सदस्य वार्ता:Mummykiduniya

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-- नया सदस्य सन्देश (वार्ता) 09:27, 16 जून 2018 (UTC)[उत्तर दें]

सुषमा स्वराज[संपादित करें]

वर्तमान विदेश मंत्री और तेज़-तर्रार नेता श्रीमती सुषमा स्वराज को कौन नहीं पहचानता है। चौड़े border वाली खूबसूरत साड़ी, बीच मांग सिन्दूर से भरी, माथे पर बड़ी सी लाल बिंदी सजी, मुस्कुराता चेहरा और आँखों में आत्मविश्वास की चमक उनका style quotient है।

पिछले कुछ सालों में उनके स्टाइल में साड़ी के साथ हाफ जैकेट भी जुड़ गया है, जिससे उनका look और भी ज्यादा confident लगने लगा है।

देश-विदेश में फैली है इनकी लोकप्रियता

personality में भारतीयता को समेटे हुए सुषमा मुख्यमंत्री से लेकर विदेश मंत्री तक की भूमिका निभाती आयी हैं। भारतीय राजनीति में 43 वर्षों से सक्रिय सुषमा जी कई records अपने नाम कर चुकी हैं।

भाषा पर अपनी पकड़ और बेजोड़ भाषणों के लिए जानी जाने वाली Mrs. स्वराज आजकल Social Media पर अपनी दमदार presence के लिए भी जानी जाती है। अब तक Mrs. स्वराज ने अलग अलग देशों में रह रहे करीब 80000 भारतीयों की मदद की है और उनकी सुरक्षित वापसी कराई है। हाल ही में इराकी आतंकी संगठन ISIS के चंगुल से 30 भारतीय नर्सों को छुड़ाकर देश वापस लाने पर उनकी बड़ी सराहना हुई है।

स्वर्गीय इंदिरा गाँधी के बाद भारत में दूसरी सबसे popular महिला नेता और कोई है तो वो सुषमा जी ही हैं। महिला सशक्तिकरण की हिमायती सुषमा जी पाकिस्तान की महिलाओं में भी बहुत लोकप्रिय है। एक पाकिस्तानी महिला ने तो उन्हें अपना प्रधानमंत्री बनाने की इच्छा भी ज़ाहिर की थी।


प्रारंभिक/ व्यक्तिगत जीवन

इनका जन्म 14 फ़रवरी 1952 को हरियाणा के अम्बाला में हुआ था। सुषमा के पिता श्री हरदेव शर्मा आरएसएस के सक्रिय सदस्य थे। परिवार में उन्होंने बचपन से राजनीतिक माहौल देखा था। स्कूल के दिनों में वो एनसीसी कैडेट रह चुकी हैं।

आगे चलकर उन्होंने राजनीति विज्ञान और संस्कृत साहित्य से graduation किया और पंजाब यूनिवर्सिटी से Law की पढाई पूरी की। उनका संवाद कौशल पूरी यूनिवर्सिटी में विख्यात था। इसके लिए उन्होंने ढेरों पुरस्कार भी जीते हैं। कॉलेज के दिनों में वे RSS से जुडी रहीं थीं। वर्ष 1973 में वो supreme court में बतौर वकील प्रैक्टिस करने लगीं। 1975 में उनकी शादी सुप्रीम कोर्ट के वकील स्वराज कौशल से हुई। मिजोरम के राज्यपाल रह चुके स्वराज कौशल राज्य सभा के पूर्व सांसद भी हैं।


इनकी बहन वंदना शर्मा हरियाणा के एक कॉलेज में प्रोफेसर है और भाई गुलशन शर्मा आयुर्वेद के डॉक्टर हैं। सुषमा जी की इकलौती बेटी बांसुरी स्वराज वकालत के पेशे से ही जुडी है।

अपनी साड़ियों के colour को लेकर बहुत particular हैं सुषमा जी सुषमा स्वराज स्वभाव से एक धार्मिक महिला हैं। इनके बारे में कहा जाता है कि पहनावे से लेकर खाने तक में ये दिन के हिसाब से रंगों का चयन करती हैं। जैसे Thursday को ये पीले रंग की साड़ी पहनती हैं और उसी रंग का भोजन भी खाती हैं।


ये बात तब मीडिया में आयी जब कुछ साल पहले पाकिस्तान दौरे पर उन्होंने हरे रंग की साड़ी पहनी थी। इस पर social media में लोगो ने सवाल उठाना शुरू किया (क्योंकि पकिस्तान के झंडे का रंग हरा होता है ) तब उन्होंने बताया था की वो दिन बुधवार था और उस दिन वो हमेशा हरी साड़ी ही पहनती हैं।

राजनीतिक जीवन वैसे तो सुषमा की बचपन से ही politics में रूचि थी, पिता के राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े होने के कारण घर में नेताओं का आना जाना लगा रहता था। college में वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् की सदस्य भी रह चुकी थीं। लेकिन mainstream politics में उनका प्रवेश शादी के बाद हुआ।

State Politics

उनके पति तत्कालीन समाजवादी नेता जॉर्ज फर्नांडिस के करीबी थे। उनके संपर्क में आकर सुषमा का political inclination और बढ़ा। उन्होंने 1975 में लोकनायक जय प्रकाश नारायण की सम्पूर्ण क्रांति आंदोलन में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।


Emergency के बाद वह पहली बार 1977 में जनता पार्टी की तरफ से हरियाणा विधान सभा का चुनाव लड़ी और जीतीं। महज 25 साल की आयु में उन्हें हरियाणा सरकार में cabinet minister बनाया गया। 1987 के विधान सभा चुनाव में जीत कर वह राज्य की शिक्षा मंत्री बनीं।

National Politics

इस बीच सुषमा को 1980, 1984 और 1989 के लोकसभा चुनावों में तीन बार हार का सामना करना पड़ा। फिर राष्ट्रीय राजनीति में आने के लिए उन्होंने राज्य सभा का रास्ता अपनाया। इसके बाद राजनीति के सफर में उन्होंने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा। 1996 के लोकसभा चुनाव में वह पहली बार जीतीं और 13 दिन की वाजपेयी सरकार में सूचना व् प्रसारण मंत्री बनायीं गयीं।

1998 में दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं। वर्ष 1999 के लोक सभा चुनावमें Mrs. Swaraj कर्नाटक के बेल्लारी सीट पर सोनिया गाँधी को कड़ी टक्कर देते हुए चुनाव हार जाती हैं। एक साल बाद यानि 2000 में राज्य सभा से वो संसद में फिर वापसी करती हैं और 2003 तक सूचना प्रसारण मंत्री रहीं।

2003 -04 तक उन्होंने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और संसदीय कार्य मंत्रालय का पदभार संभाला। 2009 के लोकसभा चुनाव में जीत हासिल कर सदन में नेता प्रतिपक्ष बनीं। 2014 का लोकसभा चुनाव जीतकर वर्तमान मोदी सरकार में उन्हें विदेश मंत्री बनाया गया।

रिकार्ड्स / उपलब्धियां

सुषमा स्वराज 1977 में 25 वर्ष की आयु में हरियाणा सरकार में cabinet minister बनी थीं, जो अब तक का youngest ever cabinet minister in state government का रिकॉर्ड हैं।

1998 में ये दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं।

2004 में उनको Outstanding Parliamentarian Award दिया गया। जिसे हासिल करने वाली वह देश की पहली और एकमात्र महिला सांसद हैं।

Limca Book of Records की तरफ से स्वराज कौशल और सुषमा स्वराज को Most Distinguished Couple के तौर पर नवाज़ा गया है।

2014 में वह देश की दूसरी महिला विदेश मंत्री बनी। पहली महिला विदेश मंत्री स्वर्गीय इंदिरा गाँधी थी।