हिंदू विवाह

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तमिल हिंदू विवाह समारोह का संचालन पुजारियों द्वारा किया जाता है।

हिंदू विवाह जिसे (मराठी: लग्न (लग्न), कल्याणम ; कन्नड ಮದುವೆ (मडुवे) ; तमिल : திருமணம் ; तेलुगु : కళ్యాణం या पेली ) से आशय हिंदुओं के लिए पारम्परिक विवाह समारोह से है। 'विवाह' शब्द का शाब्दिक अर्थ है - विशेष रूप से वहन करना। भारत में विवाह की जोड़ी को भगवान द्वारा बनाया गया माना जाता है और इसे "स्वयं अग्नि द्वारा देखी गई पवित्र एकता" माना जाता है। [1] विवाह को एक संस्कार माना गया है।

विवाह समारोह अत्यंत रंगबिरंगा होता है और उत्सव कई दिनों तक चल सकता है। वर (दूल्हे) और वधू (दुल्हन) के गृह-प्रवेश द्वार, दरवाजे, दीवार, फर्श, छत - को कभी-कभी रंगों, फूलों और अन्य सजावट से सजाया जाता है।

विवाह संस्था[संपादित करें]

वेद के अनुसार, विवाह एक पुरुष और स्त्री के बीच एक मिलन है जिसमें धर्म (कर्तव्य), अर्थ (धन और अन्य संपत्ति अर्जित करना), काम (भौतिक और अन्य) और मोक्ष (शाश्वत मुक्ति) को साथ लेकर आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता होती है।

मुख्य अनुष्ठान[संपादित करें]

भिन्नता पारिवारिक परंपराओं, स्थानीय परंपराओं, परिवारों के संसाधनों और अन्य कारकों को दर्शाती है। तीन प्रमुख अनुष्ठान इस प्रकार प्रमुख हैं। [2]

कन्यादान - एक प्रमुख अनुष्ठान जहां पिता अपनी बेटी का हाथ दूल्हे को उपहारस्वरूप देता है। इस चित्र में पिता का हाथ बायीं ओर है, वर-वधू दाहिनी ओर हैं।
  • पाणिग्रहण - अग्नि की उपस्थिति में एक अनुष्ठान, जहां दूल्हा अपने मिलन के संकेत के रूप में दुल्हन का हाथ लेता है।

कन्यादान[संपादित करें]

कन्यादान (अर्थ : 'कन्या देना') समारोह दुल्हन के पिता द्वारा किया जाता है। यदि पिता की मृत्यु हो गई है, तो दुल्हन की पसंद का कोई अभिभावक अनुष्ठान करता है। पिता बेटी को लाता है, फिर दुल्हन का हाथ लेकर दूल्हे के हाथ में रखता है। यह दुल्हन को विदा करने की रस्म की शुरुआत का प्रतीक है। [3]

पाणिग्रहण[संपादित करें]

हिंदू विवाह के दौरान कन्यादान के बाद पाणिग्रहण की रस्म आती है। 'पाणिग्रहण' का अर्थ है - 'हाथ ग्रहण करना' । यह कभी-कभी विवाह-होम संस्कार से पहले होता है, जिसमें दूल्हे द्वारा एक नए घर की शुरुआत को चिह्नित करने के लिए एक प्रतीकात्मक आग जलाई जाती है।[4]

सप्तपदी - संक्षिप्त रूप[संपादित करें]

'सप्तपदी' (अर्थ : सात कदम) कभी-कभी इसे "सात फेरे" भी कहा जाता है।[5])

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. http://www.hindubooks.org/sudheer_birodkar/hindu_history/practices3.html Archived 24 सितंबर 2017 at the वेबैक मशीन [bare URL]
  2. "The Essential Guide to Hindu Weddings: Wedding Traditions". द बिग फैट इंडियन वेडिंग. March 30, 2014.
  3. Prinja, N. (2009 August 24). Hinduism & Weddings. London, UK: BBC News.
  4. Williams, M.M. (1893). Indian wisdom; or, Examples of the religious, philosophical, and ethical doctrines of the Hindus. London: Luzac & Co.
  5. भारत सरकार के रजिस्ट्रार जनरल का कार्यालय। (1962) हिन्दू विवाह अनुष्ठानों पर, वी. 20, पं. 6, संख्या 2. नई दिल्ली, भारत: प्रकाशन प्रबंधक, भारत सरकार।