राजमा
राजमा (किडनी बीन्स) उष्ण कटिबंधी अफ्रीका, यूरोप और अमेरिका के भागों में यह एक महत्वपूर्ण दलहनी फसल है। इसे उष्ण कटिबंधी भारत तथा एशिया के अन्य देशों में भी उगाया जाता है। भारत में इसे उत्तराखण्ड के पर्वतीय भागों, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक के कुछ भाग तथा तमिलनाडु व आन्ध्रप्रदेश में उगाया जाता है। इसके सूखे दानों को दाल के रूप में तथा तल कर खाया जाता है। हरी फलियों को सब्जी के रूप में खाया जाता है। इसमें प्रोटीन की मात्रा 21 प्रतिशत होता है।
राजमा का कुल नाम लैगुमिनोसी तथा उपकुल पेपिलियोनेसी है। इसके पौधे सहारे से चढ़ने वाले बेल तथा झाड़ीनुमा होते है। जिसमें अच्छी तरह विकसित मूसला जड़ होती है। पुष्पक्रम एक कक्षीय-असीमाक्ष होता है, जिसमें अनेक पुष्प होते है। बीज का आकार अधिकतर आयताकार या गुर्दे के आकार का होता है। अंकुरण ऊपरिभूमिक होता है।
वैज्ञानिक नाम : फैजियोलस बल्गेरिस
प्रचलित नाम : फ्रेन्चबीन
हिन्दी भाषा का नाम : राजमा
उगाने के मौसम : रबी (मैदानी क्षेत्र) तथा खरीफ (पहाड़ी क्षेत्र)
उत्पत्ति : राजमा की उत्पति अमेरिका में हुई है।
बाहरी कड़ियाँ
[संपादित करें]- राजमा की खेती[मृत कड़ियाँ]
- राजमा की उन्नत खेती[मृत कड़ियाँ] (डिजिटल मण्डी)