"पाञ्चाल": अवतरणों में अंतर
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[[चित्र:MahajanapadaIndia.JPG|thumb|right|300px|महाजनपद]]'''पांचाल''' प्राचीन भारत के 16 [[महाजनपद|महाजनपदों]] में से एक था। यह [[कानपुर]] से [[वाराणसी]] के बीच के [[गंगा]] के [[मैदान]] में फैला हुआ था। आधुनिक रूहेलखंड इसके आधीन था। इसकी भी दो शाखाएँ थीं। पहली शाखा उत्तर '''पांचाल''' की राजधानी [[अहिछत्र]] थी तथा दक्षिण पांचाल की राजधानी [[कांपिल्य]] थी।<ref>{{cite book |last=नाहर |first= डॉ रतिभानु सिंह|title= प्राचीन भारत का राजनैतिक एवं सांस्कृतिक इतिहास |year= 1974 |publisher= किताबमहल|location= इलाहाबाद, भारत|id= |page= 112|editor: |accessday= 19|accessmonth=मार्च| accessyear=2008}}</ref> |
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05:36, 20 मार्च 2011 का अवतरण
पांचाल प्राचीन भारत के 16 महाजनपदों में से एक था। यह कानपुर से वाराणसी के बीच के गंगा के मैदान में फैला हुआ था। आधुनिक रूहेलखंड इसके आधीन था। इसकी भी दो शाखाएँ थीं। पहली शाखा उत्तर पांचाल की राजधानी अहिछत्र थी तथा दक्षिण पांचाल की राजधानी कांपिल्य थी।[1]
संदर्भ
- ↑ नाहर, डॉ रतिभानु सिंह (1974). प्राचीन भारत का राजनैतिक एवं सांस्कृतिक इतिहास. इलाहाबाद, भारत: किताबमहल. पृ॰ 112. पाठ "editor: " की उपेक्षा की गयी (मदद); नामालूम प्राचल
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