़ोरदार स्वागत करने का अवसर देती है।

वीई (VE) दिवस समारोह[संपादित करें]

विक्ट्री इन यूरोप डे (VE DAY) 8 May 1945 को हुआ था, यह वह तारीख़ थी जब द्वीतीय विश्व युद्ध के दौरान मित्र राष्ट्रों ने औपचारिक रूप से नाज़ी जर्मनी की हार और एडोल्फ हिटलर के थर्ड रेक (तीसरा जर्मन राज्य) के अंत का जश्न मनाया था। ट्राफलगर स्क्वायर उन लोगों की भीड़ से भर गया था जो सर विंस्टन चर्चिल द्वारा युद्ध समाप्ति की औपचारिक घोषणा सुनना चाहते थे। ट्राफलगर स्क्वायर का प्रयोग संपूर्ण देश से आने वाले लोगों द्वारा एक समारोह स्थल के रूप में भी किया जाता था। 8 May 2005 को वीई (VE) डे की साठवीं वर्षगांठ मनाने के लिए बीबीसी (BBC) (BBC) ने इमॉन होम्स और नताशा कैपिलिंस्की द्वारा एक संगीत समारोह का आयोजन किया।

क्रिसमस समारोह[संपादित करें]

23 दिसम्बर 2006 में ट्राफलगर स्क्वायर का क्रिसमस का पेड़

1947 से प्रतिवर्ष ट्राफलगर स्क्वायर पर एक क्रिसमस समारोह होता है। नॉर्वे की राजधानी ओस्लो द्वारा एक नॉर्वे स्प्रूस (प्रसरल वृक्ष) (या कभी-कभी फर वृक्ष) लन्दन के क्रिसमस वृक्ष हेतु उपहार के तौर पर दिया जाता है, यह विश्व युद्ध II में ब्रिटेन के सहयोग के प्रति आभार के एक संकेत के रूप में दिया जाता है। (युद्ध में साधरण समर्थन के अतिरिक्त, नॉर्वे के राजकुमार ओलाव, साथ ही साथ देश की सरकार भी, संपूर्ण विश्व युद्ध II के दौरान लन्दन में निर्वासित होकर रह रही थी।) परंपरा के एक हिस्से के रूप में, वेस्टमिन्स्टर के लॉर्ड मेयर इस वृक्ष के काटे जाने के कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए शरद ऋतु के अंत में ओस्लो का भ्रमण करते हैं और ओस्लो के मेयर क्रिसमस समारोह पर इस वृक्ष को प्रकाशित करने के लिए लन्दन आते हैं।[12]

राजनीतिक प्रदर्शन[संपादित करें]

ट्राफलगर स्क्वायर में एक प्रदर्शन
आतंकवाद विरोधी कानून के तहत फोटोग्राफरों के उत्पीड़न के खिलाफ नारेबाजी, 23 जनवरी 2010

निर्माण के समय से ही, ट्राफलगर स्क्वायर राजनीतिक प्रदर्शनों का एक स्थल रहा है, हालांकि अधिकारियों ने प्रायः ही इस पर प्रतिबन्ध लगाने का प्रयास किया है। 1939 में कथित रूप से[कौन?] फव्वारों को उनकी वर्तमान माप पर लगवाया गया था जिससे कि यहां पर भीड़ एकत्र होने की संभावनाओं को कम किया जा सके, जबकि मूल योजना में फव्वारे नहीं शामिल थे।

इस वर्ष के मार्च माह तक नेल्सन स्तम्भ खुल गया, अधिकारियों ने वहां पर चार्टिस्ट सभाओं पर प्रतिबन्ध लगाना शुरू कर दिया। राजनीतिक रैलियों पर आम प्रतिबन्ध 1880 के दशक तक प्रभावी रहा, जब उद्भवित श्रम आन्दोलन ने, मुख्यतः सोशल डेमोक्रेटिक फेडरेशन ने, यहां पर विरोध प्रदर्शन प्रारंभ कर दिया।

"ब्लैक मंडे" (8 February 1886) को, प्रदर्शनकारियों ने बेरोजगारी के विरोध में रैली निकली; जिसके फलस्वरूप पाल मॉल में दंगा भड़क गया। 13 November 1887 को एक इससे भी बड़ा दंगा इस चौक पर घटित हुआ (जिसे "ब्लडी सन्डे" कहते हैं).

आधुनिक काल में महत्त्वपूर्ण प्रदर्शनों में से एक इसी चौक पर 19 September 1961 को 100 लोगों की समिति द्वारा घटित हुआ था जिसमें दार्शनिक बर्ट्रैंड रसेल भी शामिल थे। प्रदर्शनकारी युद्ध और परमाणु हथियारों के विरोध में शांति के लिए रैली कर रहे थे।

1980 के संपूर्ण दशक में, साउथ अफ्रीका हाउस के बाहर निरंतर रंगभेद विरोधी प्रदर्शन किये गए। हाल ही में, इस चौक पर पोल टैक्स दंगे (1990) और अफगानिस्तान की लड़ाई तथा ईराक की लड़ाई के विरोध में प्रदर्शन किये गए थे।[13]

7 July 2005, गुरूवार को लन्दन में आंतंकवादियों द्वारा की गयी बमबारी के कुछ ही देर बाद यह चौक कड़ी सुरक्षा व्यवस्था का भी गवाह बना। [14]

दिसंबर 2009 को, कैम्प फॉर क्लाइमेट एक्शन के प्रतिभागियों ने दो सप्ताहों के लिए चौक पर कब्ज़ा कर लिया जिसके अंतर्गत पर्यावरण परिवर्तन पर यूएन (UN) सम्मलेन कोपेनहेगन में की गयी।[15] सम्मलेन के दौरान इसे पर्यावरण परिवर्तन पर प्रत्यक्ष कार्यवाही के लिए ब्रिटेन का संचालन केंद्र बना दिया गया और इसके फलस्वरूप अनेकों कार्यवाहियों और प्रदर्शनों का जन्म हुआ।[16][17][18]

27 मार्च 2011 को। चौक पर उन प्रदर्शनकारियों द्वारा कब्ज़ा कर लिया गया जो ब्रिटेन के बजट और इसके द्वारा प्रस्तावित बजट कटौतियों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। हालांकि रात्रि के दौरान, अवस्था हिंसात्मक हो जाती थी क्योंकि दंगा पुलिस और प्रदर्शकारियों के प्रसार समूह ने चौक के काफी हिस्सों को नष्ट कर दिया। [19]

खेल संबंधी कार्यक्रम[संपादित करें]

21 जून 2002 को, इस चौक में 12,000 लोग एक विशाल वीडियो परदे पर, जो विशेषतः इसी अवसर के लिए लगवाया गया था, ब्राज़ील के विरुद्ध इंग्लैण्ड की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम का विश्व कप क्वार्टर फाइनल देखने के लिए जमा हुए.[20]

इक्कीसवीं शताब्दी के उत्तरार्ध में ही ट्राफलगर स्क्वायर विजय जुलूस का चरमस्थल बन चुका था। इंग्लैण्ड की राष्ट्रीय रग्बी यूनियन टीम द्वारा 9 December 2003 को इसका प्रयोग 2003 रग्बी वर्ल्ड कप की जीत का जश्न मानाने के लिए किया गया और फिर 13 September 2005 को द एशेज़ में ऑस्ट्रेलिया की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के विरुद्ध इंग्लैण्ड की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम की जीत का जश्न भी यहीं पर मनाया गया।

6 जुलाई 2005 को ट्राफलगर स्क्वायर इस सूचना का उद्घोषणा स्थल बना कि लन्दन ने 2012 समर ओलंपिक्स की मेज़बानी करने की बोली जीत ली है।

2007 में, टूर डे फ़्रांस का शुभारम्भ ट्राफलगर स्क्वायर से हुआ।

अन्य उपयोग[संपादित करें]

एडवर्ड पेथर द्वारा यह चित्र (1865 सी.)[21] ट्राफलगर स्क्वायर के दक्षिण में है जहां संसद के भवनों के दुर्ग क्षितिज पर दिखायी पड़ते हैं

सामान्य लन्दन का दृश्य प्रस्तुत करने वाले स्थान के रूप में ट्राफलगर स्क्वायर का प्रयोग फिल्मों में अधिकांशतः किया जाता है (बिग बेन के एक विकल्प के रूप में) या ब्रिटेन के दृश्यों के लिए इसका प्रयोग सामान्यतया कम ही किया जाता है। 1960 के दशक के उत्तरार्ध में स्विन्गिंग लन्दन एरा के दौरान इसे फिल्मों और टेलीविज़न में प्रमुख रूप से दिखाया गया, इन फिल्मों में द एवेंजर्स, कैसिनो रॉयल, डॉक्टर हू, द इपक्रेस फ़ाइल और मैन इन ए सूटकेस शामिल थीं।

बीबीसी (BBC) की हास्य श्रंखला मॉन्टी पाईथंस फ़्लाइंग सर्कस के दो हास्य नाटकों के कुछ भागों में भी ट्राफलगर स्क्वायर को दिखाया गया है। स्केच, कलेक्टिंग बर्डवाचर्स एग के क्रम में, पीले भूरे बरसाती कोट पहने अनेक लोग प्रसिद्ध कबूतरों पर हंसते हुए चौक के चारों ओर घूमते हैं। स्केच, ओलम्पिक हाइड एंड सीक भी यहीं से प्रारंभ होता है। इस स्केच में ग्राहम चैपमैन ब्रिटिश प्रतिभागी डाउन रॉबर्ट्स के रूप में हैं और टेरी जोन्स फ्रैंसिस्को ह्युरौन के रूप में हैं जो पैरागुए से है और एक प्रतियोगिता में रॉबर्ट्स के प्रतिद्वंदी हैं, इस प्रतियोगिता का अंत 11 से भी अधिक वर्षों के बाद बराबरी पर होता है। चैपमैन स्केच की शुरुआत में लॉर्ड नेल्सन स्तम्भ के पास से एक टैक्सी लेते हैं। ट्राफलगर स्क्वायर टेरी गिलियम के कई एनिमेशन में कार्टून के रूप में दिखायी पड़ता है।

ट्राफलगार स्क्वायर वी फॉर वेंडेटा के हास्य संस्करण में उस स्थान के रूप में दिखाया गया है जहां V's सेना का सामना करते हैं और संख्या में अधिक होने के कारण (और वास्तविक वी के कारनामों से) एक भी फायर किये बगैर ही उन्हें हरा देते हैं।

लन्दन और मॉस्को दोनों ही स्थानों पर ट्राफलगर स्क्वायर का प्रयोग शतरंज प्रतियोगिता के स्थल के रूप में किया जाता था, जहां बर्फ से मोहरे और प्यादे बनाये जाते थे, इनमें से कुछ इन दोनों शहरों के ऐतिहासिक स्थलों से मेल करते थे।

यह चौक 23 April 2007 को विश्व कीर्तिमान के सफल प्रयास "वर्ल्ड्स लार्जेस्ट कोकोनट ऑर्केस्ट्रा" का भी कार्यक्रम स्थल रहा है। यह कीर्तिमान सेंट जॉर्ज दिवस को बनाया गया था और इसके बाद मॉन्टी पाईथन एंड द होली ग्रेल का प्रथम प्रदर्शन किया गया था। विश्व कीर्तिमान के इस प्रयास को फिल्मों में नारियल के प्रयोग और मंच प्रस्तुति स्पामलौट के साथ जोड़ा गया।

मई 2007 में ट्राफलगर स्क्वायर पर लगायी गयी अस्थायी घास

मई 2007 में लन्दन के अधिकारियों द्वारा शहर में "हरित क्षेत्र" को प्रोत्साहित करने के अभियान के तहत इस चौक को दो दिनों के लिए 2,000 वर्ग मीटर केव क्षेत्र में हरी घास बिछा दी गयी।[22]

जुलाई 2007 में इस चौक पर ग्रेट ब्रिटेन की ओर से पाकिस्तान की स्वतंत्रता की साठवीं वर्षगांठ पर एक जुलूस और संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में अनेकों प्रसिद्ध खेल तथा नामी गिरामी हस्तियों के द्वारा प्रदर्शन और पाकिस्तानी विरासत और संस्कृति की अनेकों प्रदर्शनियां शामिल की गयी थीं। यह प्रमुख रूप से ब्रिटिश पाकस्तानियों की अब तक की सबसे बड़ी सभा थी। इसका सीधा प्रसारण जियो टीवी पर किया गया था जो निजी पाकिस्तान टेलीविज़न और पाकिस्तानी उच्चायोग का प्रसारण है।

प्रतिवर्ष ट्राफलगर की लड़ाई (21 October) की वर्षगांठ पर, सी कैडेट कॉर्प्स ट्राफलगर में एडमिरल लॉर्ड नेल्सन और स्पेन तथा फ़्रांस के संयुक्त बड़े पर ब्रिटिश जीत के सम्मान में एक जुलूस निकालता है। सी कैडेट कॉर्प्स का क्षेत्र 7, 24 कैडेट वाली प्लाटून द्वारा दर्शाया जाता है जिसमें 12 पुरुष कैडेट और 12 महिला कैडेट होती हैं। ये पूर्वी क्षेत्र, लन्दन क्षेत्र, दक्षिणी क्षेत्र, दक्षिणपश्चिम क्षेत्र, उत्तरपश्चिम क्षेत्र, उत्तरी क्षेत्र और नौसेना के कैडेट का प्रतिनिधित्व करते हैं। द नैश्नल सी कैडेट बैंड भी जुलूस निकालता है तथा गार्ड और कलर पार्टी भी ऐसा ही करते हैं।

गैलरी[संपादित करें]

पहुंचने के साधन[संपादित करें]

निकटतम भूमिगत लन्दन स्टेशन:

  • चेरिंग क्रॉस - उत्तरी और बाकेर्लू लाइन्स-का चौक में एक निकास द्वार है। वास्तव में इन दोनों के लाइन के स्टेशन अलग-अलग थे, जिनमें से प्रथम बाकेर्लू लाइन को ट्राफलगार स्क्वायर कहते थे; इन्हें जोड़ दिया गया और 1979 में जुबिली लाइन निर्माण के हिस्से के रूप में इनका पुनः नाम रख दिया गया, जिसे बाद में 1999 के अंत में दिशा परिवर्तन करके पुनः वेस्टमिन्स्टर ट्यूब स्टेशन की ओर कर दिया गया।
  • तटबंधन - जिला, सर्कल, उत्तरी और बार्केलू लाइंस.
  • लीसेस्टर स्क्वायर - उत्तरी और पिकैडली लाइंस

ट्राफलगर स्क्वायर से जाने वाले बस मार्ग:

  • 6, 9, 11, 12, 13, 15, 23, 24, 29, 53, 87, 88, 91, 139, 159, 176, 453.

अन्य ट्राफलगर स्क्वायर[संपादित करें]

प्रचलित ब्रिटिश आम रास्ते के से पहले, ब्रिजटाउन, बार्बाडोस में नैश्नल हीरोज़ स्क्वायर का वास्तविक नाम 1813 में, ट्राफलगर स्क्वायर रखा गया था, यहां एडमिरल होरेशियो नेल्सन की एक अन्य मूर्ति लगायी गयी थी। इसका नाम 28 April 1999 में बदला गया।

बर्रे, मेसाचुसेट्स में भी एक ट्राफलगार स्क्वायर है।[23]

न्यू जीलैंड में लोअर हट शहर में, वाटरलू के बाहरी भाग में, वाटरलू इंटरचेंज रेलवे स्टेशन के सामने भी एक ट्राफलगर स्क्वायर है, जो एक विशाल महानगरीय केंद्र है।[24]

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

नोट्स[संपादित करें]

  1. इतिहास में ट्राफलगर स्क्वायर. फिलिप कार्टर, राष्ट्रीय जीवनी के ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी, ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस. (30 नवम्बर 2010 को अभिगम) Archived 2015-09-24 at the वेबैक मशीन
  2. "संग्रहीत प्रति". मूल से 19 जनवरी 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 4 अप्रैल 2011.
  3. G[eorge] H[enry] Gater; F[rederick] R[obert] Hiorns (1940), Trafalgar Square and Neighbourhood (Survey of London. vol. 20. The Parish of St. Martin-in-the-Fields. pt. 3.), London: London County Council, मूल से 24 नवंबर 2011 को पुरालेखित, अभिगमन तिथि 16 अक्टूबर 2008.
  4. 10 famous London statues, मूल से 30 अगस्त 2007 को पुरालेखित, अभिगमन तिथि 18 जून 2007.
  5. Bust of Viscount Cunningham of Hyndhope by Franta Belsky, Your Archives, The National Archives, मूल से 24 फ़रवरी 2013 को पुरालेखित, अभिगमन तिथि 27 नवम्बर 2007.
  6. Paul Kelso (20 अक्टूबर 2000), "Mayor attacks generals in battle of Trafalgar Square", द गार्डियन, London, मूल से 10 मार्च 2007 को पुरालेखित, अभिगमन तिथि 25 मई 2007.
  7. Kennedy, Maev (29 मई 2009), "Trafalgar Square fountain spurts to new heights", द गार्डियन, London, मूल से 12 जून 2009 को पुरालेखित, अभिगमन तिथि 25 मई 2010.
  8. "Trafalgar Square fountains", http://www.garden-fountain.co.uk/trafalgar.asp, 2003, मूल से 28 फ़रवरी 2009 को पुरालेखित, अभिगमन तिथि 16 जुलाई 2009 |newspaper= में बाहरी कड़ी (मदद).
  9. "Trafalgar Square fountains cascade in colour for 2012", Evening Standard, 29 मई 2009, मूल से 14 जून 2009 को पुरालेखित, अभिगमन तिथि 4 अप्रैल 2011.
  10. Trafalgar Square byelaws, London.gov.uk, 17 सितंबर 2007, मूल से 7 जनवरी 2010 को पुरालेखित, अभिगमन तिथि 8 नवम्बर 2007.
  11. Pigeon feeding banned in Trafalgar Square, 24dash.com, 10 सितंबर 2007, मूल से 29 जून 2012 को पुरालेखित, अभिगमन तिथि 17 सितंबर 2007.
  12. "Lieutenant 'Polly' Perkins: Motor torpedo boat captain awarded two DSCs who used an operation in Norway to harvest Christmas trees [obituary]", The Daily Telegraph, London, 16 जून 2008, मूल से 15 अप्रैल 2012 को पुरालेखित, अभिगमन तिथि 25 मई 2010.
  13. Keith Flett (8 जनवरी 2005), "The Committee of 100: Sparking a new left", Socialist Worker (1933), मूल से 21 मार्च 2006 को पुरालेखित, अभिगमन तिथि 4 अप्रैल 2011.
  14. London falls silent for bomb dead, बीबीसी न्यूज़, 14 जुलाई 2005, मूल से 22 जुलाई 2006 को पुरालेखित, अभिगमन तिथि 4 अप्रैल 2011.
  15. "संग्रहीत प्रति". मूल से 29 सितंबर 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 4 अप्रैल 2011.
  16. "संग्रहीत प्रति". मूल से 13 नवंबर 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 4 अप्रैल 2011.
  17. "संग्रहीत प्रति". मूल से 11 अक्तूबर 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 4 अप्रैल 2011.
  18. "संग्रहीत प्रति". मूल से 11 अक्तूबर 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 4 अप्रैल 2011.
  19. "संग्रहीत प्रति". Wikipedia Commons. मूल से 7 मई 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 मार्च 2011.
  20. England fans mourn defeat, बीबीसी न्यूज़, 21 जून 2002, मूल से 8 अप्रैल 2008 को पुरालेखित, अभिगमन तिथि 4 अप्रैल 2011.
  21. हूड, जे. (2005).ट्राफलगर स्क्वायर: समय के साथ लन्दन के ऐतिहासिक स्थल का एक दृश्य इतिहास, p54
  22. Trafalgar Square green with turf, बीबीसी न्यूज़, 24 मई 2007, मूल से 27 अगस्त 2017 को पुरालेखित, अभिगमन तिथि 4 अप्रैल 2011.
  23. उदहारण के लिए देखें, Bradford L. Miner (2 मार्च 2007), "Pine creaks no more; Woman's worries addressed", Telegram & Gazette (reproduced on HighBeam Encyclopedia), मूल से 12 जनवरी 2009 को पुरालेखित, अभिगमन तिथि 4 अप्रैल 2011 : "अत्यंत ठंडी बारिश और शीत का संयोग, मेंह के साथ बर्फ की बरसात, बर्फ और आज की हवा के विषय में की गयी भविष्यवाणी के साथ, 18 ट्राफलगर स्क्वायर, साउथ बर्रे की मेरी जेन बेड, इस बात से बहुत अधिक भयभीत थीं कि क्या होगा यदि उनके घर के पिछवाड़े में स्थित नष्ट हो चुका, सफ़ेद देवदार इस तूफ़ान के दौरान गिर गया तो"; और James F. Russell (12 जुलाई 2007), "Water system funds flow elsewhere: New administrator, same result on 3rd try in block grant competition", Telegram & Gazette, मूल से 10 मार्च 2016 को पुरालेखित, अभिगमन तिथि 14 जून 2020: "बर्रे अधिकारियों ने कहा है कि अनुदान का प्रयोग मुख्य जल मार्ग के भुगतान के लिए, ऊंचे मैदानों, ट्राफलगर स्क्वायर, सिलोन स्क्वायर और साउथ बर्रे के वरनौन एवेन्यु डिस्ट्रिक्ट में पानी के नल और सर्विस कनेक्शन के लिए किया गया होगा".इस स्थान का एक नक्शा Trafalgar Square, Barre, MA 01005, Google Maps, 2008, अभिगमन तिथि 6 जून 2008 पर देखा जा सकता है।
  24. Trafalgar Square, Waterloo, 5011 New Zealand, Google Maps, 2008, मूल से 1 नवंबर 2011 को पुरालेखित, अभिगमन तिथि 26 जून 2008.

आगे पढ़ें[संपादित करें]

लेख[संपादित करें]

पुस्तकें[संपादित करें]

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]

सामान्य[संपादित करें]

चौथा स्तंभ[संपादित करें]