"ईजियन सागर": अवतरणों में अंतर
Luckas-bot (वार्ता | योगदान) छो r2.7.1) (robot Adding: hsb:Egejske morjo |
अनुनाद सिंह (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 5: | पंक्ति 5: | ||
|} |
|} |
||
'''ईजियन सागर''' ({{lang-el|Αιγαίο Πέλαγος}}, ''ईजिओ पेलागोस'') [[भूमध्य सागर]] का एक विस्तार है। यह दक्षिणी बाल्कान क्षेत्र और एनाटोलिया प्रायद्वीप के बीच में स्थित है, इस प्रकार ये [[यूनान]] और [[तुर्की]] के मध्य स्थित है। |
'''ईजियन सागर''' ({{lang-el|Αιγαίο Πέλαγος}}, ''ईजिओ पेलागोस'') [[भूमध्य सागर]] का एक विस्तार है। यह दक्षिणी बाल्कान क्षेत्र और एनाटोलिया प्रायद्वीप के बीच में स्थित है, इस प्रकार ये [[यूनान]] और [[तुर्की]] के मध्य स्थित है। |
||
यह भूमध्य सागर की एक भुजा है जिसके पश्चिम में युनान और पूर्व में टर्की हैं। यह डार्डेनेल्स और बॉसपोरस जल-संयोजकों द्वारा मारमारा और काला सागर से जुड़ा है। 'ईजियन' शब्द का संबंध ईजी नगर से अथवा ईजिया (अमेज़न की रानी) से, अथवा ईजियस (थीसियस के पिता) से बताया गया है। संरचना की दुष्टि से यह सागर एक प्राचीन ध्वस्त स्थलखंड है जो लगभग पूर्णतया निमज्जित हो गया है। इसके चारों ओर नवीन भंजित पर्वत हैं जो स्वयं थोड़ी मात्रा में निमज्जित हैं। इन दशाओं के फलस्वरूप यह सागर द्वीपों से भरा है और इसमें यथाक्रम गहरी और उथली द्रोणियाँ हैं। यहाँ कुछ [[ज्वालामुखी]] द्वीप भी स्थित हैं। द्वीपों में गेहूँ, अगूंर, अंजीर, मुनक्का, गोंद, शहद, मोम, कपास, और रेशम का उत्पादन होता है। |
|||
==इन्हें भी देखें== |
|||
*[[ईजियाई सभ्यता]] |
|||
==संदर्भ== |
==संदर्भ== |
10:23, 29 मई 2011 का अवतरण
ईजियन सागर (यूनानी : Αιγαίο Πέλαγος, ईजिओ पेलागोस) भूमध्य सागर का एक विस्तार है। यह दक्षिणी बाल्कान क्षेत्र और एनाटोलिया प्रायद्वीप के बीच में स्थित है, इस प्रकार ये यूनान और तुर्की के मध्य स्थित है।
यह भूमध्य सागर की एक भुजा है जिसके पश्चिम में युनान और पूर्व में टर्की हैं। यह डार्डेनेल्स और बॉसपोरस जल-संयोजकों द्वारा मारमारा और काला सागर से जुड़ा है। 'ईजियन' शब्द का संबंध ईजी नगर से अथवा ईजिया (अमेज़न की रानी) से, अथवा ईजियस (थीसियस के पिता) से बताया गया है। संरचना की दुष्टि से यह सागर एक प्राचीन ध्वस्त स्थलखंड है जो लगभग पूर्णतया निमज्जित हो गया है। इसके चारों ओर नवीन भंजित पर्वत हैं जो स्वयं थोड़ी मात्रा में निमज्जित हैं। इन दशाओं के फलस्वरूप यह सागर द्वीपों से भरा है और इसमें यथाक्रम गहरी और उथली द्रोणियाँ हैं। यहाँ कुछ ज्वालामुखी द्वीप भी स्थित हैं। द्वीपों में गेहूँ, अगूंर, अंजीर, मुनक्का, गोंद, शहद, मोम, कपास, और रेशम का उत्पादन होता है।