शिया चंद्र

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मध्य पूर्व में शिया चंद्र की भौगोलिक अवस्थिति का काल्पनिक मानचित्र

शिया चंद्र (अंग्रेज़ी: Shia Crescent), मध्य-पूर्व में शिया मुस्लिम अवस्थिति को व्याख्यायित करने वाली, एक भू-राजनैतिक अवधारणा है। इस पद का प्रयोग मध्य-पूर्व की राजनीति में शिया दृष्टिकोण से क्षेत्रीय सहयोग की क्षमता को दर्शाने के लिए किया जाता रहा है। जर्मनों में अवधारणा के तौर पर इस पद का प्रयोग आम है। जर्मन भाषा में इसे शिया अर्द्धचंद्र (जर्मन: Schiitischer Halbmond) कहते हैं। शिया चंद्र नामक पद गढ़ने का श्रेय जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय को जाता है, जिसके बाद यह शब्द राजनीतिक बहसों में लोकप्रिय हो गया।[1]

अज़रबेजान, ईरान, ईराक, बहरीन तथा लेबनान आदि देशों में शिया बहुसंख्यक हैं। सम्मिलित तौर पर इन देशों से एक अर्द्धचंद्राकार आकृति बनती है। तुर्की, यमन, अफ़गानिस्तान, कुवैत, पाकिस्तान, सउदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, भारत तथा सीरिया में भी शिया अल्पसंख्यकों की एक बड़ी मात्रा निवास करती है।

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. Ian Black. Fear of a Shia full moon Archived 2012-08-21 at the वेबैक मशीन:Events are proving that the king of Jordan was right to warn of a 'Shia crescent' across the Middle East - even though the phrase was a tad undiplomatic, writes Ian Black. The Guardian, २६ जनवरी २00७ ; अभिगमन तिथि : १७ अगस्त २0१२

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]