सदस्य:Pankajyadav94/प्रयोगपृष्ठ

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चेहरा गांव[संपादित करें]

चेहरा गांव भारत के राज्य-उत्तर प्रदेश में श्री काशी विश्वनाथ की पावन नगरी वाराणसी जोकि प्राचीन काल से ही देवो की भूमि रही है। ऐसे देवभूमि के पूर्वोत्तर में 33 किलोमीटर दूर तथा लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लगभग 11 किलोमीटर दूर सड़क मार्ग लखनऊ से वाराणसी “NH 56 ” पर फूलपुर से बाबतपुर बाईपास पर दाई तरफ स्थित है।

चेहरा गांव में मतदाताओं की संख्या[संपादित करें]

गांव चेहरा का मतदान स्थल प्राथमिक विद्यालय थरी है | जोकि विधानसभा क्षेत्र पिंडरा तथा लोकसभा क्षेत्र मछलीशहर के अंतर्गत आता है | इस मतदान स्थल के अंतर्गत गांव चेहरा तथा थरी का मतदान चुनाव कराया जाता है | मतदान स्थल संख्या 163 के अंतर्गत गांव चेहरा तथा थरी के कुल मतदाताओं की संख्या 1416 है जिनमें पुरुषों की संख्या 781 तथा महिलाओं की संख्या 645 है |

चेहरा ग्रामवासियों का उद्देश्य[संपादित करें]

हमारा उद्देश्य है पुरानी संस्कृति को नई संस्कृति के साथ जोड़ना जिसमें स्वच्छ, सुव्यवस्थित व समर्थ ग्रामसभा को डिजिटल प्लेटफार्म पर लाना हमारा प्राथमिक उद्देश्य है। समस्त सरकारी योजनाओं, संसाधनों व धन का उचित निवेश पूर्ण रूप से ग्राम सभा में सार्थक स्थानों पर हो यह हमारा लक्ष्य है। विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन व संचालन ग्राम सभा में हो इसके लिए शासन के समेकित निधि से बजट तथा प्रस्ताव का पूर्ण प्रयोग चेहरा गांव में विकास कार्य के लिए हो यही हमारा प्रथम प्राथमिकता होगा।

अच्छी शिक्षा अपने बच्चे के लिए हर माता-पिता का एक सपना होता है क्योंकि शिक्षा एक अच्छे जीवन का नेतृत्व करने के साथ ही साथ अच्छी नौकरी पाने और वित्तीय विकास के बेहतर अवसरों के संदर्भ में “शिक्षा” के मूल्य को समझता है |

ऐसी ही शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हमारे गांव में एक पहल “उमा उद्यान एजुकेशनल फाउंडेशन” चलाया जा रहा है जो गांव के होनहार विद्यार्थियों को प्रोत्साहन के रूप में कुछ नगद राशि तथा सम्मान प्रदान किया जाता है |

इस प्रकार के मुहिम को आगे बढ़ाने के लिए सार्वजनिक सहयोग का होना बहुत आवश्यक होता है क्योंकि सहयोग ही एक ऐसा शक्ति प्रदान करता है जो आदमी को उसके लक्ष्य तक पहुँचाता है। सहयोग एक ऐसे काम के लिए जो दूसरों को आगे आने का मौका प्रदान करे हमें जरुर करना चाहिए ।

जो व्यक्ति इस पहल का हिस्सा बन आर्थिक रूप से सहयोग करना चाहता है वह दिए गए लिंक सहयोग करे का उपयोग करके इस मुहिम का हिस्सा बन सकता है।

इस प्रकार के मुहिम को बढ़ावा देने वाले व्यक्तियों का हमारे गांववासी तहे दिल से स्वागत तथा आभार व्यक्त करते हैं।

उमा उद्यान एजुकेशनल फाउंडेशन[संपादित करें]

उमा उद्यान एजुकेशनल फाउंडेशन का मुख्य उद्देश्य चेहरा गांव को उर्ध्वमुखी सामाजिक गतिशीलता को उन्मुख करने हेतु तथा ग्रामीण समुदाय में शिक्षा को आधारभूत परिवर्तन लाने का सक्रिय प्रयास है|

सन्देश[संपादित करें]

उमा उद्यान एजुकेशनल फाउंडेशन की स्थापना करते समय छात्रों के समग्र विकास का सपना देखा गया है ,मानवीय मूल्यों के परोपकार | छात्रों को उमा उद्यान एजुकेशनल फाउंडेशन के सपनों को सच करना चाहिए |हमें आपसे बहुत उम्मीदें हैं ….|

परस्पर सद्भाव ,सौहार्द ,सहयोग बनाए रखना छात्रों का लक्ष्य होना चाहिए |

अपने माता-पिता की आशाओं को पूरा करने में विद्यार्थियों को हर प्रयास करना चाहिए | वर्तमान दौर में वैश्विक परिवेश को देखते हुए हमें अपने को तैयार करना होगा |

यह एक ऐसा दौर है जब चारों ओर संभावनाएं और चुनौतियां हैं, संभावनाओं को देखते हुए चुनौतियों से जूझने की कला खुद में विकसित करनी होगी |

बड़ों को सम्मान और बराबर लोगों को सहयोग साथ समर्थन देने में ही हम अपनी विकास यात्रा को तेज कर सकते हैं |

छात्राओं को काम को अलग तरीके से कर अपनी पहचान बनाने की जरूरत है |

खुद के अंदर प्रतिस्पर्धा की भावना लानी होगी तभी हमारे व्यक्तित्व का विकास होगा | व्यवसाय भी ऐसा चुनना होगा जिसे हम अपनी क्षमता से शीर्ष तक ले जा सके | छात्राओं को अपने कार्य को गंभीरता से करने के साथ आत्म प्रदर्शन को बेहतर करने पर विशेष ध्यान देना चाहिए |

जीवन के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षा ही एकमात्र ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा ही वह अपने सभ्यता एवं संस्कृति को समझकर उसे सुरक्षित रखने एवं विकसित करने में समर्थ हो सकता है |

इन बातों के मद्देनजर ही अपने गांव को सकारात्मक दिशा में परिवर्तन करना उचित होगा |

उमा उद्यान एजुकेशनल फाउंडेशन के तहत चेहरा गांव का सकारात्मक सामाजिक एवं शैक्षणिक क्षेत्र में कार्य करने का प्रयास है 'पहल'।

मेधावी सम्मान निधि पुरस्कार[संपादित करें]

मानवीय संभावनाओं के विकास में शिक्षा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है |अपने गांव के भावी पीढ़ी को इस प्रकार शिक्षित करना होगा कि उनके आत्मविश्वास व दृढ़ता से समस्याओं के रचनात्मक समाधान की योग्यता विकसित हो तथा वे मानवीय मूल्यों का सामाजिक न्याय निष्ठा रख सके | फलतः गांव की आशाओं , आकांक्षाओं और आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर विगत शैक्षणिक सत्र के हाई स्कूल तथा इंटरमीडिएट के उत्कृष्ट छात्र- छात्राओं को सम्मान निधि पुरस्कार की व्यवस्था की गई है | “उमा उद्यान एजुकेशनल फाउंडेशन” के द्वारा “पहल” कार्यक्रम के तहत “मेधावी सम्मान निधि पुरस्कार” का आयोजन प्रत्येक वर्ष स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर गांव के देवस्थल अगिया वीर ( डीह बाबा ) पर कराया जाना सुनिश्चित है |

उमा उद्यान एजुकेशनल फाउंडेशन पहल 2019 -2020[संपादित करें]

उमा उद्यान एजुकेशनल फाउंडेशन” के द्वारा “पहल” कार्यक्रम का शुरुआत सन 2019 में संजय यादव (रिंकू) के द्वारा किया गया | “पहल” कार्यक्रम के तहत विगत बोर्ड के परीक्षा में सम्मिलित मेधावी विद्यार्थियों को “सम्मान निधि पुरस्कार” का व्यवस्था किया गया है | “उमा उद्यान एजुकेशनल फाउंडेशन” के द्वारा “पहल 2019-2020” कार्यक्रम का आयोजन स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) के अवसर पर गांव के देवस्थल श्री आज्ञा डीह बाबा पर संपन्न हुआ | जिसमें गांव के माननीयगण श्री रामलखन यादव, श्री राजदेव यादव, श्री लालमणि प्रजापति,श्री राजबलि सरोज उपस्थित रहे तथा कार्यक्रम का शुरुआत गांव के सबसे बुजुर्ग माननीय श्री राम लखन यादव के द्वारा झंडारोहण के साथ किया गया |

मेधावी सम्मान निधि पुरस्कार मापदंड-[संपादित करें]

प्रथम पुरस्कार 90% के लिए – ₹ 15,000

द्वितीय पुरस्कार 85% के लिए – ₹ 10,000

तृतीय पुरस्कार 80% के लिए – ₹ 5,000

चतुर्थ पुरस्कार – सांत्वना पुरस्कार

आस्था[संपादित करें]

संपूर्ण विश्व के जनक , संचालक एवं नियंता परमात्मा है , हमें अपने कर्मों से उनकी इस अनुपम कृति को स्वच्छ तथा सुन्दर बनाये रखना है।

चेहरा गांव में अति प्राचीन दक्षिणमुखी श्री आज्ञा डीह बाबा तथा शायरी माता जी का सह देवस्थान है |

इनकी दैवीय शक्ति का आभास केवल ग्राम चेहरा के लोगों को ही नहीं,वरन सैकडों किलोमीटर दूर के गाँव के लोगों को भी है।

बाबा के दर्शन के लिये दूर-दूर से लोग आते है और बाबा इन सबकी मनोकामना को पूर्ण करते हैं।

डीह बाबा के देवस्थल का परिसर अलौकिक एवं अद्भुत है।

यहां पर जल ,धार , पुष्प ,फल तथा मिष्ठान एवं कढ़ाई चढ़ाने का विशेष महत्व है | कुछ लोग तोरण और घंट भी बाधते है |

यह सार्वजनिक देवस्थान सुबह सूर्योदय से सायं सूर्यास्त तक श्रद्धालुओं को दर्शन-पूजन हेतु सुविधाजनक रहता है|

अधिक जानकारी के लिए[संपादित करें]

आधिकारिक वेबसाइट - www.merachehara.com