सदस्य:N. shree vidya/प्रयोगपृष्ठ

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सैंड थेरेपी[संपादित करें]

मनोविज्ञान[संपादित करें]

मनोविज्ञान एक प्रकार का विज्ञान है जिस मे मनुश्य की मनोस्थिति, व्यवहार ओर वातावरणीय तत्वों के आधार पर मानव ओर पशुओं के मनस्थिति को पड़ा जाता है ।[1]

ये विषय दो भागों में बाटा हुवा है , जिस का एक भाग अभ्यासतकों का एक बड़ा पेशा है और दूसरा भाग भले ही छोटा हो मन और दिमाग और    समाज में व्यवहार का एक बढ़ता हुआ विज्ञानं है । अज के समय मे मनोविज्ञान के क्षेत्र मे कूच प्रमुख नौकरियां हैं

1)     मनोचिकित्सक

2)     औद्योगिक/संगठनात्मक मनोवैज्ञानिक

मनोविज्ञान
मनोविज्ञान

3)     न्यूरोसाइकोलॉजिस्ट

4)     स्कूल काउंसलर/मनोवैज्ञानिक

5)     नैदानिक ​​मनोविज्ञानी

6)     फोरेंसिक मनोवैज्ञानिक

7)     परामर्श मनोवैज्ञानिक

8)     खेल मनोवैज्ञानिक

9)     शिक्षा मनोवैज्ञानिक

बाल मनोवैज्ञानिक
बाल मनोवैज्ञानिक

10)  बाल मनोवैज्ञानिक ।[2]

इन्ही नौकरियों मे से एक हैं सैंड थेरपि , जो आज के समय मे मनोविज्ञान के क्षेत्र मे काफी प्रचालित है ।

परिचय[संपादित करें]

मनोवैज्ञानिक चिन्ह

सैंड थेरेपी एक मनो वैज्ञानिक रोगोपचार है जिस में रथ , कभी -कभी अन्य छोटे खिलोने और जल के मदद से यक्ति को एक नजारा बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है , जिस के आधार पे मनोवैज्ञानिक उस यक्ति के अंतर मन की स्थिति मानसिक पीड़ा और आदि चिंताओं को समझने का प्रयास करते है। प्रस्तुत मनोवैज्ञानिक चिकित्सा एक तरीके का प्ले थेरेपी है । इस के  मदद से मनोवैज्ञानिक यक्ति से बिन्ना आमने -सामने बात किये रथ के बनाये नज़ारे और उसकी यक्या के मदद से एक सांकेतिक तरीके से अंधरुनिक विचार और कष्टों को व्यक्त कर नई एक मौका देते हैं।

सैंड थेरेपी
सैंड थेरेपी

इस मनोपचारिक तरीके को १९५० मे डोरा कलफ  नाम के एक मोनोवैज्ञनिक ने निर्माण किया । कलफ ने इस तरीके को काईन सरे तकनीक और धारणाओं को मिलकर बनायीं थी । इस तरीके को कलफ ने पहले अंग्रेज़ी बाल वैज्ञानिक मारग्रेट लोवेनफेल्ड से सीखा जिन्होने पहला सैंड ट्रे मनोपचार को का निर्माण किया था , और कलफ ने इसे अप्पने जुंगिआन प्रशिक्षण और पूर्वी धरना के आधार पे निर्माण किया था ।

प्रयोग[संपादित करें]

सैंडप्ले थेरेपी एक व्यावहारिक थेरेपी है, जिसका उपयोग अक्सर उन लोगों के साथ किया जाता है, जिन्हें किसी प्रकार का आघात, उपेक्षा या दुर्व्यवहार झेलना पड़ा है। हालाँकि सैंडप्ले विशेष रूप से छोटे बच्चों के साथ काम करने के लिए उपयोग किया जाता है , जो अक्सर अपनी भावनाओं को शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकते हैं , इस टेक्निक को किशोरों और बाढ़ों के साथ भी इस्तेमाल किया जाता है जो दूसरों करे सामने अपने आप को वयक्त नहीं कर पते हैं और जो किसी प्रकार की गंभीर भावनात्मक स्थिति से पीड़ित हो सकते हैं। इस टेक्निक को क्रोध , मूड स्विंग्स , उत्कंठा , रिश्तेदारिक और सीखने की विकलांगता को नियंत्रित करने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है ।

डिप्रेशन

इस के आलावा यह व्यायाम उन लोंगो के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है जो स्वयं को आसानी से व्यक्त नहीं कर पाते , जैसे की ऑटिस्टिक लोग , डिप्रेशन या एंग्जायटी डिसऑर्डर , ाध्द ,मानसिक आघात , शारीरिक या मासिक विकलांग समयों से ग्रस्त लोगों के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है ।

प्रक्रिया[संपादित करें]

यह टेक्निक मे से भरे डब्बे को ग्राहक के सामने रख दिया जाता है और  छोटे -छोटे खिलोने और कठपुतलियों के  से  उनकी अपनी दुनिया बनाने को कहा जाता है,जिस के मदद से स्वयं ही अपने आप कष्टों का उत्तर खोजने केलिए प्रोत्साहित करते हैं । रेट के साथ खेलने के बाद ग्राहक और मोनोवैज्ञनिक साथ में बैठकर खिलोनो का चुनाव , उनका रखा हुआ क्रम और उनका सांकेतिक अर्थ के बारे मैं बैठ क्र साथ में विश्लेषण करथे हैं । इस विश्लेषण के दौरान अक्सर ग्राहक अपने बांया इस दुनिया के बारेमे बताई गयी कहानी बदलदेथा है । यह थेरेपी खुश सेशन या कहीं लम्बे घाटों के लिए चलता है ।

इस टेक्निक के मदद से ग्राहक असल दुनिया और उसकी बनाये हुए छोटी सी दुनिया के बीच की समानता देखने लगता है , और जैसे वो अपनी दुनिया मे हलकी-हलकी बदलाव बनाता है वैसे ही वो अपने असल जीवन मे  भी ऐसे बदलावों को अपने जीवन में लाता है और इन बदलावों को स्वीकारने भी लगता है ।  आज के समय में मनोवैज्ञानिक कलफ के तरीके अपने टेक्निक के साथ अपनाते है ।

काईन शोध अध्यायों के अनुसार रेत से खेला गया  यह खेल छोटे बच्चों को चिंता , व्यावहारिक समस्या पलटाव आदि समयों को काम करने के कारण काईन सरे चिरकालिक रोगों से दूर रखता है । इस के आलावा डिप्रेशन और चिंता से भी राहत दिलाता है ।अन्य शोध अध्यायों के अनुसार जिन बच्चों और बाढ़ों मे इस टेक्निक से लाभ हुआ वे असल में या थो किसी प्रकट से विकलांग थे या  कोई भाषा संबंधी कठिनाइयों से  या आदि ग्रस्त थे । किन्तु इन सभ में सबसे महत्वपूर्ण बाथ ये है की मनोवैज्ञानिक ग्राहक केलिए एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करता है ताकि वो अपने समस्या के मूल तक पहुँच सके ।

सैंड थेरेपी मोनोवैज्ञान के क्षेत्र मे उन निर्माणों मे से एक है जो न केवल विकलांग बल्कि साधारण लोगों के समस्यायों को सुलजालेता है। आज के दिन मे इस टेक्निक पर दुसरे मोनोवैज्ञान क्षत्रो पे भी इसका इस्तेमल पर भी शोध किया जारहा है । अतः सैंड थेरेपी मोनोवैज्ञनिक क्षेत्र के आवश्यक निर्माणों में इ एक है ।

https://www.britannica.com/science/psychology

https://psychcentral.com/health/sand-tray-therapy#uses

https://www.psychologytoday.com/us/therapy-types/sandplay-therapy

  1. "Psychology | Definition, History, Fields, Methods, & Facts | Britannica". www.britannica.com (अंग्रेज़ी में). 2024-02-14. अभिगमन तिथि 2024-03-30.
  2. "Psychology | Definition, History, Fields, Methods, & Facts | Britannica". www.britannica.com (अंग्रेज़ी में). 2024-02-14. अभिगमन तिथि 2024-03-30.