सुवाअ
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सुवाअ: पूर्व-इस्लामी काल में देवता। इसका का उल्लेख कुरआन (71:23) में पैगंबर नूह (इस्लाम) के समय के देवता के रूप में किया गया है। अरबों द्वारा नूह के लोगों की मूर्तियों की पूजा की जाती थी।
इस्लामिक कैलेंडर के जनवरी 630 AD, 8AH, 9वें महीने में, सरिय्या अम्र बिन आस (सुवाअ) के छापे में, मुहम्मद के आदेश पर सुवा बुत को ध्वस्त कर दिया गया था। ।[1]
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ सफिउर्रहमान मुबारकपुरी, पुस्तक अर्रहीकुल मख़तूम (सीरत नबवी ). "सराया और प्रतिनिधि-मंडल -2". p. 838. Retrieved 13 दिसम्बर 2022.
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