गिरीन्द्रमोहन मिश्र

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गिरीन्द्रमोहन मिश्र
पेशासाहित्यकार
भाषामैथिली भाषा
राष्ट्रीयताभारतीय
विषयसंस्मरण
उल्लेखनीय कामsकिछु देखल किछु सुनल

गिरीन्द्रमोहन मिश्र मैथिली भाषा के विख्यात साहित्यकार हैं। इनके द्वारा रचित एक संस्मरण किछु देखल किछु सुनल के लिये उन्हें सन् 1975 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।[1]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. "अकादमी पुरस्कार". साहित्य अकादमी. मूल से 15 सितंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 सितंबर 2016.