सुई राजवंश
सुई राजवंश 隋朝 | |||||
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सुई राजवंश का साम्राज्य (जामुनी रंग में)|
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राजधानी | दाशिंग (581–605), लुओयांग (605–614) | ||||
धार्मिक समूह | |||||
शासन | राजतन्त्र | ||||
सम्राट | सम्राट वेन | ||||
इतिहास | |||||
- | स्थापित | ५८९ ईसवी | |||
- | अंत | ६१८ ईसवी |
सुई राजवंश (चीनी: 隋朝, सुई चाओ; अंग्रेज़ी: Sui Dynasty) प्राचीन चीन का एक राजवंश था। यह केवल ५८९ ईसवी से ६१८ ईसवी (यानि २९ वर्ष) तक चला लेकिन इस समय में वह सशक्त रहा। सुई काल से पहले उत्तरी और दक्षिणी राजवंशों का काल था और उसके बाद तंग राजवंश सत्ता में आया।
आरम्भ और राजकाल
[संपादित करें]सुई वश की स्थापना यांग जिआन (杨坚, Yang Jian) ने की थी जो उत्तरी राजवंशों में से एक उत्तरी झोऊ राजवंश की सरकारी सेवा में लगा हुआ था। वह उत्तरी झोऊ सम्राट का ससुर था और उसके देहांत होने पर उसने पहले उसके राज्य पर क़ब्ज़ा किया और फिर आगे चलकर खंडित चीन के उत्तरी और दक्षिणी भागों को भक्ष्य करके संगठित किया। सुई व्यवस्था में अमीरों-ग़रीबों का अंतर घटने के लिए भूमि पुनर्वितरण किया गया (यानि बराबरी से बांटी गई), सरकारी मंत्रालयों का ठीक से गठन किया गया और सिक्कों का मानकीकरण किया गया (क्योंकि इस से पूर्व हर राज्य अपने सिक्के ज़र्ब कर रहा था)। सैन्य शक्ति बढ़ाई गई और उत्तर में स्थित क़बीलों से बच-बचाव के लिए चीन की महान दीवार को और विस्तृत किया गया। उसी समय बौद्ध धर्म को भी सरकारी प्रोत्साहन मिला और उसके ज़रिये चीन की भिन्न जातियों और संस्कृतियों को एक-दुसरे के समीप लाया गया। चीन की 1,७७६ किलोमीटर लम्बी महान नहर भी उसी समय पूरी की गई, जो ह्वांग हो (पीली नदी) को यांग्त्से नदी से जोड़ती है और आज भी विश्व की सबसे लम्बी कृत्रिम नदी या नहर है।[1][2]
राजवंश का अंत
[संपादित करें]जहाँ एक ओर सुई सरकार सुव्यवस्थित थी, वहीँ वह ख़र्चालू और क्रूर भी थी। महान दीवार और महान नहर जैसे चीज़ों के लिए जनता पर भारी करों का बोझ डाला गया। बहुत से लोगों से ज़बरदस्ती श्रम भी करवाया गया। सुई साम्राज्य कोरिया के गोगुरयेओ राज्य से भी युद्ध में जुटा था और सातवी सदी में उस से हार गया।[3] इसके बाद विद्रोहों, विश्वासघात और अन्य हिंसा से घिरकर सुई राजवंश ख़त्म हो गया।
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ The Essential World History, William J. Duiker, Jackson J. Spielvogel, Cengage Learning, 2010, ISBN 978-0-495-90227-0, ... His son, Emperor Sui Yangdi (Sui Yang Ti), continued the process, and the 1400-mile-long Grand Canal, linking the two great rivers of China, the Yellow and the Yangtze, was completed during his reign ...
- ↑ Ancient Chinese Inventions, Yinke Deng, Cambridge University Press, 2011, ISBN 978-0-521-18692-6, ... China's Grand Canal runs from Beijing in the north, to Hangzhou in the south and is the oldest and longest canal in the world. As the greatest engineering project in water resources and transportation in ancient China, this waterway is nearly as famous as the Great Wall ...
- ↑ The land of scholars: two thousand years of Korean ConfucianismThe Land of Scholars: Two Thousand Years of Korean Confucianism, Jae-un Kang, Jae-eun Kang, Homa & Sekey Books, 2006, ISBN 978-1-931907-37-8, ... The tension between Goguryeo and Sui China heightened during this time due to Goguryeo's refusal to submit to Sui ... Sui China attacked Goguryeo in 599 ... Emperor Yang and the fate of the Sui dynasty were doomed as a result of the failure ...