सदस्य:Akash mandoth/प्रयोगपृष्ठ

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ई पोर्टल[संपादित करें]

अर्थ[संपादित करें]

ई पोर्टल को सामान्य रूप से वेब पोर्टल से जाना जाता हैं। वेब विविध स्त्रोतों से जंकारियों को एक साथ सामान्य रूप में प्रस्तुत करता हैं। आमतोर पर , जानकारी को प्रदर्शित करने हेतु वेब पेज पर उसके लिए स्थान समर्पित किया जाता हैं और यदि भविष्य में वेब पेज पर बदलाव लाने हो तो वो भी आसानी से किया जा सकता हैं। पोर्टल में ‘ माशूप ‘ और ‘ ‘ इन्टरनेट ‘ दश्बोर्ड्स होते हैं जो कार्यकारी और प्रबन्धक को वेब पेज पर परिवर्तन लाने में मदत करता हैं। किस जानकारी को कैसे प्रस्तुत करे, इसे संस्था के नियुक्त कार्यकर्ता तय करते हैं । वेब पोर्टल ‘ एपीआई ’ सॉफ्टवेर द्वारा अनेक इन्टरनेट और एक्स्ट्रानेट समग्रिओ को संभालता हैं। सर्च इंजिन के अलावा अनेक विशेष सेवाए भी प्रदान करता हैं जैसे की ई – मेल , न्यूज़ , स्टॉक कुओट्स, डेटाबेस से जानकारी और मनोरंजन सेवाए । वेद पोर्टल के कुछ उदाहरण हैं : एओएल(AOL) , एक्सकिटे , गूगल , रेडिफ , याहू आदि

इतिहास[संपादित करें]

१९९० के अंत में वेब पोर्टल आईटी क्षेत्र का मूलमंत्र था । हर कंपनी अपने आप को ऑफलाइन से ऑनलाइन ले जाना चाहती थी और इंटरनेट मार्केट में अपना नाम जमाना चाहती थी । इस्स दौड़ के दौरान वेब पोर्टल को विशिस्त ध्यान मिला । इसने व्यापार को एक नया आयाम दिया और कही कोंपनियों ने एक जुट ( मर्ज ) होकर व्यापार शुरू किया । नेटस्केप अम्रीका ऑनलाइन का भागेदार होगया , वाल्ट डिज़्नी ने go.com लॉंच किया । आईबीएम ने प्रोदिगी लॉंच किया और एक्ससाइट और @होम ने साथ मिलकर अटी&टी कार्पोरेशन के भागेदार बने ।

श्रेनेकरण[संपादित करें]

वेब पोर्टल को सामान्य तोर पर ‘ हॉरिजॉन्टल ‘ और ‘ वर्टिकल ‘ भागो में विभाजित किया जा सकते हैं ।

१) हॉरिजॉन्टल पोर्टल : ये वेब पोर्टल अनेक वेरतको और उपचारको को एक समान इंटरनेट मंच प्रदान करता हैं और उनकी आर्थिक स्थिति को बड़वा देत हैं ।

२) वर्टिकल पोर्टल : हॉरिजॉन्टल पोर्टल से भिन्न ये विसिष्ट द्वार प्रदान करता हैं जिससे आपको काफी विशेष सुविधाए मिलती हैं । इन्हे ‘ विरतिकाल इन्फॉर्मेशन पोर्टल ‘ भी कहते हैं । इसमे सामान्य सर्च के अलावा कंपनी/इंडस्ट्री से संबंद्दित समाचार , संपादकीय सामाग्री , डिजिटल प्रकाशन , ई-व्यापार , सामाजिक नेटवर्किंग , विडियो पोस्टिंग और ब्लॉगिंग भी संभव हैं । आजकल आदिकतर वैबसाइट वर्टिकल पोर्टल्स हैं ।

वेब पोर्टल के प्रकार[संपादित करें]

१) निजीकृत पोर्टल्स[संपादित करें]

पर्सनल पोर्टल वेब साइट पर एक वेब पगे हैं जो वर्ल्ड वाइड वेब / लोकल एचटीएमएल पर जावा स्क्रिप्ट के समेत एक संशेदित वेब ब्राउज़र पर चलता हैं । निजीकृत पोर्टल अगान्तक और स्थानीय उपयोगकर्ता निजीकृत क्षांतएन प्रदान करती हैं । आदिकतर व्यापार पोर्टल्स इस्स प्रकार के होते हैं जिससे व्यापार प्ररित लक्ष्य पूर्ण हो सके । ये पोर्टल्स निजीकृत कम्प्युटर के अलावा सेल फोन , इपाद , टेब , लपटोप आदि एलेक्ट्रोनिक सहयोग साधनो से उपयोग कर सकते हैं । निजी पोर्टल को किसी विशिष्ट कार्य के लिए तयार किया जा सकता हैं जैसे की समाचार प्रदान करना , गेमिंग , चैटिंग , व्यापार आदि ।

१) वोर्ल्द्फ़ब्स.कॉम

ये एक सारी के व्यापार के लिए बना विसेश निजीकृत वेब पोर्टल हैं । इसमे व्यापारी अपनी मर्ज़ी अनुसार अनुकूलित कर सकता हैं जैसे की लॉगिन ईद प्रदान करना , छूट डालना आदि ।

२)सरकारी पोर्टल[संपादित करें]

सन्न १९९० केई सरकारे अपने नागरिकों के हित के हेतु पोर्टल तैयार करने की थान ले ली थी । ये पोर्टल सामान्य जनता तथा विशिष्ट नागरिकों के लिए बनी गयी थी । कुछ उदाहरण : १) औस्ट्रालिया.गोव.एयू (औस्ट्रालिया) २) यूएसए.गोव (यूएसए) ३) गोव.एलके (श्रीलंका) ४) इंडिया.गोव.इन (इंडिया)

३) संस्कृतिक पोर्टल[संपादित करें]

ये पोर्टल क्षेत्रीय अथवा संस्कृतिक सीमा से सीमित होते हैं । ये पोर्टल अदृश्युत होते हैं , मतलब सर्च इंजिन पर नई पाये जाते । आम तोर पर ये पोर्टल संस्कृतिक केतबे , कलाकृति , फोटो , पत्रिका समाचार पत्रिका , संगीत , फिल्म , ध्वनि रिकॉर्डिंग जैसे आदि विशेषताओ के संग्रह होते हैं ।

४) कॉर्पोरेट वेब पोर्टल्स[संपादित करें]

१९९० मे जब कोंपनियों में बदते कारोबार के साथ जतिलताए बदती गयी तब इस पोर्टल का इस्तमल किया गया । ये इंट्रानेट वेब पोर्टल्स में गिने जाते हैं जहा पर सिर्फ कंपनी के सदस्य कंपनी के भीतर की जानकारी , सूचना , समस्या , कार्य प्रबंधना , नई नीतीय , प्रकाशन सामाग्री आदि मे बिना अडचन प्रवेश कर सकते हैं । गतिशीलता से बदती प्रगति के साथ इस्स पोर्टल के आर्किटैक्चर में भी कई पर्वतन आ रहे हैं । ये पोर्टल उपभोक्ता और कर्मचारी दोनों को स्वयं-सेवा अवसर प्रदान करता हैं।

५) स्टॉक पोर्टल्स[संपादित करें]

स्टॉक-शेर पोर्टल से भी जाना जाता हैं । ये वेब-बेस्ड एप्लिकेशन हैं जहा पर शेर धारक समाचार , जानकारी आसानी पा सकता हैं । नवनीतम शेर मूल्य , पुच-बोली , नवनीतम रिपोर्ट और घोषनाए आदि पाने की व्यवस्था भी की गयी हैं । प्रोध्योगिक प्रगतती के साथ आज कल तो ऑनलाइन गटेवे की सहायता से पोर्टल पर शेर व्यापार भी संभव हैं । शारेबाज़ार.कॉम इसका एक उदाहरण हैं ।

६) सर्च पोर्टल्स[संपादित करें]

इस्स प्रकार के पोर्टल सबसे ज़्यादा उपयोगी होते हैं क्यों की ये समस्त जांकरियों एक बटन के खोज पर दाल देते हैं जिससे इंटरनेट का उपयोग आसान हो गया हैं । इसका सबसे यथार्थ उदाहरण गूगल सर्च होगा ।

७) टेंडर पोर्टल्स[संपादित करें]

टेंडर पोर्टल सरकारी आपूर्तिकर्ताओ को बोली प्रदान करने की सुविदा देती हैं । ये पोर्टल प्रयोक्ता को खोज , सुधार , प्रस्तुत , समीक्षा , पुरालेख आदि सुविधाए प्रदान करती हैं ।

सन्दर्भ[संपादित करें]

https://en.wikipedia.org/wiki/Web_portal BusinessDictionary.com