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उद्धव भराली
जन्म उत्तर लखिम्पुर
आवास कोमोला बोरिया पथ, उत्तर लखिम्पुर्
नागरिकता भरतीय
प्रसिद्धि १०० यन्त्रो के उद्भावक
उल्लेखनीय सम्मान
  • नासा का क्रीयेत द पिउचर दिजैन एवार्द मे दूसरा *राजीव गान्धी लीदर्शिप एवार्द्, *'मशीन मेन उपाधी

उद्धव भराली असम के लखिमपुर जिले के एक विज्ञानी और अभियन्ता है।[1] सन २०१२ के जुलाई महीने के ५ तारीख को[2] भराली को उनके द्वारा आविष्कृत 'बेन्च्तोप पोमग्रेनेट दिसीदर' के लिए द क्रीयेट द फिऊचर एवार्द के लिए निर्वाछित किया गया।[3] उद्धव के पास ३९ आविसष्कारो का पेतेन्त है।[4] उन्होने लगभग ९८ यन्त्र उद्भावन किए है।[5] सन १९८८ मे उन्होने कम खर्चे मे पोलिथिन निर्मान करने की मशीन बनाई। वे वार्ल्ड तेक्नोलोजी एवार्द के लिए भी मनोनित हुए था।[6]

प्रारम्भिक जीवन

उद्धव भराली का जन्म लखिमपुर जिले के उत्तर लखिम्पुर नगर मे हुआ था, एक साधारण व्यवसायी के घर। उन्होने लखिमपुर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय से स्कूली शिक्षा समाप्त की। स्कूल मे उनको दो बार डबल प्रमोशन मिला था। उन्होने जोरहाट अभियान्त्रिक महाविद्यालय से यान्त्रिक अभियान्त्रिक विद्या क अध्ययन किया। पर पैसो के कमी के कारण उन्हे बीच मे ही छोड़ना परा।[1] फिर वे चेन्नई के इन्स्तितिउत ओव इण्जीनियर्स गए, लेकिन पितृ के मृत्यु के कारण उन्हे वो भी आधे मे छोड़ना परा।[7]

अवदान

घर के आर्थिक दुरवस्था और बेंक का ऋण दूर करने के लिए भराली ने १९८८ मे कम खर्चे मे एक पोलिथिन बनाने वाली मशीन बनाई।[1] उसके बाद ही उद्धव ने एक के बाद एक कई उद्भावन किए। उनके उद्भावन ग्राम्य जीवन और व्यवसाइ के लिए बहुत लाभदायक थे, लेकिन इन्हे आगे बढाने वाला कोई ना था। २००५ मे अहमदाबाद के नेशनल इनोवेशन फाउन्देशन की नजर उद्धव पर पड़ी। २००६ मे यह बात स्वीकृत हो गया कि उनका अनार की गुठलैया निकालने वाला यन्त्र विश्व मे अनोखा है और अमरीका के महाकाश संस्था नासा के द क्रीयेत द फिउचर कोन्तेस्त मे उनको द्वितीय स्थान मिला। उनके नाम ३९ पेतेन्त है और आज तक उन्होने ९८ उद्भावन किए है। उनके अन्य कुछ उल्लेखनीय यन्त्र है सुपारी का चिल्का निकालने वाला मशीन, अद्रक का चिल्का निकालने वाला मशीन, चाई के पत्तो को निकालने वाला मशीन आदि।[5]

पुरस्कार और सम्मान

उनके कई पुरस्कारो मे कुछ उल्लेखनीय है,

  • राष्ट्रीय उद्भावनी संस्था का सृष्टि सन्मान (२००७)
  • उद्भावन के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार (२००९)
  • विज्ञान प्रयुक्ति विद्या मन्त्रालय से मेरितोरियस इन्वेन्श्न एवार्द (२०११)
  • नासा का द क्रीयेत द पिउचर दिजाइन कोन्तेस्त का द्वितीय पुरस्कार[8] [8][6] आदि

बाहरी कड़िया

तथ्य सूत्र

  1. "AMAZING: Meet the Indian engineer with 98 INNOVATIONS!". Rediff India. 2012-07-16.
  2. "Assam innovator in Nasa prize shortlist". Seven Sister's Post India. 2012-07-05.
  3. "Innovator selected for Nasa award". The Telegraph India. 2012-07-13.
  4. "NASA shortlists Assam innovator for award". Hindustan Times. 2012-07-10.
  5. "His experiments with life". The Hindu. 2012-08-01.
  6. "You need to starve to innovate". Mid Day. 2012-07-22.
  7. "Sanki Dropouts: Uddhab Bharali nominated for NASA award". Sanki. ২০১২-০৮-০১. |date= में तिथि प्राचल का मान जाँचें (मदद)
  8. "ফিউচাৰ ডিজাইন প্ৰতিযোগিতাৰ নম্বৰ তালিকা". টেক ব্ৰিফ. ২০১২-১০-১০. |date= में तिथि प्राचल का मान जाँचें (मदद)