श्री कुल्लू वाली माताजी, रेनवाल धाम

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कुल्लू वाली माता या शक्तिपीठ श्री कुल्लू वाली माताजी मंदिर,रेनवाल धाम हिन्दू मान्यता अनुसार, माँ आदिशक्ति दुर्गा स्वरूप माँ जीण भवानी नाम से भी जाना जाता है, देवी को समर्पित मुख्य पवित्रतम हिन्दू मंदिरों में से एक है, जो भारत केेे राजस्थान के जयपुर जिले के ७० किलोमीटर दूर किशनगढ़ रेनवाल शहर में स्थित है। इस धार्मिक स्थल की आराध्य देवी, कुल्लू देवी को सामान्यतः माता रानी, जीण माता, भुवनेश्वरी, दुर्गा तथा शेरावाली माता,रेनवाल माता जैसे अनेक नामो से भी जाना जाता है। यहा पर आदिशक्ति स्वरूप सन् २००६ से रेनवाल धाम में विराजमान है और माता कुल्लू वाली भवानी स्वयं यहां पर अपने शाश्वत निराकार रूप मे विराजमान है। ये मंदिर शक्ति पीठ में भी शामिल है। यहा पर पहुँचने के लिए मुख्य दो साधन है - रेलवे और रोडवे जिसमे से जादातार लोग रेलवे अर्थार्थ ट्रेन से आना पसंद करते है। यहा का रेलवे स्टेशन किशनगढ़ रेनवाल पूरे भारत से जुड़ा हुआ है।

किशनगढ़ रेनवाल 303603

यह मंदिर राजस्थान राज्य के जयपुर के रियासी मण्डल में किशनगढ़ रेनवाल नगर में अवस्थित है। यह उत्तरी भारत में सबसे पूजनीय पवित्र स्थलों में से एक है। प्रतिवर्ष, हजारों तीर्थ यात्री, इस मंदिर का दर्शन करते हैं और यह भारत में कुछ सबसे मुख्य और सर्वाधिक देखे जाने वाले तीर्थस्थलों मे से एक है। इस मंदिर की देख-रेख श्री कुल्लू वाली माताजी सेवा समिति नामक न्यास द्वारा की जाती है। इस शक्तिपीठ श्री कुल्लू वाली माताजी मन्दिर के मुख्य पुजारी श्री नाथूराम जी हैं।

शक्तिपीठ श्री कुल्लू वाली माताजी मन्दिर, रेनवाल धाम

यह मन्दिर भारत के राजस्थान राज्य के जयपुर जिले से 70 किलोमीटर दूर किशनगढ़ रेनवाल कस्बे में स्थित हैं । यह मन्दिर बहुत चमत्कारी मन्दिर हैं। जो श्रद्धालु यहां मन्नत मांगता हैं, उसकी मनोकामना पूर्ण होती हैं ।

सन् 2006 में श्री कुल्लू वाली माताजी का आगमन

यहां के लोगों का कहना हैं कि किशनगढ़ रेनवाल के मूलनिवासी नाथूराम साँखला ने हिमाचल प्रदेश राज्य के कुल्लू जिले में माता की आरधना करके अपने साथ कुल्लू से रेनवाल नगरी में विराजन किया । उसके बाद माता ने अपने धीरे धीरे अपने चमत्कार किए । जो व्यक्ति माता के दरबार में मन्नत करता, उसकी मनोकामना पूर्ण होती ।

सन् 2023 को श्री कुल्लू वाली माताजी भव्य मंदिर में विराजमान

28 मई 2023 को श्री कुल्लू वाली माताजी की भव्य कलश यात्रा हुईं । 29 मई 2023 को श्री कुल्लू वाली माताजी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा हुई, उसके बाद विशाल भंडारा हुआ। शक्तिपीठ श्री कुल्लू वाली माताजी मन्दिर के मुख्य पुजारी नाथूराम जी हैं ।

शक्तिपीठ श्री कुल्लू वाली माताजी मन्दिर, रेनवाल धाम में कार्यक्रम

इस मन्दिर प्रत्येक वर्ष महत्वपूर्ण कार्यक्रम होते हैं, जिसमें चैत्र नवरात्रि और आश्विन नवरात्रि में मन्दिर परिसर में सजावट एवं विशेष श्रृंगार किया जाता हैं । इस समय हज़ारों की संख्या में श्रद्धालु माता के दर्शन करने आते हैं। साथ ही श्रावण माह में विशाल भंडारे का आयोजन किया जाता हैं ।

श्री कुल्लू वाली माताजी सेवा समिति

इस मन्दिर में मुख्य पुजारी श्री नाथूराम जी के द्वारा सेवा समिति बनाई गई हैं। जिसके प्रबन्धक जसवंत पुजारी हैं। इस सेवा समिति में सुनिल साँखला, सेवक मोतीराम साँखला, शंकरसिंह साँखला, सोहनलाल साँखला, संदीप साँखला, हितेन्द्र सिंह साँखला, राजवीर सिंह साँखला, महादेव प्रजापत, गिरधारी राजोरा, राकेश प्रजापत, दिनेश शर्मा, राजेन्द्र स्वामी, अर्जुन योगी, रोहित साँखला, हेमन्त साँखला, सिद्धार्थ वर्मा, मुकेश मीणा आदि सदस्य हैं। इस समिति के सदस्य अपनी सेवा श्रद्धालुओं के लिए देते हैं।