सीटस तारामंडल

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सीटस तारामंडल
हबल अंतरिक्ष दूरबीन द्वारा खींची गयी माएरा तारे की तस्वीर

सीटस (अंग्रेज़ी: Cetus) एक तारामंडल है। सीटस का अर्थ व्हेल मछली होता है।[1][2]

तारे[संपादित करें]

सीटस तारामंडल में बायर नाम वाले 88 तारे हैं। इनमें से 15 के इर्द-गिर्द ग़ैर-सौरीय ग्रह परिक्रमा करते हुए पाए गए हैं। इस तारामंडल के कुछ जाने-माने तारे इस प्रकार हैं -

  • माएरा इसका सब से मशहूर तारा है (अंग्रेजी नाम: Mira, बायर नाम: ο Ceti), जो सब से पहला ज्ञात होने वाला परिवर्ती तारा था। अपनी सब से ज़्यादा रोशन स्थिति में यह लाल दानव तारा 2.0 मैग्नीट्यूड तक पहुँच जाता है और फिर इसकी रौशनी फीकी पड़कर 10.1 मैग्नीट्यूड तक गिर जाती है। ध्यान रहे के मैग्नीट्यूड ऐसा उल्टा माप है कि यह जितना कम हो तारा उतना ही अधिक रोशन होता है। यह पृथ्वी से लगभग 420 प्रकाश-वर्ष दूर है।
  • अल्फ़ा सॅटाए (α Ceti) भी एक लाल दानव तारा है लेकिन यह बहुत वृद्ध है और अपना हाइड्रोजन इंधन ख़त्म कर चुका है। कुछ वैज्ञानिक तो समझते हैं के नाभिकीय संलयन (न्यूक्लियर फ्यूज़न) करते-करते यह अपना हीलियम भी ख़त्म कर चुका है और अब शायद अपना कार्बन का केंद्र जला रहा है। जब यह समाप्त हो जाएगा तो इस तारे की बाहरी परतें बिखर कर इसके इर्द-गिर्द एक बादल बना देंगी और अन्दर का केंद्र एक सफ़ेद बौना बनकर रह जाएगा। यह पृथ्वी से लगभग 249 प्रकाश-वर्ष दूर है।
  • बेटा सॅटाए (β Ceti) सीटस तारामंडल का सब से रोशन तारा है। यह नारंगी दानव तारा पृथ्वी से लगभग 96 प्रकाश-वर्ष दूर है। इसे आकाश में आसानी से ढूँढा जा सकता है क्योंकि आकाश के जिस क्षेत्र में यह स्थित है उसमें वैसे काफ़ी अंधियारा रहता है।
  • टाऊ सॅटाए (τ Ceti) पृथ्वी से केवल 11.9 प्रकाश-वर्ष की दूरी पर है और पृथ्वी का 17वा सब से नज़दीक़ी तारा है। बहुत सी विज्ञान कथाओं में टाऊ सॅटाए का ज़िक्र आता है।

अन्य वस्तुएँ[संपादित करें]

तारों के अलावा सीटस तारामंडल के क्षेत्र में कुछ आकाशगंगाएँ भी नज़र आती हैं -

  • मॅसिये 77 हमसे लगभग 4.7 करोड़ प्रकाश-वर्ष दूर स्थित एक सर्पिल आकाशगंगा है।
  • जे॰के॰सी॰ऍस॰ 041 अब तक का सब से दूर मिला आकाशगंगा समूह है।[3]

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. Levy, David H. (2005). Deep Sky Objects. Prometheus Books. ISBN 1-59102-361-0.
  2. Ridpath, Ian; and Tirion, Wil; (2007) Stars and Planets Guide, Collins, London; ISBN 978-0-00-725120-9, Princeton University Press, Princeton; ISBN 978-0-691-13556-4
  3. Scientists identify new galaxy cluster[मृत कड़ियाँ]