अल-वालिद प्रथम
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अल-वालिद इब्न अब्द अल-मालिक Al-Walid ibn Abd al-Malik الوليد بن عبد الملك | |||||
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200px अल वालिद, के सिक्के जो सिस्तान में पाए गये. | |||||
उमय्यद खिलाफत के ख़लीफ़ा | |||||
शासनावधि | 8 अक्टूबर 705 – 23 फरवरी 715 | ||||
पूर्ववर्ती | अब्द अल-मालिक मरवान | ||||
उत्तरवर्ती | सुलेमान इब्न अब्द अल-मलिक | ||||
जन्म | 668 | ||||
निधन | 23 फरवरी 715 (आयु 47) | ||||
संतान | अब्द अल-अजीज, यज़ीद तृतीय, इब्राहिम, अल-अब्बास | ||||
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घराना | बनू अब्द शाम्स | ||||
राजवंश | उमय्यद | ||||
पिता | अब्द अल-मालिक इब्न मरवान | ||||
माता | वालिदा बिन्त अल-अब्बास[1] |
अल-वालिद इब्न अल-मालिक; या अल-वालिद प्रथम: Al-Walid ibn Abd al-Malik or Al-Walid I, (668 – 23 फरवरी 715) एक उमय्यद, खलीफा थे जिन्होने 705 से 715 अपनी मृत्यु तक शासन किया इनके शासनकाल में सबसे बड़ा विस्तार देखा गया जो सफल सैन्य अभियानो के रूप में था। केंद्रीय एशिया, सिंध, पश्चिमी यूरोप में हिस्पैनिया और बिजान्टिन साम्राज्य के विरूद्ध ट्रोसऑक्सियाना में अभियान किए गये थे।
सन्दर्भ[संपादित करें]
- ↑ Dr. Eli Munif Shahla, "Al-Ayam al-Akhira fi Hayat al-Kulafa", Dar al-Kitab al-Arabi, 1st ed., 1998, p. 236