सदस्य:हस्नैन्/प्रयोगपृष्ठ

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नमस्कार ! मेरा नाम हस्नैन मुदस्सिर है । मैं बेंगलुरु, भारत का निवासी हूँ । मैं क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बेंगलुरु मे बी.एससी (सी एम ई) में पहले साल के अपने पहले सेमेस्टर में हूँ। मैं अपना पृष्ठभूमि, परिवार, शिक्षा, रुचियों, उपलब्धियों और अपने लक्ष्यों से अपको परिचय कराना चहता हूँ।

पृष्ठभूमि[संपादित करें]

मेरा जनम १५ नवंबर १९९९ को हुआ था । मैं बेंगलुरु में पैदा हुआ था । यह भारत के कर्नाटक की राजधानी है । मैं यहाँ बचपन रहा हूँ । यह दक्षिण भारत में दक्कन का पठार पर स्थित है । यहाँ की आबादी ८.४२ करोड है, जिससे यह तीसरा आबादी वाला शहर और भारत में पाँचवाँ सबसे अधिक जनसंख्या वाला शहर है ।

परिवार[संपादित करें]

मेरे पिता का नाम हबीब-उर्-रेहमान है, वह स्वनियोजित है । मेरी माँ का नाम तहसीन है, वह गृहिणी है । मेरे माता-पिता के दो पुत्र है । मैं सबसे छोटा हूँ । मेरी एक बड़ी बहन है । उन्होंने अपनी बी.कॉम की डिग्री क्राइस्ट यूनिवर्सिटी से प्राप्त की । मेरे माता-पिता ने मुझे बहुत सारी चीज़े सिखाई है । उनमे से महत्वपूर्ण सीख यह है कि कभी भी ज़िन्दगी में हार नहीं मान्ना और छोटे-बड़े को सम्मान देना ।

शिक्षा[संपादित करें]

मैंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बेंगलुरु के होली मरियम कान्वेंट और पि.यू. विजया कॉलेज से प्राप्त की । और अब मैं क्राइस्ट यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर विज्ञान, गणित और इलेक्ट्रॉनिक्स में बी.एससी डिग्री की प्राप्ती कर रहा हूँ । यह विश्वविद्यालय भारत में अग्रणी संस्थानों में से एक है और आमतौर पर सबसे शैक्षिक सर्वेक्षण में सर्वश्रेष्ठ में से एक के रूप में सूचीबध्द किया गया है ।

रुचियाँ[संपादित करें]

मैं एक सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ अपना जीवान जीता हूँ । मुझे वीडियो गेम्स खेलना, फोटो उतारना, सफर करना, और पढ़ना-लिखना पसंद है । मुझे नई चीज़ो के विषय में ज्ञान प्राप्त करके उसे बनाना अच्छा लगता है । और मुझे पेड़-पौधे लगाना पसंद है ।

लक्ष्य[संपादित करें]

बी.ऐससी के बाद एम.ऐससी प्राप्त करके कंप्यूटर विज्ञान और इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में व्यवसाय बनाना चाहता हूँ ।

उपलब्धियाँ[संपादित करें]

मेरे पास कुछ उपलब्धियाँ है जैसे: १. विद्यालय की पढ़ाई के दौरान मैं दौड़ प्रतियोगिता में भाग लेकर पुरस्कार जीता है । २. पि.यू के दौरान मुझे इलेक्ट्रॉनिक्स में १०० अंक मिले थे । ३. क्राइस्ट यूनिवर्सिटी का छात्र बनने पर मुझे बहुत संतुष्टि प्राप्त हुई थी । ४. मैंने पि.यू. के दौरान विज्ञान उत्सव में भी भाग लिया था । मुझे अपने इन उपलब्धियों को देख कर आगे और अच्छी स्टेटस पाने की चाहत होती है ।