छतरारी
छतरारी Chhatrari / Chitrari | |
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छतरारी गाँव | |
निर्देशांक: 32°26′46″N 76°22′34″E / 32.446°N 76.376°Eनिर्देशांक: 32°26′46″N 76°22′34″E / 32.446°N 76.376°E | |
ज़िला | चम्बा ज़िला |
प्रान्त | हिमाचल प्रदेश |
देश | भारत |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 714 |
भाषाएँ | |
• प्रचलित | पहाड़ी, हिन्दी |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30) |
छतरारी (Chhatrari) भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य के चम्बा ज़िले में स्थित एक गाँव है। इस से कुछ उत्तर में रावी नदी बहती है, जिसके साथ-साथ यहाँ राष्ट्रीय राजमार्ग १५४ए चलता है।[1][2]
छतरारी देवी मंदिर
[संपादित करें]छतरारी अपने श्री शक्ति देवी मंदिर के लिए प्रसिद्ध है, जो छतरारी देवी मंदिर भी कहलाता है। ८वीं शताब्दी में इसका निर्माण भरमौर के राजा मेरु वर्मन ने करवाया था। मंदिर में गुग्गा नामक मूर्तिकार द्वारा बनाई गई अष्टधातु की 4 फ़ुट 6 इंच लम्बी शक्ति की एक मूर्ति है, जिसमें उनके हाथों में भाला (यानि शक्ति, ऊर्जा), कमलपुष्प (जीवन), घंटी (आकाश, व्योम, दिक) और सर्प (काल, मृत्यु) हैं। इसपर लेख है जिसमें राजा व उनके पूर्वजों के नाम, शिल्पकारों व मूर्तिकार के नाम और गाँव के स्थानों का उल्लेख है। हर वर्ष मणिमहेश यात्रा के दौरान मणिमहेश झील से जल लाकर मूर्ति को स्नान करवाया जाता है।
इस मंदिर का भरमौर के चौरासी मंदिर से सम्बन्ध है क्योंकि वहाँ के उत्तरी कोने में बने धर्मेश्वर महादेव (धर्मराज) का मंदिर भी राजा मेरु वर्मन ने करवाया था।
चित्रदीर्घा
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श्री शक्ति देवी मंदिर, छतरारी
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मंदिर प्रवेश
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मंदिर का बाहरी दृश्य
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मूर्ति व पुजारी
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८वीं शताब्दी में निर्मित अष्टधातु शक्ति
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छतरारी गाँव दृश्य
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छतरारी गाँव दृश्य
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "Himachal Pradesh, Development Report, State Development Report Series, Planning Commission of India, Academic Foundation, 2005, ISBN 9788171884452
- ↑ "Himachal Pradesh District Factbook," RK Thukral, Datanet India Pvt Ltd, 2017, ISBN 9789380590448