अंजू बाला (राजनीतिज्ञ)
डॉ० अंंजू बाला | |
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पद बहाल 16 मई 2014 – 24 मई 2019 | |
पूर्वा धिकारी | अशोक कुमार रावत |
उत्तरा धिकारी | अशोक कुमार रावत |
जन्म | 6 सितम्बर 1979 कठुआ, जम्मू और कश्मीर |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी |
जीवन संगी | कृष्ण कुमार सिंह उर्फ़ सतीश वर्मा (वि॰ 2024) |
बच्चे | 1 पुत्री 1 पुत्र |
पेशा | राजनीतिज्ञ, प्रशासनिक सेवा |
जालस्थल | www.dranjubala.com |
As of 15 अक्टूबर, 2015 |
डॉ० अंजू बाला (जन्म ९ सितम्बर, 1979 कठुआ, जम्मू-कश्मीर, भारत) एक राजनैतिक चेहरा है जोकि भारत की सोलहवीं लोकसभा में सांसद हैं।
2014 के चुनावों में इन्होंने उत्तर प्रदेश की मिश्रिख लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी की ओर से भाग लिया और 87 हजार 363 वोटों से अपने प्रतिद्वंदी अशोक कुमार रावत को मात दी, मिश्रिख लोकसभा सीट से 2014 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव जीतने वाली अंजू बाला का संसद में प्रदर्शन और भी बेहतर रहा, 8 जनवरी 2019 तक चले सत्र के दौरान उन्होंने 98.44 फीसदी उपस्थिति दर्ज कराई इस दौरान 321 दिन चले सत्र में वो 316 दिन उपस्थित रहीं जिसके अंतर्गत उन्होंने 232 सवाल उठाए और 125 बहस में हिस्सा लिया ।
आरंभिक राजनीतिक जीवन
[संपादित करें]इन्होंने 2010 में इन्होंने सक्रिय राजनीति में प्रवेश किया और उत्तर प्रदेश के मल्लावां क्षेत्र से ब्लॉक प्रमुख चुनी गईं। तीन साल बाद वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं और अगले ही वर्ष लोकसभा के लिए चुनी ली गईं।
लोकसभा मिश्रिख में कुल मिलाकर पांच विधानसभाएं आती हैं जिसमें बिल्हौर विधानसभा में अन्जू बाला को सबसे ज्यादा बढ़त मिली और अन्जू बाला बिल्हौर विधानसभा में अधिक लोकप्रिय हो गईं।
अपनी लोकप्रियता एवं नरेन्द्र मोदी जी के लोकप्रिय नेतृत्व में लोकसभा के अंतर्गत आने वाली सभी विधानसभाओं में कमल खिला दिया और एक बाफ फिर 2017 के विधानसभा चुनाव में अपने कुशल कार्य क्षमता का प्रदर्शन किया
जम्मू-कश्मीर के कठुआ नगर में जन्म होने के कारण अंजू बाला कश्मीर के हालातों से अत्यधिक परिचित हैं और कश्मीर में अलगाववाद की समस्या को देश की सबसे बड़ी समस्या मानती हैं ।