सोलोमन टेम्पल, आइजोल

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सोलोमन टेम्पल, आइजोल
सोलोमन टेम्पल
धर्म संबंधी जानकारी
सम्बद्धताईसाई धर्म
प्रोविंसमिजोरम
क्षेत्रभारत
निर्माण वर्ष23 दिसंबर 1996 को आधारशिला रखी गई
अवस्थिति जानकारी
नगर निकायआइजोल
सोलोमन टेम्पल, आइजोल is located in पृथ्वी
सोलोमन टेम्पल, आइजोल
लुआ त्रुटि Module:Location_map में पंक्ति 42 पर: The name of the location map definition to use must be specified। के मानचित्र पर अवस्थिति
भौगोलिक निर्देशांक23°44′52″N 92°41′18″E / 23.7479°N 92.6884°E / 23.7479; 92.6884निर्देशांक: 23°44′52″N 92°41′18″E / 23.7479°N 92.6884°E / 23.7479; 92.6884
वास्तु विवरण
वास्तुकारडॉ. एल.बी. सैलो
संस्थापककोहरान थियांगलीम (द होली चर्च)
वेबसाइट
http://kohhranthianghlim.org/

सोलोमन टेम्पल (अंग्रेज़ी: Solomon Temple), भारत के मिजोरम राज्य के आइजोल शहर के चोलमुन इलाक़े में स्थित एक गिरजाघर है।[1]

इस चर्च का निर्माण धार्मिक समूह कोहरान थियांगलीम के डॉ. एल.बी. द्वारा किया गया था,[2] जिसका हिंदी अर्थ पवित्र गिरजाघर है। किडरन घाटी के सुरम्य परिवेश में स्थित इस चर्च को बनाने में बीस वर्षों का समय लगा।

इतिहास[संपादित करें]

डॉ. एल.बी. द्वारा स्थापित इस गिरिजाघर के निर्माण की शुरुआत एक सपने से मानी जाती है। चर्च के संस्थापक डॉ. एलबी सेलो ने वर्ष 1991 में अपने सपने में सोलोमन मंदिर देखने का उल्लेख करते हुए कहा कि- "ईश्वर ने मुझे सपने में सोलोमन टेंपल दिखाया। मैने पहले कभी सोलोमन टेंपल के बारे में सोचा तक नहीं था। न ही इसे बनाने का कोई सपना था लेकिन जब मैने इसे 1991 ई. में स्पष्ट रूप से देखा था, जैसे ही मैं जगा, मैने टेंपल के बारे में लिख लिया जैसा मैने उसे सपने में देखा था। [3]


इस बहुमंजिला गिरजाघर की नींव 1996 ई. में रखी गई थी जिसके बाद 1997 से ही इसका निर्माण आरंभ हो गया था। इसका निर्माण बाइबिल के ओल्ड टेक्सटामेंट में वर्णित येरुसलम के सोलेमन टेंपल के उत्तराधिकारी के रूप में करने का प्रयास किया गया।

इसके निर्माण में बीस वर्षों का समय लगा। इसका उद्घाटन 25 दिसंबर 2017 को क्रिसमस के दिन हुआ जब से यह आम लोगों के लिए खोल दिया गया।

स्थापत्य[संपादित करें]

यह सफेद संगमरमर का बना हुआ बहुमंजिलागिरजाघर है जिसे मिजोरम के बाहर से मंगवाया गया है। यह संगमरमर का बना हुआ मिजोरम का पहला और एकमात्र गिरजाघर है।

इसमें बारह मुख्य द्वार बनाए गए हैं।

इसके मुख्य प्रार्थना हॉल में लगभग तीन हजार लोगों के तथा पोर्च (गलियारे) में दस हजार लोगों के बैठने की व्यतवस्था है।

पर्यटन महत्व[संपादित करें]

यह आइजोल में सबसे अधिक देखी जाने वाली जगह है।[4]

यह दर्शनार्थियों के लिए रोज सुबह 9:30 से शाम 4:30 तक खुला रहता है।

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. "Travelling to North East India? Visit Solomon's Temple, the largest church in Mizoram". हिंदुस्तान टाइम्स. अभिगमन तिथि 3 नवम्बर 2023.
  2. Cell, IT. "Kohhran Thianghlim". अभिगमन तिथि 23 December 2013.
  3. Business Standard (28 December 2017). "Solomon's Temple Mizoram's Biggest Church Opens to Public". Business Standard India. अभिगमन तिथि 18 January 2018.
  4. https://mizoramtourism.com/top-destination/5