अम्लीय वर्षा
अम्लीय वर्षा (अंग्रेज़ी: Acid rain),[1] प्राकॄतिक रूप से ही अम्लीय होती है। इसका कारण यह है कि पॄथ्वी के वायुमंडल में सल्फर डाइआक्साइड और नाइट्रोजन ऑक्साइड जल के साथ क्रिया करके नाइट्रिक अम्ल और गंधक का तेजाब बन जाता है।
अम्लवर्षा में अम्ल दो प्रकार के वायु प्रदूषणों से आते हैं। So2 & No2, ये प्रदूषक प्रारंभिक रूप से कारखानों की चिमनियों, बसों व स्वचालित वाहनों के जलाने से उत्सर्जित होकर वायुमंडल में मिल जाते है।
अम्लवर्षा के दुष्परिणाम[संपादित करें]
अम्लवर्षा के कारण जलीय प्राणियों की मृत्यृ खेंतो और पेड़-पौधों की वृद्धि में गिरावट, तांबा और सीसा जैसे घातक तत्वों का पानी में मिल जाना, ये सभी दुष्परिणाम देखे जा सकते है। जर्मनी व पश्चिम यूरोप में जंगलो के नष्ट होने का कारण भी अम्लवर्षा ही है। मनुष्यों पर भी इसका परिणाम गंभीर होता है।
समस्या का समाधान[संपादित करें]
इस समस्या का समाधान एक ही प्रकार से संभव है। इसके लिये घातक वायु और पदार्थ के स्रोत जहाँ से ये प्रदूषक उत्पन्न हो रहे हैं, उनकों वहीं पर नियंत्रित करना और वे सभी व्यक्ति और संस्थाएं जो इस विषय पर कार्यरत है उन्हें सारी जानकरी देना है।
बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]
- विभिन्न प्रकार के प्रदूषण (पर्यावरण मित्र)
- एन्विस केन्द्र - अम्लवर्षा एवं पर्यावरणीय प्रदूषण का अध्ययन
सन्दर्भ[संपादित करें]
- ↑ अम्लीय वर्षा के बारे में पूर्ण जानकारी अभिगमन तिथि.20 जून 2017