धरियावद
धरियावद Dhariawad | |
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निर्देशांक: 24°06′N 74°26′E / 24.10°N 74.44°Eनिर्देशांक: 24°06′N 74°26′E / 24.10°N 74.44°E | |
देश | भारत |
प्रान्त | राजस्थान |
ज़िला | प्रतापगढ़ ज़िला |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 11,368 |
भाषा | |
• प्रचलित | राजस्थानी, हिन्दी |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30) |
धरियावद (Dhariyawad) भारत के राजस्थान राज्य के प्रतापगढ़ ज़िले में स्थित एक नगर है। यह इसी नाम की तहसील का मुख्यालय भी है।[1][2] माना बावजी नटेला
राम बावजी मगरिफाला
विवरण दिखाएं राम बावजी मगरिफाला धरियावद
[संपादित करें]पहले उदयपुर जिले का एक उपखंड था- धरियावद, जो राजस्थान सरकार की अधिसूचना २५ जनवरी २००८ को जिला प्रतापगढ़ का गठन किये जाने से इसका हिस्सा बना . सीतामाता वन अभयारण्य की सीमारेखा से जुड़ा यह छोटा सा धरियावद क़स्बा स्वाधीनता से पूर्व प्रतापगढ़ राज्य का एक प्रमुख ठिकाना था, जिसे महाराणा प्रताप के प्रिय सका धारिया बरोड़ ने सन १६??? में बसाया था। बरोड़ की कुलदेवी मुआर माता जी का प्राचीन मंदिर जो वर्तमान धरियावद कस्बे से 10 किलोमीटर पश्चिम में गांव गणराज्य केसरियावाद में आज भी स्थित है जो इसका प्रमुख प्रमाण है। आज भी धरियावद से दूर सलूम्बर,बांसी, देवगढ़ में आज भी धरियावद को बोड गाम के नाम से जाना जाता है।
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "Lonely Planet Rajasthan, Delhi & Agra," Michael Benanav, Abigail Blasi, Lindsay Brown, Lonely Planet, 2017, ISBN 9781787012332
- ↑ "Berlitz Pocket Guide Rajasthan," Insight Guides, Apa Publications (UK) Limited, 2019, ISBN 9781785731990