सदस्य वार्ता:पण्डित ज्ञान प्रकाश पाण्डेय
विषय जोड़ें
प्रस्तावना
पण्डित ज्ञान प्रकाश पाण्डेय जी इस समय आप विकिमीडिया फाउण्डेशन की परियोजना हिन्दी विकिपीडिया पर हैं। हिन्दी विकिपीडिया एक मुक्त ज्ञानकोष है, जो ज्ञान को बाँटने एवं उसका प्रसार करने में विश्वास रखने वाले दुनिया भर के योगदानकर्ताओं द्वारा लिखा जाता है। इस समय इस परियोजना में 8,11,508 पंजीकृत सदस्य हैं। हमें खुशी है कि आप भी इनमें से एक हैं। विकिपीडिया से सम्बन्धित कई प्रश्नों के उत्तर आप को अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों में मिल जायेंगे। हमें आशा है आप इस परियोजना में नियमित रूप से शामिल होकर हिन्दी भाषा में ज्ञान को संरक्षित करने में सहायक होंगें। धन्यवाद।
विकिनीतियाँ, नियम एवं सावधानियाँ
विकिपीडिया के सारे नीति-नियमों का सार इसके पाँच स्तंभों में है। इसके अलावा कुछ मुख्य ध्यान रखने हेतु बिन्दु निम्नलिखित हैं:
|
विकिपीडिया में कैसे योगदान करें?
विकिपीडिया में योगदान देने के कई तरीके हैं। आप किसी भी विषय पर लेख बनाना शुरू कर सकते हैं। यदि उस विषय पर पहले से लेख बना हुआ है, तो आप उस में कुछ और जानकारी जोड़ सकते हैं। आप पूर्व बने हुए लेखों की भाषा सुधार सकते हैं। आप उसके प्रस्तुतीकरण को अधिक स्पष्ट और ज्ञानकोश के अनुरूप बना सकते हैं। आप उसमें साँचे, संदर्भ, श्रेणियाँ, चित्र आदि जोड़ सकते हैं। योगदान से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण कड़ियाँ निम्नलिखित हैं:
अन्य रोचक कड़ियाँ
| |
(यदि आपको किसी भी तरह की सहायता चाहिए तो विकिपीडिया:चौपाल पर चर्चा करें। आशा है कि आपको विकिपीडिया पर आनंद आएगा और आप विकिपीडिया के सक्रिय सदस्य बने रहेंगे!) |
-- नया सदस्य सन्देश (वार्ता) 09:49, 28 मार्च 2019 (UTC)
Gyan Prakash Pandey[संपादित करें]
जीवन परिचय पं०ज्ञान प्रकाश पाण्डेय जी का जन्म वर्ष1994 में भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को हुआ था। इनके जन्मदिन के दिन अनन्त चतुर्दशी का त्योहार था। जीवन शैली बचपन से ही ये काफ़ी सोचने वाले इंसान थे ये अपनी ही दुनिया में खोए हुए रहते थे। तरह तरह के लोग इनके विषय में अलग अलग मत रखते है। कुछ लोग तो ये भी कह देते थे कि ये हमेशा तीन बात सोचते है। शिक्षा इनकी प्रारम्भिक शिक्षा तो गहमर गांव से शुरू होती है और गांव के ही राम रहीम महाविद्यालय से स्नातक स्तर की शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात स्नातकोत्तर महाविद्यालय गाजीपुर से बी एड और इतिहास में कला निष्णात की उपाधि प्राप्त करते हैं।
भाषा शैली इनको हिंदी अंग्रेजी और संस्कृत का अच्छा ज्ञान था, इसके अलावा भोजपुरी , मगधी ,गुजराती, बंगाली, पंजाबी के ऊपर भी काफी अच्छा पकड़ था। इनकी शैली में श्रृंगार रस और वीर रस का काफी अच्छा समिश्रण है। इनकी बातों और विचारों में देशभक्ति और देश के प्रति सदैव तत्पर रहने वाले जुनून देखने को मिलता है। इनके मस्तिष्क मे सदैव यही सूझता है कि किस प्रकार से ये अपने देश भारत को और भी शक्तिशाली बनाये।
धर्मिक दृष्टिकोण पंडित ज्ञान प्रकाश जी धार्मिक दृष्टि से हिन्दू धर्म में दृढ़ आस्था रखते थे। ये महाकाल और महाकाली के अनन्य उपासक थे किन्तु ये सभी धर्मों का सम्मान करते हैं । इनका मानना था कि ईश्वर एक है और हम उनको किसी भी रूप में याद कर सकते हैं। पण्डित ज्ञान प्रकाश पाण्डेय (वार्ता) 18:35, 1 अप्रैल 2019 (UTC)