सदस्य वार्ता:Ved prakash sarswat

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स्वागत!  नमस्कार Ved prakash sarswat जी! आपका हिन्दी विकिपीडिया में स्वागत है।

-- नया सदस्य सन्देश (वार्ता) 02:55, 31 मई 2020 (UTC)उत्तर दें

किस चीज को कहा दोष लगता है[संपादित करें]

ऋण कर्ता पिता शत्रु: माता च व्यभिचारिणी  ! पत्नी रूपवती शत्रु: पुत्र शत्रु न पंडित: !!

भावार्थ ऋण अपने पुत्र पर छोड़ देने वाला पिता अपने बेटे के लिए शत्रु है माता व्यभिचारिणी पुत्र पिता के लिए शत्रु है ज्यादा रूपवती स्त्री भी शत्रु कहलाई गई है और मूर्ख पुत्र भी शत्रु है !! आचार्य चाणक्य ने यह बात अपनी नीति में लिखी है

आचार्य श्री वेद प्रकाश सारस्वत रामदेव पुजारी Ved prakash sarswat (वार्ता) 03:35, 31 मई 2020 (UTC)उत्तर दें