चौसा, बक्सर
चौसा Chausa | |
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निर्देशांक: 25°30′29″N 83°53′42″E / 25.508°N 83.895°Eनिर्देशांक: 25°30′29″N 83°53′42″E / 25.508°N 83.895°E | |
ज़िला | बक्सर ज़िला |
प्रान्त | बिहार |
देश | भारत |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 9,011 |
भाषाएँ | |
• प्रचलित | हिन्दी |
पिनकोड | 802114 |
दूरभाष कोड | 06183 |
चौसा (Chausa) भारत के बिहार राज्य के बक्सर ज़िले में स्थित एक गाँव है।[1][2]
परिचय
[संपादित करें]चौसा का परिचय महरिष च्यवन मुनि के नाम से होता है। यह गंगा नदी के किनारे बसा एक छोटा-सा कस्बा है। 27 जून 1539 ई. को इस स्थान पर हुमायूँ और शेरशाह सूरी के बीच चौसा का युद्ध हुआ था। हुमायूँ बुरी तरह पराजित हुआ और उसे अपनी जान बचाकर भागना पड़ा। वह अपने घोड़े के साथ गंगा में कूद पड़ा और एक भिश्ती की मदद से डूबने से बच गया। चौसा के युद्ध के बाद शेरशाह बंगाल और बिहार का सुल्तान बन गया और उसने 'सुल्तान- ए-आदिल' की उपाधि धारण की। /(8209971252)
शिक्षा
[संपादित करें]चौसा में प्राथमिक विद्यालय के अलावा जूनियर हाईस्कूल, आदर्श उच्च विद्यालय, कन्या उच्च विद्यालय भी है।
बाज़ार
[संपादित करें]चौसा में लकड़ियां का बड़ा बाजार है यहां पर दरवाजे चौखट, चौकी/तख्त, बिकते हैं। चौसा में ईंट के भट्ठे भी है। भवन निर्माण की सभी सामग्री यहां पर मिल जाता है। कपड़े की भी अच्छी-अच्छी दुकाने है। चौसा गांव में पशुओं का मेला लगता है जहां पर मुख्यत: गाय व भैंस की खरीद बिक्री होती है। पशु मेला सप्ताह में एक दिन बुधवार लगता है। होली के अगले दिन यहां पर गदहा का मेला भी लगता है। मेला के पास ही चौसा प्रखंड तथा पुलिस थाना भी स्थित है।
बैंक व पोस्ट आफिस
[संपादित करें]चौसा में भारतीय स्टेट बैंक की शाखा है। जो देवी जी/भगत जी के मकान के उपरी तल से संचालित होता है। चौसा में भारतीय डाक विभाग का पोस्ट आफिस है।जो बारे मोड़ स्थित रमाशंकर पांडेय (शिक्षक) के मकान में सहायक डाकघर की शाखा है।जिसका पिनकोड 802114 है।
नहर
[संपादित करें]चौसा में महादेवा घाट के पास गंगा पम्प नहर है। वर्तमान समय में महादेव घाट पर भरत पाण्डे व ग्राम वासियों के सहयोग से गंगा आरती का भी आयोजन किया जा रहा है।
परिवहन
[संपादित करें]चौसा जाने के लिए जिला मुख्यालय बक्सर से सभी प्रकार के वाहन उपलब्ध है। चौसा में रेलवे स्टेशन भी है। यहाँ से बक्सर 10 किमी, पटना 145 किमी, वाराणसी 124 किमी और आरा 88 किमी दूर है।
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "Bihar Tourism: Retrospect and Prospect," Udai Prakash Sinha and Swargesh Kumar, Concept Publishing Company, 2012, ISBN 9788180697999
- ↑ "Revenue Administration in India: A Case Study of Bihar," G. P. Singh, Mittal Publications, 1993, ISBN 9788170993810