शुष्क वन अनुसंधान संस्थान, जोधपुर

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शुष्क वन अनुसंधान संस्थान (Arid Forest research Institute / AFRI) की स्थापना भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद, पर्यावरण एवं वन मंत्रालय के तहत सन् 30 जून 1987 में राजस्थान के जोधपुर जिले में की गई थी। यह संस्थान भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद्, देहरादून के अधीनस्थ भारत भर में फैले हुवे 8 अनुसंधान संस्थानों में से एक है। इस संस्थान का मुख्य उद्देश्य राजस्थान, गुजरात राज्यों तथा दादरा नगर हवेली केन्द्र शासित प्रदेश के गर्म शुष्क एवं अर्द्ध शुष्क क्षैत्रों में वैज्ञानिक अनुसंधान द्वारा वानिकी के क्षैत्रों में ऐसी तकनीके विकसित करना है जिससे वानस्पतिक क्षैत्र बढ़े एवं जैव विविधता का संरक्षण भी हो।

भारत का लगभग 12 प्रतिशत भू-भाग शुष्क क्षैत्र के अन्तर्गत आता है जोकि मुख्यतः राजस्थान, गुजरात, पंजाब, हरियाणा, आन्ध्रप्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र के करीब 32 मिलियन हैक्टेयर क्षैत्र में फैला हुआ है। कम एवं अनियमित वर्षा, लगातार पड़ने वाला अकाल, तेज विकिरण की गर्मी, कभी-कभी पड़ने वाला पाला, तेज हवा, कम आर्द्रता एवं अधिक वाष्पोत्सर्जन, कमजोर मृदास्थिति, कम वानस्पतिक क्षैत्र तथा पानी की अत्याधिक कमी जैसी विशेषताएँ इस क्षैत्र की शुष्क परिस्थिति का निर्माण करती है।

इस संस्थान का परिसर न्यू पाली रोड़ पर करीब 66 हैक्टेयर में फैला हुआ है। यहाँ संस्थान का कार्यालय जिसमें अनेक आधुनिकतम प्रयोगशालाएँ हैं तथा पुस्तकालय एवं सूचना केन्द्र भवन, सामुदायिक हॉल, वैज्ञानिक हॉस्टल, अतिथिगृह तथा कर्मचारियों के आवास स्थित हैं।

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