सामग्री पर जाएँ

सदस्य वार्ता:बण्डा दर्शन शाहजहांपुर

पृष्ठ की सामग्री दूसरी भाषाओं में उपलब्ध नहीं है।
विषय जोड़ें
मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
Latest comment: 4 वर्ष पहले by बण्डा दर्शन in topic पत्रकारिता
स्वागत!  नमस्कार बण्डा दर्शन शाहजहांपुर जी! आपका हिन्दी विकिपीडिया में स्वागत है।

-- नया सदस्य सन्देश (वार्ता) 14:22, 23 मई 2020 (UTC)उत्तर दें

कोरोना वायरस[संपादित करें]

कोरोना वायरस खबरो के आधार पर देखा जाय तो कुछ जीवो पक्षियों के कारण उत्पन्न हुआ वायरस है । अब चाहे उसको सृजित किया गया या स्वतः ही उत्पन्न हुआ के बारे मे माथा पच्ची करने के स्थान पर हम उसी वायरस की पृकृति की ओर बढते है जहाँ से उसका विकास हुआ तो पाते है कि ये एक जीवो द्वारा उत्पन्न बीमारी या यूँ कहे महामारी है ।यदि हम इसी के तोङ को पकङ ले तो हमे आशा है कि हम इस महामारी से निजात पा सकते है । अर्थात् जब हम उन दूषित माँस भक्षण से मुँह मोड़ लेगे तब हमे इस महामारी से काफी राहत मिल जाये गी पर इसके लिये माँस भक्षण पर हमे अधिकारिक तौर पर रोकलगाने की आवश्यकता है । यहाँ पर हम बाबा जयगुरूदेव द्वारा पृचलित किये गये संदेशो को भी नजर अन्दाज नही कर सकते है। लेकिन विडम्बना यह है कि भारत सरका इस विचार पर अपनी सहमति की मुहर लगाये गी हमे नही लगता येसा मेरा विचार है।

                                                       आपका
                                             बृजेश शुक्ला पत्रकार बण्डा दर्शन शाहजहांपुर (वार्ता) 14:56, 23 मई 2020 (UTC)उत्तर दें

पत्रकारिता[संपादित करें]

देश विदेश समाज राजनीति अर्थ नीति समाज के प्रति सच्ची श्रद्धा रखने तथा समाज मे फेल रही कुरीतियों को प्रदर्शित कर समाज का उत्थान करने को कहते है। पत्रकारिता जिसे हम भारत भूमि सतह पर खङे चौथे स्तम्भ की संज्ञा देते है। परन्तु कुछ छि छोरो की बजह से समाज बजाय पत्रकारिता को सम्मान देने के उन पर उँगलीयाँ उठाती नजर आता है। घ्रणित दृष्टिकोण से देखने लगा है ये समाज कलम कार को अगर इस पर सही दिशा मे उपचार ना किया गया तो एक दिन ऐसा आयेगा कि समाज इसे पूर्णतः नकार देगा जटिल समस्या तो तब आती है जब समाज भय के कारण उनके द्वारा किये अत्याचार की शिकायत करने से भी कतराता क्योंकि वह जानता है कि अधिकारी भी उस विषय पर पूर्णतः विचार नही करते और वही होता है जो पत्रकारो की छवि को घूमिल करता है । हमे इस पर विचार करने की आवश्यकता है समाज को अब खुद पत्रकारों से बचाने की आवश्यकता है । बरना सत्यमेव जयते का उपहास होगा कौन करेगा इस पर विचार ये विलम्बित है।

                                         आपका 

बृजेश शुक्ला पत्रकार बण्डा जनपद शाहजहांपुर बण्डा दर्शन (वार्ता) 17:40, 24 मई 2020 (UTC)उत्तर दें